1. रतन टाटा
72 वर्ष, उद्योगपति (1)
क्योंकि सरकारों और कॉर्पोरेट जगत की नजरें उन पर ही टिकी रहती हैं. वह भी इस तथ्य के बावजूद कि वे भारतीय अरबपतियों की सूची में कहीं भी नहीं हैं. रतन टाटा भारत के सबसे बड़े कॉर्पोरेट घराने के मुखिया हैं, जिसके समूह का राजस्व 5 अरब डॉलर पार कर जाने की उम्मीद है और समूह का बाजार पूंजीकरण 3,36,450 करोड़ रु. का है.
2. मुकेश अंबानी
52 वर्ष, उद्योगपति (2)
क्योंकि 30 अरब डॉलर की संपदा के साथ वे दुनिया के सबसे धनी भारतीय हैं. वे सरकार को अपने लिए काम करने को बाध्य कर सकते हैं, यहां तक कि अपने भाई के साथ गैस आपूर्ति के विवाद में विशेष याचिका दायर करके अपने पारिवारिक विवाद में हस्तक्षेप करने के लिए भी सरकार को मजबूर कर सकते हैं. मंदी के बावजूद रिलायंस इंडस्ट्रीज का कारोबार बढ़ता गया और उम्मीद है कि यह 1,51,000 करोड़ रु. से बढ़कर 1,90,000 करोड़ का हो जाएगा.
3. अनिल अंबानी
49 वर्ष, उद्योगपति (3)
क्योंकि वे कभी हार नहीं मानते, बची-खुची कंपनियों से औद्योगिक साम्राज्य बनाकर बड़े भाई से टक्कर ली है. अनिल अंबानी ग्रुप और मुकेश अंबानी के आरआइएल के बीच गैस बिक्री करार मामले में भारत सरकार को अपनी याचिका वापस लेने और सुप्रीम कोर्ट में अपना दृष्टिकोण बदलने को बाध्य किया. फोर्ब्स की अरबपतियों की सूची में 17.5 अरब डॉलर की संपदा की बदौलत वे तीसरे सबसे धनी भारतीय हैं. रिलायंस म्युचुअल फंड में लाखों भारतीय अपनी बचत को सुरक्षित पाते हैं, इस तरह 1,20,000 करोड़ रु. की बदौलत यह सबसे बड़ी कंपनी बन गई है.
5. सचिन तेंडुलकर
36 वर्ष, क्रिकेट खिलाड़ी (23)
क्योंकि अपने बल्ले के साथ भारतीय टीम का भाग्य भी उनकी मुट्ठी में होता है. सेलिब्रिटीज के बनने-बिगड़ने वाले इस दौर में उनकी छवि और उनके शब्द बेदाग हैं. पिछले साल, अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने 21वें साल में उन्होंने 2,000 रन और 10 शतक बनाए. टेस्ट रैंकिंग में भारत को विश्व में नंबर वन की स्थिति पर पहुंचाने में उनका ही योगदान है.
इस खेल के सबसे पुराने खिलाड़ी होने के बावजूद वे अब भी सबसे युवा और पहली बार खेल रहे खिलाड़ी के उत्साह और ऊर्जा से ही खेलते हैं, बात चाहे भागने की हो, स्लाइडिंग की या एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में 200 रन बनाने की.
4. आमिर खान
44 वर्ष, अभिनेता (16)
क्योंकि वे देश में एक के बाद दूसरी हिट फिल्म देने वाले बॉक्स ऑफिस सितारे हैं. लगातार चार साल में उनकी चार फिल्मों ने 100-100 करोड़ रु. की कमाई की है. इस तरह उन्होंने खुद को ऐसे अभिनेता, निर्देशक और निर्माता के रूप में स्थापित किया है, जिसकी फिल्में अलग राह दिखाती हैं. हर कोई उनकी छवि को भुनाना चाहता है, चाहे वह भारत सरकार का अतुल्य भारत अभियान हो, चुनाव आयोग या मानव संसाधन मंत्रालय का कॉपीराइट पैनल. विज्ञापनों के लिए वे देश के सबसे अधिक पारिश्रमिक लेने वाले ब्रांड एंबेसेडर बन गए हैं. दो साल के विज्ञापन करार के लिए वे 35 करोड़ रु. वसूलते हैं.
