भारत को 17 साल बाद मिस वर्ल्ड का खिताब दिलाने वालीं मानुषी छिल्लर सोशल वर्क में भी आगे हैं. उन्हें ब्यूटी विद ब्रेन कहा जा रहा है. मानुषी इस प्रतियोगिता के दौरान सोशल कॉल कैटेगरी में भी टॉप पर रही हैं.
मानुषी 'शक्ति प्रोजेक्ट' नाम से एक अभियान चला रही हैं जो महिलाओं को पीरियड्स के दौरान स्वच्छता को लेकर जागरूक करने का काम करता है. मानुष का कहना है, ये प्रोजेक्ट मेरे दिल के काफी करीब है. मैं इसके तहत पांच हजार महिलाओं की जिंदगी में बदलाव ला चुकी हूं. यदि मिस वर्ल्ड जैसा संगठन इस प्रोजेक्ट के पीछे आता है तो साथ में बदलाव लाना संभव होगा.
मानुषी इस खिताब से पहले हेड टू हेड चैलेंज भी जीत चुकी हैं. इसके अलावा ब्यूटी विद पर्पज खिताब भी उन्होंने अपने नाम किया है. बकौल मानुषी, मिस वर्ल्ड का खिताब जीतना मेरे बचपन का सपना था. मैं हमेशा से इस प्रतियोगिता में भाग लेना चाहती थी, लेकिन पता नहीं था कि ये सपना सच हो जाएगा. मैं जानती थी कि ये एक ऐसा सफल होने जा रहा है, जिसमें मैं कभी नहीं भूलूंगी.
मानुषी का कहना है कि कि हरियाणा की आन-बान-शान तो एक औरत ही है. लेकिन औरतों को आगे आकर खुद को साबित करना होगा.
प्रतियोगिता में मानुषी से पूछा गया था कि किस प्रोफेशन को सबसे ज्यादा
सैलरी मिलनी चाहिए और क्यों? उनका जवाब था कि एक मां को सबसे ज्यादा इज्जत
मिलनी चाहिए और जहां तक सैलरी की बात है, तो इसका मतलब रुपयों से नहीं
बल्कि सम्मान और प्यार से है.
मानुषी फिटनेस को लेकर अलर्ट रहने वालों में से हैं और उन्होंने कुचिपुड़ी शास्त्रीय नृत्य विधा में प्रशिक्षण लिया हुआ है.