हिन्दी सिनेमा के सुपर स्टार अमिताभ बच्चन 40 साल के बाद एक बार फिर अजमेर शरीफ पहुंचे. अमिताभ ने वहां एक पवित्र धागे को खोला जिसे उन्होंने उस वक्त बांधा था.
68 वर्षीय अभिनेता ने लगभग 20 हजार लोगों की मौजूदगी में दरगाह पर चादर चढ़ाई. जल्द ही दादा बनने जा रहे अभिनेता ने कहा कि लंबे समय की अपनी एक कामना के पूरा होने के बाद उन्होंने यहां आने का फैसला लिया है.
इससे पहले बच्चन ने ट्विटर पर लिखा था, ‘लगभग 40 साल पहले मैं अजमेर शरीफ गया था. इस दौरान मेरे लिए काफी कुछ बदल गया है. वहां जाने का कारण खुदा का शुक्रिया अदा करना और प्रार्थना करना है. सालों पहले मांगी गई एक मन्नत को पूरा करने के लिए और एक धागे को खोलने के लिए, जिसे मैंने बांधा था.’
ट्विटर पर उनके प्रशंसकों द्वारा इस मन्नत के उनके पोते से संबंधित होने के बारे में पूछे गए सवालों पर बिग बी ने लिखा, ‘यह मन्नत उसके बारे में नहीं थी. अपनी अक्ल लगाइए, क्या 40 साल पहले मैंने यह मन्नत मांगी होगी? यह एक व्यक्तिगत कारण है.’
बिग बी ने लगभग 20 हजार लोगों की मौजूदगी में दरगाह पर चादर चढ़ाई.
दरगाह शरीफ से जयपुर पंहुचने के बाद एक पंचसितारा होटल में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए अभिताभ ने कहा, ‘अजमेर शरीफ में 40 साल में काफी कुछ बदल गया है. उस समय मुझे कोई नहीं जानता था लेकिन आज कुछ लोग मुझे पहचान गये. इस दौरान मेरे लिए काफी कुछ बदल गया है. 40 साल पहले मैंने क्या मन्नत मांगी थी और आज क्या मन्नत मांगी है इस बारे में मैं आपलोगों को कुछ नहीं बताउंगा.’
अमिताभ ने कहा कि तकरीबन 40 साल पहले जब मैं अजमेर शरीफ गया था तो वहां जाने का कारण खुदा का शुक्रिया अदा करना और प्रार्थना करना था.
जब उनसे पूछा गया कि आप पोता चाहते हैं या पोती तो उन्होंने जोर का ठहाका लगाते हुए कहा कोई भी आये हमें कोई चिंता नहीं है.