6. शाहरुख खान
44 वर्ष, अभिनेता (5)
क्योंकि उन्होंने शिवसेना से टकराव मोल लिया और उदार भारतीय की आवाज बनकर उभरे, कागजी शेरों की दहशत के साये में रहने वाले शहर में साहस का प्रदर्शन किया. क्योंकि जब शिवसेना ने उनकी फिल्म 'माइ नेम इज खान' पर प्रतिबंध की मांग की तो सरकारी मशीनरी उनके पीछे मजबूती से खड़ी नजर आई, तब भी जब दर्शक उन्हें सम्मान देने के लिए मल्टीप्लेक्स में फिल्म देखने गए. क्योंकि एक वीएफएक्स स्टुडियो और एक आइपीएल टीम खरीदने के बाद उन्होंने दिखा दिया कि शो बिजनेस भी बड़ा व्यवसाय हो सकता है.
7. रवि और शशिकांत रुइया
66 और 60 वर्ष, उद्योगपति (7)
क्योंकि शासक वर्ग उनकी बात ध्यान से सुनता है, चाहे राज्य की हों या केंद्र की सरकारें. 14 अरब डॉलर की संपत्ति की बदौलत वे फोर्ब्स की अरबपतियों की सूची में शीर्ष के पांच भारतीयों में शुमार हैं. बिजली, बंदरगाह, तेल और रिफाइनरी व्यवसाय को लंदन स्टॉक एक्सचेंज में एस्सार एनर्जी नाम से सूचीबद्ध कर वे 3 अरब डॉलर जुटाने जा रहे हैं, किसी भी भारतीय कंपनी द्वारा जारी किया जाने वाला यह सबसे बड़ा इशू होगा.
8. समीर और विनीत जैन
55 और 43 वर्ष, मीडिया दिग्गज (8)
क्योंकि सफलता की वक्र रेखा से आगे बने रहने के लिए नए प्रयोग करते रहे हैं, चाहे वह नया वीकएंड अखबार शुरू करना हो या स्पीकिंग ट्री का अलग संस्करण निकालना हो. भले ही खातों में उन पर 1,000 करोड़ रु. का कर्ज हो, उनका हर उपक्रम कड़े बाजार में भी फलता-फूलता रहा चाहे वे कमाऊ अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया, द इकानॉमिक्स टाइम्स और मुंबई मिरर हों, या तीन टेलीविजन चैनल, 32 रेडियो स्टेशन, मुनाफा कमाने वाली कई वेबसाइट्स हों या एक पीआर कंपनी और एक आउटडोर एडवर्टाइजिंग कंपनी हो, जिसे गोल्डमैन साक्स और लेहमैन ब्रदर्स ने 2.5-2.5 करोड़ डॉलर चुकाए.
9. कुमार मंगलम बिरला
42 वर्ष, उद्योगपति (9)
क्योंकि उथलपुथल वाली आर्थिक परिस्थितियों में मजबूती से खड़े रहने वाले वे अंतिम शख्स थे, जहां उनकी कंपनी का राजस्व 4 फीसदी की दर से बढ़ता रहा और सबसे कम लागत पर एलम्युनियम और तांबा तैयार करने वाली कंपनी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करता रहा. इस समूह की सीमेंट कंपनी अल्ट्रा टेक अपना उत्पादन 1.5 करोड़ टन से बढ़ाकर 5 करोड़ टन करने के बाद दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी सीमेंट उत्पादक कंपनी बन गई है. आइडिया सेलुलर अखिल भारतीय नाम बन चुका है और अपने 6 करोड़ ग्राहकों पर गर्व कर सकता है.
10. आनंद महिंद्रा
53 वर्ष, उद्योगपति (12)
क्योंकि कड़े दौर में भी वे सच्ची उद्यमिता और आशावादिता का प्रतीक बने रहे. क्योंकि जब ऑटोमोबाइल क्षेत्र ऋणात्मक विकास दर्शा रहा था तब उन्होंने नए वाहन बाजार में उतारे, जब सॉफ्टवेयर क्षेत्र संकट से गुजर रहा था तो उन्होंने सत्यम खरीदी और जब पूंजी बाजार डूब रहा था तब महिंद्रा हॉलीडेज को लिस्टिंग के लिए रखा.
11. सुनील भारती मित्तल
52 वर्ष, उद्योगपति (4)
क्योंकि 12.6 करोड़ ग्राहकों की बदौलत वे टेलीकॉम क्षेत्र के सबसे बड़े खिलाड़ी हैं और भारत के आर्थिक सुधारों के प्रतीक. क्योंकि टैरिफ को लेकर जंग और बढ़ती प्रतियोगिता में वे भारत के सबसे तेजी से विकसित होते क्षेत्र के सबसे बड़े आदर्श बने हुए हैं.
12. ललित मोदी
46 वर्ष, व्यवसायी (38)
क्योंकि उनका 1 अरब डॉलर का इंडियन प्रीमियर लीग आयोजन, मनोरंजन टीवी पर रेटिंग बटोरने वाला बना हुआ है. क्रिकेट का साल भर चलने वाला आयोजन जो मंदी के असर से एकदम बेअसर रहा.
13. जे. पी गौड़
79 वर्ष, उद्योगपति (17)
क्योंकि आईआईटी में पढ़ा यह शख्स विभिन्न कंपनियों के समूहों की कमान थामे हुए है. 10000 रुपये की मामूली शुरुआत के बाद यह भारत में बुनियादी संरचना विकास का पर्याय बन चुका है जिसकी बाजार पूंजी 45,000 करोड़ रुपये है और पनबिजली, सीमेंट, इंजीनियरिंग और भवन निर्माण से जुड़ी है.
14. जी.एम. राव
59 वर्ष, उद्योगपति (10)
क्योंकि उनके ही नाम का 4,800 करोड़ रु. का जीएमआर ग्रुप खुद को बुनियादी संरचना की एक दिग्गज कंपनी के रूप में ताकतवर बना रहा है. उसने सारा ध्यान विश्व स्तर की राष्ट्रीय संपदाओं- मसलन, हवाई अड्डे, ऊर्जा स्टेशन और राजमार्ग- के निर्माण पर केंद्रित किया हुआ है. क्योंकि रणनीति में उल्लेखनीय बदलाव की वजह से समूह को उम्मीद है कि उसके कारोबार और संपत्ति का 35 फीसदी विश्व व्यापार और अधिग्रहण की बदौलत आएगा.
15. अजीम एच. प्रेमजी
63 वर्ष, उद्योगपति (13)
क्योंकि भारत की तीसरी सबसे बड़ी आउटसोर्सिंग कंपनी अब पर्यावरण के अनुकूल समाधानों पर दांव लगा रही है. और इस साल 2000 करोड़ रुपये पर 10 फीसदी राजस्व कमाने की उम्मीद कर रही है. क्योंकि विप्रो के आइटी राजस्व का 44 फीसदी मंदी के बावजूद अमेरिका से आया था.
16. कलानिधि मारन
44 वर्ष, मीडिया दिग्गज (24)
क्योंकि भाई, केंद्रीय मंत्री दयानिधि के राजनैतिक कौशल की वजह से इन दोनों के संबंध अपने बड़े चाचा, द्रमुक पितामह एम. करुणानिधि और उनके बेटों एम.के. स्टालिन और एम.के. अलगिरि से सुधर गए.
दक्षिण भारत के अविवादित नेता ने तमिल फिल्मों की खरीद और वितरण में अपने सन नेटवर्क के प्रवेश के साथ ही मीडिया जगत में अपनी पूरी पैठ बना ली. 2.3 अरब डॉलर की कुल संपदा के साथ ही वे 100 सबसे अमीर भारतीयों की फोर्ब्स सूची में अपने आप को 20वें पायदान पर पाते हैं.
10 लाख की प्रसार संख्या वाले तमिल दैनिक दिनकरन और भारत के 9.5 करोड़ परिवारों में पहुंच बनाने वाले 20 टीवी चैनलों और 45 लाख ग्राहकों वाले डीटीएच प्लेटफॉर्म के साथ ही वे भारत के सबसे बड़े मीडिया समूहों में से एक का संचालन करते हैं.
17. राघव बहल
50 वर्ष, मीडिया दिग्गज (15)
क्योंकि एक अशुभ साल में संघर्षशील स्थिति के बावजूद उन्होंने नकदी के संकट में फंसी समूह की कंपनियों का पुनःपूंजीकरण 1,000 करोड़ रु. के निवेश से किया. जबरदस्त प्रतिस्पर्धा वाले मनोरंजन बाजार में कलर्स चैनल, स्टार प्लस और जी से आगे बना रहा. भारतीय हॉरिजोंटल पोर्टलों में इन डॉट कॉम का स्थान दूसरा रहा और होमशॉप 18 ने रोजाना की कुल बिक्री में 1 करोड़ रु. के जादुई आंकड़े को पार कर लिया. उनके पुराने उपक्रमों ने तहलका मचाए रखा. सीएनबीसी-टीवी 18 और सीएनबीसी-आवाज कारोबार जगत से जुड़े समाचारों के प्रसारण के बाजार में अगुआ बने हुए हैं.
18. गौतम अडानी
47 वर्ष, उद्योगपति (नए)
क्योंकि भारत में बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में वे सबसे बड़े खिलाड़ी हैं जिसकी परियोजनाओं में उनका निवेश 75,000 करोड़ रु. से अधिक का है. फोर्ब्स अरबपतियों की सूची में वे 10 सबसे अमीर भारतीयों में से एक हैं. कुल संपत्तिः 6.4 अरब डॉलर. इस साल अप्रैल से उनकी बिजली कंपनी हर तिमाही एक नया टरबाइन जोड़ेगी और 2012 तक 6,600 मेगावाट और 2014 तक 13,200 मेगावाट बिजली पैदा करेगी. इस साल उनका टर्नओवर 30,000 करोड़ रु. को छू गया. यह 80,000 करोड़ रु. तक पहुंच सकता है. उनकी बात सभी पार्टियों के लोग सुनते हैं, शरद पवार, कमलनाथ, नरेंद्र मोदी उनके दोस्त हैं.
19. अमिताभ बच्चन
67 वर्ष, अभिनेता (19)
क्योंकि 67 साल की उम्र में भी वे 12 साल के बच्चे का किरदार निभा सकते हैं और अभिनय का हर सम्मान हासिल करने की कुव्वत रखते हैं. उन्होंने अकेले ही अपने ब्लॉग को एक वैकल्पिक समाचार मंच में तब्दील कर लिया. वे बच्चन ब्रांड के संरक्षक हैं जिसमें उनकी बहू ऐश्वर्य राय और बेटे अभिषेक बच्चन शामिल हैं. पा और विहिर फिल्मों के साथ आखिरकार उन्होंने एबीसीएल की असफलता को पीछे कर दिया. टेलिविजन पर वे सबसे ज्यादा भुगतान पाने वाले अभिनेताओं में से एक रहे, कलर चैनल के 24 एपिसोड वाले बिग बॉस सीजन 3 के हर एपिसोड से 2.25 करोड़ रु. की कमाई की.
20. वी.एन. धूत
56 वर्ष, उद्योगपति (36)
क्योंकि चाहे पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु अथवा गुजरात की सरकार हो, सत्ताधारी यूपीए हो या फिर विपक्ष, वे अपना काम हमेशा निकलवा ही लेते हैं. उनके समूह का कारोबार 20,000 करोड़ रु. तक चला गया और 15,000 करोड़ रु. की लागत वाली उनकी जीएसएम मोबाइल सेवा का काम इस महीने से शुरू हो जाएगा. उन्होंने मोजांबिक, ब्राजील और इंडोनेशिया में अनुमानित 2.5 अरब डॉलर की लागत वाले तेल के कारोबार में प्रवेश किया है, जिसमें नए तेलकूप मिलने से इजाफा होने की उम्मीद है. वीडियोकॉन नेक्स्ट देश भर में फैली अपनी 1,200 दुकानों के साथ इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र में सबसे बड़ी खुदरा कंपनी है.
21. जीवीके और संजय रेड्डी
73 वर्ष और 45 वर्ष, उद्योगपति (21)
क्योंकि जीवीके समूह बिजली क्षेत्र में 10,000 मेगावाट उत्पादन और 1,000 किमी सड़कों के निर्माण के साथ अपनी विशेषता वाले क्षेत्रों में विकास करने की महत्वाकांक्षी योजना पर चल रहा है. उसने बंगलुरू इंटरनेशनल एअरपोर्ट परियोजना में 29 फीसदी भागीदारी हासिल कर ली है और उसकी मुंबई एअरपोर्ट आधुनिकीकरण परियोजना पर अभी काम चल रहा है. उन्होंने सरकारी-निजी भागीदारी सेवा में पीरामल बंधुओं को पीछे छोड़ दिया है और सम्मान के शिखर से गिरे सत्यम के संस्थापक बी. रामलिंग राजू की जगह ले ली है, और अब उसे जीवीके इमरजेंसी मैनेजमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट के नाम से जाना जाता है, जो 10 राज्यों में 2,709 एंबुलेंस चलाता है.
22. सुभाष चंद्रा
58 वर्ष, कारोबारी (22)
क्योंकि बाजार पूंजीकरण के हिसाब से मनोरंजन क्षेत्र का उनका समूह अभी भी सबसे बड़ा है. उन्होंने जी टीवी से लेकर डिश टीवी तक अपने साम्राज्य का बंटवारा अपने भाइयों में सफलता से कर लिया है.
मनोरंजन वर्ग में, जहां उन्होंने प्राइम टाइम को 7 बजे शाम से 11 बजे रात तक बढ़ा लिया है, वे पहले स्थान की दौड़ में बने हुए हैं. 2.5 अरब डॉलर से अधिक की बिक्री के साथ उनके विविधतापूर्ण कारोबारी समूह की रुचि पैकेजिंग, टेलीविजन प्रसारण, डॉयरेक्ट टू होम टेलीविजन, मनोरंजन पार्कों, ऑनलाइन लॉटरियों, निर्माण, रियल इस्टेट, शिक्षा और माइक्रोफाइनेंस में है. अमेरिका में वेरिया नाम से एक स्वास्थ्य चैनल, जिसने 20 करोड़ डॉलर का निवेश आकर्षित किया है. अगले पांच साल में वे इसके 2 अरब डॉलर के कारोबार में बदलने की उम्मीद कर रहे हैं.
23. पवन मुंजाल
56 वर्ष, उद्योगपति (नए)
क्योंकि 2001 के बाद लगातार नवें साल उनके नेतृत्व में कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी दुपहिया वाहन निर्माता कंपनी के बतौर उभरी है और देश में बिक रही हर दूसरी मोटरसाइकिल हीरो होंडा होती है और हर 30वें सेकंड में कोई-न-कोई व्यक्ति स्प्लेंडर मोटरसाइकिल खरीद रहा होता है. आर्थिक संकट के समय भी वे शांत भाव से बढ़ते रहे और आर्थिक मंदी को पीछे छोड़ते हुए उन्होंने वाहन उद्योग में 44 लाख वाहनों की रिकॉर्ड बिक्री की. भारत में फोर स्ट्रोक टेक्नोलॉजी और भारतीय दुपहिया वाहनों में फ्यूल इंजेक्शन का प्रवेश करने वाली उनकी पहली कंपनी है.
24. दीपक पारेख
65 वर्ष, बैंकर (14)
क्योंकि रोजमर्रा के कार्यों से सेवानिवृत्त होने के बावजूद काफी दबदबा रखते हैं. एचडीएफसी समूह के वरिष्ठ प्रबंधन को सलाह देते हैं. दिग्गज संकट मोचन के रूप में जाने जाते हैं, चाहे वह बीएसएनएल की बिगड़ती वित्तीय स्थिति पर सरकार को सलाह देना हो या नई पेंशन योजना पर विशेषज्ञ समूह का अध्यक्ष बनना हो या झोंपड़पट्टियों के विकास पर विशेषज्ञों की समिति का नेतृत्व करना हो. उन्होंने सत्यम के निदेशक मंडल में विशेष निदेशक के रूप में कंपनी का भाग्य बदलने में अहम भूमिका निभाई.
25. महेंद्र सिंह धोनी
28 वर्ष, क्रिकेटर (26)
क्योंकि वे भारतीय टीम के कामयाब कप्तान बने हुए हैं, जो टेस्ट में नंबर एक और खेल के संक्षिप्त संस्करणों में ऊपरी पायदान पर चढ़ते हुए अभी अपने उत्कर्ष पर है. वे नए टीपटॉप वाले मध्यवर्गीय भारत के लिए प्रमुख हस्ती हैं और भारत की सबसे विश्वसनीय सेलिब्रिटी में से एक हैं. वे 22 विज्ञापनों में दिखते हैं. देश में कोई और व्यक्ति इतने विज्ञापनों में नहीं दिखता. सभी समाचार माध्यमों के निशाने पर होने के बावजूद वे जब चाहें पूरी तरह अपने में सिमट सकते हैं और दूसरों के लिए पहुंच से बाहर हो सकते हैं.
26. विजय माल्या
54 वर्ष, उद्योगपति (34)
क्योंकि उनके समूह का कारोबार आर्थिक मंदी से पहले 9,893 करोड़ रु. का था और अब 18,000 करोड़ रु. का हो गया है. बाजार में 22 फीसदी हिस्सेदारी वाली किंगफिशर एअरलाइंस देश की सबसे बड़ी विमानसेवा कंपनी है. उनमें एक साल में 10 करोड़ डॉलर खर्च करने और एक एफ1 टीम रखने का माद्दा है. उनकी रॉयल चैलेंजर्स आइपीएल टीम धीरे-धीरे कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ रही है और उसकी कीमत करीब 15 करोड़ डॉलर आंकी गई है.
27. हरीश साल्वे
54 वर्ष, वकील (18)
क्योंकि वे अंतरात्मा की आवाज सुनते हैं, चाहे वह गोधरा के अभियुक्तों के खिलाफ पोटा के मामलों को हटवाना हो या डीडीए को दिल्ली के सिरी फोर्ट कॉम्प्लेक्स में पेड़ों की कटाई को रोकना हो, वह भले उद्देश्यों की मुफ्त में पैरवी करने के लिए वक्त निकाल लेते हैं. मंत्रिमंडल में बहुत कम ही ऐसे मंत्री हैं जिनकी उन्होंने वकालत नहीं की. केवल नेता लोग ही उन्हें सबसे पहले नहीं याद करते बल्कि मुसीबत की घड़ी में राज्य सरकारें भी उनकी मदद लेती हैं.
28. रजनीकांत
59 वर्ष, अभिनेता (28)
क्योंकि वे देश में अब तक की सबसे महंगी फिल्म एंधीरन में अभिनय कर रहे हैं. कॉलीवुड की ओर से आयोजित विरोध प्रदर्शन में फिल्म अभिनेताओं को जबरन शामिल करने के खिलाफ अभिनेता अजीत के साथ उन्होंने आवाज उठाई तो फिल्म उद्योग को झुकना पड़ा. अकेले वही अपनी बेटी सौंदर्य की शादी में पोएस गार्डन की पड़ोसन जे. जयललिता और उनके कट्टर प्रतिद्वंद्वी एम. करुणानिधि को बुला सकते हैं. 2007 में कोई फिल्म रिलीज न होने के बावजूद उनके क्लबों की संख्या सबसे ज्यादा, 50,000 है. वे टोटके के रूप में अपने टखने पर काले रंग का धागा बांधते हैं.
29. बाबा रामदेव
36 वर्ष, योगाचार्य (37)
क्योंकि वे अपने शिष्यों की बड़ी आबादी के जरिए देशव्यापी राजनैतिक आंदोलन खड़ा करने की उम्मीद कर रहे हैं, और उसे एक पार्टी का रूप देना चाहते हैं. हरियाणा के एक संस्कृत स्कूल में कभी आचार्य रहे बाबा अब 1,000 करोड़ रु. के ऐसे साम्राज्य के मालिक हैं, जो हरिद्वार में 1,700 कमरे के पतंजलि योग विद्यापीठ से लेकर स्कॉटलैंड में 25 लाख डॉलर के 700 एकड़ के कंब्रे आइलैंड तक फैला है. अकेले आस्था चैनल पर उनके कार्यक्रम को 3.50 करोड़ लोग देखते हैं. सेक्स से लेकर टैक्स तक हर विषय पर उनकी राय विवादास्पद है.
30. रमेश और सुधीर अग्रवाल
67 और 42 वर्ष, मीडिया दिग्गज (35)
क्योंकि 11 राज्यों में अपने 42 संस्करणों और जयपुर तथा अहमदाबाद में केबीए प्रिंटिंग मशीनों के आधुनिकीकरण के साथ दैनिक भास्कर ऐसे बाजार में आगे बढ़ रहा है जिसमें अखबार-पत्रिकाएं खतरे में पड़ी प्रजातियां लगती हैं. इसके सार्वजनिक निर्गम की 39 गुना ज्यादा खरीद हुई और यह समूह अखबार बाजार के 7 फीसदी हिस्से पर काबिज हो गया है.
