पूर्व बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी और ड्रग माफिया विक्की गोस्वामी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ है. ठाणे की अदालत ने दोनों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी मामले में वारंट जारी किया है. ऐसे में हम आपको बता रहे हैं ममता कुलकर्णी कैसे एक बोल्ड एक्ट्रेस से ड्रग तस्कर बनीं.
ममता कुलकर्णी का जन्म 20 अप्रैल 1972 को एक मराठी परिवार में हुआ. 20 साल की उम्र में साल 1992 में उन्होंने बॉलीवुड में फिल्म 'तिरंगा' से कदम रखा.
इसके बाद ममता कुलकर्णी ने बहुत सी बॉलीवुड फिल्में की जिनमें 'आशिक अवारा', 'वक्त हमारा है', 'क्रांतिवीर', 'करण अर्जुन', 'सबसे बड़ा खिलाड़ी' जैसी फिल्मों के नाम शामिल हैं. ममता एक दौर में बॉलीवुड पर राज करती थीं, शाहरुख, आमिर और सलमान- तीनों खान के साथ उन्होंने काम किया.
साल 1998 में ममता की फिल्म 'चाइना गेट' आई. उस समय खबरें आईं कि ममता और फिल्म के निर्माता के निर्माता संतोषी के बीच रिश्तों में कड़वाहट आ गई है और गैंगस्टर छोटा राजन की वजह से उन्हें यह फिल्म मिली.
2002 में ममता की फिल्म 'कभी तुम कभी हम' आई जिसके बाद वो बॉलीवुड से गायब हो गईं.
ममता और छोटा राजन से बीच रिश्तों की खबरें आने लगीं. लेकिन थोड़े समय बाद ही उनका नाम ड्रग तस्करी करने वाले विजय गोस्वामी (विक्की गोस्वामी) के साथ जुड़ने लगा. खबरें यह भी आईं कि ममता विक्की के साथ दुबई में रह रही हैं.
बाद में ममता ने यह कबूला किया कि उन्होंने विक्की से शादी नहीं की. उन्होंने बताया कि वह विक्की से जेल में मिलने गईं थीं.
विक्की के प्यार में ममता हिरोइन से योगिनी बन गईं और 12 सालों तक विक्की को जेल से बाहर निकालने की कोशिश करती रहीं, एक इंटरव्यू में ममता ने खुद कहा था कि मैंने संकल्प लिया था कि जब तक विक्की रिहा नहीं होगा तब तक वो भारत नहीं आएंगीं.
ममता ने बताया कि मैं कई सालों तक दिन में घंटों तक ध्यान लगाकर बैठी रहती थीं और आध्यात्म की दुनिया में गुम हो गई थीं. ममता ने एक किताब भी लिखी जिसका नाम 'ऑटोबायोग्राफी ऑफ अ योगिन है.
साल 2016 में एक बार फिर ममता का नाम चर्चा में आया जिसकी वजह थी ड्रग रैकेट में उनका नाम आना. ममता कुलकर्णी और विकी पर इंटरनेशनल ड्रग्स सिंडिकेट में शामिल होने का आरोप है.