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फिक्शन है मद्रास कैफे: जॉन अब्राहम

फिक्शन है मद्रास कैफे: जॉन अब्राहम
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'मद्रास कैफे' मूवी को लेकर एक तरफ विवाद उठने लगा है तो जॉन अब्राहम कहते हैं कि इस मूवी की कहानी एक फिक्शन है.
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जॉन ने यह भी स्वीकार किया कि यह हालांकि कहानी फिक्शन के तहत किया गया काम है लेकिन इसका आधार श्रीलंका के 1980 के दशक के हालात ही हैं.
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यह मूवी 23 अगस्त को रिलीज हो रही है. जॉन के साथ इसमें नरगिस फाखरी को भी देखा जा सकेगा.
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अभिनेत्री नरगिस फाखरी काफी खूबसूरत लग रही थीं.
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नरगिस फाखरी को भी यह रोल काफी चैलेंजिंग लगा है. उन्हें लगता है कि इसमें उनकी भूमिका को जरूर सराहा जाएगा.
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यह फिल्म एक पॉलिटिकल ट्रिलर है. जॉन अब्राहम का कहना है कि हमारे देश के युवा नहीं जानते कि दशक 80 के अंत में और 90 की शुरुआत में क्या हालात थे. यह फिल्म इतिहास से पर्दा उठाएगी.
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जॉन अब्राहम और नरगिस दोनों यह चाहते हैं कि सभी लोग उनकी मूवी को सिनेमाहॉल में जाकर देखें.
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शूजित सिरकार मद्रास कैफे के निर्देशक हैं.
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