31. अभिषेक मनु सिंघवी
51 वर्ष, नेता और वकील (नए)
क्योंकि वे देश के पांच प्रमुख वकीलों में हैं, टीवी पर कांग्रेस के सबसे मुखर प्रवक्ता, और भारत-अमेरिका परमाणु करार से लेकर लिब्रहान रिपोर्ट तक उन्होंने राज्यसभा में पार्टी के लिए सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाई. सोनिया और राहुल के प्रमुख कानूनी संकटमोचन की भूमिका निभाने के अलावा उन्होंने मायावती तथा प्रकाश सिंह बादल जैसे क्षेत्रीय दिग्गजों को अदालत में हराया. उन्होंने अंबानी बंधु से लेकर बिरला, टाटा, रुइया, सुनील मित्तल या सिंघानिया तक देश के 50 प्रमुख औद्योगिक घरानों की वकालत की है.
32. राहुल बजाज
71 वर्ष, उद्योगपति (32)
क्योंकि व्यवसाय की सफल हिस्सेदार करने से उसका मूल्य बढ़ गया है, जिससे समूह की हैसियत 60,000 करोड़ रुपये आंकी गई है, और एक कठिन वर्ष के बावजूद आमदनी 20,000 करोड़ रु. से बढ़कर 31,000 करोड़ रु. हो गई है. क्योंकि उनकी बजाज अलियांज कंपनियां निजी क्षेत्र की शीर्ष दो बीमा करने वाली कंपनियों में से हैं. क्योंकि वे अपने स्वतंत्र विचार अभिव्यक्त कर देते हैं, जिसकी कीमत उन्हें अक्सर अपनी मित्रता से चुकानी पड़ती है.
33. महेंद्र मोहन और संजय गुप्ता
70 वर्ष और 47 वर्ष, मीडिया महारथी (39)
क्योंकि 208 संस्करणों और उप-संस्करणों के साथ उनका अखबार 11 राज्यों में फैले हिंदी हृदय प्रदेश के 5.68 करोड़ पाठकों को प्रभावित करता है, जो लोकसभा के आधे सदस्यों का निर्वाचन करता है, दुनिया के किसी भी और अखबार से ज्यादा. क्योंकि समाजवादी पार्टी के सदस्य होने के बावजूद बड़े गुप्ता के सभी दलों के साथ बहुत मजबूत संबंध हैं.
34. ए.आर. रहमान
44 वर्ष, संगीत निदेशक (11)
क्योंकि सिडनी में 80,000 लोगों के कंसर्ट से लेकर व्हाइट हाउस में डिनर और दुनिया के 99 कलाकारों के संग वी आर द वर्ल्ड का पुनर्गायन कर वे विश्व भर में भारत की आवाज हैं. क्योंकि मिक जैगर से लेकर जोस स्टोन तक, वे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कलाकारों के साथ सहभागिता कर रहे हैं. क्योंकि उन्होंने अपना पैसा वहां लगाया है, जहां उनका दिल बसता है, यानी संगीत में.
35. के.पी. सिंह
78 वर्ष, व्यवसायी (31)
क्योंकि मंदी के बावजूद डीएलएफ ने गृह निर्माण क्षेत्र में 85 लाख वर्ग फीट क्षेत्र की बिक्री की, जो उनके सबसे नजदीकी प्रतिद्वंद्वी से मात्रा के लिहाज से 30-40 प्रतिशत ज्यादा है. क्योंकि जब अधिकांश डेवलपर संघर्ष कर रहे थे, तब कंपनी ने अपने कैपिटल ग्रीन्स कॉम्प्लेक्स में 3,600 मकान 24 घंटे के भीतर बेच डाले.
36. मलविंदर और शिविंदर मोहन सिंह
37 वर्ष और 34 वर्ष, उद्योगपति (25)
क्योंकि रैनबैक्सी के साथ सारे संबंध समाप्त कर लेने के बाद, जिसे इन दोनों भाइयों ने दाइची सान्क्यो को 10,000 करोड़ रु. में बेच दिया था, अब उनका ध्यान 2,700 करोड़ रु. की रैलीगेअर और 1,800 करोड़ रु. के फोर्टिस हेल्थकेअर के जरिए संपदा सृजन और संपदा विस्तार पर है. रैलीगेअर सबसे तेजी से बढ़ते एकीकृत वित्तीय सेवा संस्थानों में से है.
