अभ्रिनेता निर्मल पांडे ने 22 फरवरी को मशहूर कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण के साथ अपनी आने वाली फिल्म 'लाहौर' की स्पेशल स्क्रीनिंग देखने की योजना बनाई थी. 19 मार्च को रीलीज होने वाली फिल्म 'लाहौर' प्रतिभावान अभिनेता की आखिरी फिल्म होगी.
निर्मल पांडे ने साल 2002 में 'जज्बा' नामक एलबम भी लॉन्च की. इसके साथ ही उन्होंने लेखक धर्मवीर भारती के नाटक 'अंधायुग' को भी निर्देशित किया. एनएसडी में पांडे के सीनियर रह चुके अभिनेता इरफान खान उनके अचानक चले जाने से काफी दुखी हैं.
निर्मल पांडे ने फिल्म 'वन टू का फोर' में भी यादगार भूमिका निभाई थी.
वर्ष1996 में ‘दायरा’ फ़िल्म में एक हिजड़े की भूमिका में अभिनय के लिए उन्हें फ्रांस में फिल्म महोत्सव पुरस्कार हासिल हुआ था.
निर्मल पांडे ने ‘बैंडिट क्वीन’, ‘दायरा’, ‘गॉडमदर’, ‘ट्रेन टू पाकिस्तान’ और ‘इस रात की सुबह नहीं’ जैसी फ़िल्मों में अपने अभिनय से पहचान बनाई थी.
शुरुआत में कुछ फिल्मों में छोटी भूमिकाएं करने के बाद निर्मल पांडे को शेखर कपूर की फिल्म बैडिंट क्वीन (1996) में बड़ा ब्रेक मिला और इसी साल वे अमोल पालेकर की 'दायरा' और सुधीर मिश्रा की 'इस रात की सुबह नहीं' में नजर आए.
बैंडिट क्वीन में विक्रम मल्लाह की यादगार भूमिका निभाने वाले अभिनेता निर्मल पांडे नहीं रहे. मुंबई में 18 फरवरी को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया.