इंडस्ट्री में कुछ फिल्में अपने समय तक ही पॉपुलर होती हैं लेकिन कुछ फिल्में ऐसी होती हैं तो लोगों को सालों साल रोमांचित करती हैं. जिन्हें हिस्ट्री में याद किया जाता है. ऐसी ही एक फिल्म है जो बॉलीवुड में कई दशकों से छाई हुई है. नाम है मुगल-ए-आजम.
ये फिल्म 5 अगस्त 1960 को रिलीज हुई थी. फिल्म को रिलीज हुए 60 साल
हो गए हैं, लेकिन आज भी ये मूवी फैंस के दिलों में अपनी खास जगह बनाए हुए
है. फिल्म को के आसिफ ने डायरेक्ट किया था.
मूवी के हर सीन को बहुत ही खूबसूरती से पर्दे पर उतारा गया है. हर बारीकी पर ध्यान दिया गया. फिल्म के वॉर सीन की भी खूब तारीफ हुई.
1930
के दशक से इंडियन सिनेमा में रॉयल फैमिलीज, युद्ध सीन, एक्शन, सॉन्ग और
डांस सबकुछ दिखाया जाता रहा है. लेकिन के आसिम ने मुगल-ए-आजम में इन सब
चीजों को री-डिफाइन किया.
हिदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मताबिक,
फिल्म मुगल-ए-आजम का वॉर सीन राजस्थान में शूट किया गया था. ये शूट 2
महीने तक चला. 16 कैमरों का इसमें इस्तेमाल हुआ.
इंडियन आर्मी के 8000 सैनिकों ने एक्शन में हिस्सा लिया. ये पूरा युद्ध सीन स्क्रीन पर 7 मिनट के लिए दिखाया गया.
फिल्म
में पृथ्वीराज कपूर अकबर के रोल में थे. वहीं दिलीप कुमार ने सलीम और
मधुबाला ने अनारकली का किरदार निभाया था. दुर्गा खोटे जोधाबाई बनी थी.
बता दें कि मुगल-ए-आजम बनने की शुरुआत 1944 में हुई थी. इसकी शूटिंग 1946 में शुरू हुई थी. फिल्म की शूटिंग को कई कारणों से बीच में कई बार स्थगित करना पड़ा. अंत में ये फिल्म 1960 में रिलीज हुई.