37. राजीव चंद्रशेखर
45 वर्ष, उद्यमी (नए)
क्योंकि उनकी कंपनी जुपिटर कैपिटल की हैसियत 4,000 करोड़ रु. है, जिसमें शुरुआती निवेश बीपीएल मोबाइल बेचने से और अभी हाल ही में अपने मीडिया व्यवसाय में बहुमत हिस्सेदारी रूपर्ट मर्डोक को बेचने से आई है. क्योंकि उनका निवेश मीडिया, हॉस्पिटेलिटी, इन्फ्रास्ट्रक्चर और टेक्नोलॉजी तक में फैला हुआ है. क्योंकि वे सबसे ज्यादा सक्रिय स्वतंत्र सांसदों में से एक हैं, जो संसद में 150 से ज्यादा प्रश्न उठा चुके हैं और सरकार को या नीति-नियामकों को 100 से ज्यादा पत्र लिख चुके हैं.
38. उदय कोटक
50 वर्ष, बैंकर (41)
क्योंकि दुनिया भर के दिग्गजों के धमकने के बावजूद, वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में कोटक महिंद्रा एक जाना-माना नाम है. क्योंकि बैंकिंग क्षेत्र में प्रवेश में देरी के बावजूद, छह वर्ष में यह निजी क्षेत्र का चौथा सबसे बड़ा बैंक बन गया है, जिसकी बाजारकृत पूंजी 28,000 करोड़ रु. है. क्योंकि इसी कंपनी ने आनंद महिंद्रा को सत्यम के सफल अधिग्रहण पर सलाह दी थी.
39. राम जेठमलानी
86 वर्ष, वकील (नए)
क्योंकि वे देश के सबसे अच्छे हरफनमौला वकील हैं, चाहे मामला आपराधिक हो, दीवानी हो या संवैधानिक हो. क्योंकि पेश होने की औसत 10 लाख रु. दैनिक की फीस लेकर वे देश के सबसे ज्यादा भुगतान पाने वाले वकील हैं. क्योंकि वे हर तरह के मुकदमों में पेश होते हैं, मुकेश अंबानी के खिलाफ अनिल अंबानी के युद्ध से लेकर चारा घोटाले में लालू प्रसाद यादव के मामले तक.
40. प्रताप सी. रेड्डी
77 वर्ष, चिकित्सक (43)
क्योंकि उन्होंने 1,600 करोड़ रु. के निवेश से अपोलो अस्पतालों की श्रृंखला को एशिया के सबसे बड़े निजी अस्पतालों के नेटवर्क में और दुनिया के तीसरे सबसे बड़े नेटवर्क में विकसित कर दिया. क्योंकि रिटायर होने के बाद अपने उत्तराधिकार की योजना उन्होंने तैयार कर ली है, जिसके तहत उनकी ज्येष्ठ पुत्री प्रीता चेयरपर्सन का पद संभालेंगी.
41. नरेश गोयल
61 वर्ष, उद्योगपति (40)
क्योंकि जेट एयरवेज और जेट लाइट की संयुक्त मार्केट हिस्सेदारी उन्हें भारतीय नागरिक उड्डयन क्षेत्र का सबसे बड़ा हिस्सेदार बना देती है. क्योंकि कम दाम वाली विमानन कंपनियों के साथ स्पर्धा के बावजूद उनकी एयरलाइन कंपनियों ने बाजार का 25.2 प्रतिशत हिस्सा अपने लिए निकाल लिया है.
42. राजीव रत्तन और समीर गहलोत
36 वर्ष, उद्यमी ( नए)
क्योंकि जब शेयर बाजार गोते खा रहा था, तब भी वे डगमगाए नहीं बल्कि अपने पावर आइपीओ के लिए 1,785 करोड़ रु. जुटाने में कामयाब रहे और सबसे बड़ी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में से एक बने रहे. क्योंकि मुंबई के मंत्रालय क्षेत्र के नवीनीकरण की बोली वे जीत गए, जिसमें उन्हें लगभग 360 करोड़ रु. प्रति एकड़ का भुगतान हुआ, जो अभी तक की सबसे ज्यादा प्रति एकड़ कीमत है.
43. जग्गी वासुदेव
54 वर्ष, गुरु (44)
क्योंकि वे सुशिक्षित समाज के पसंदीदा गुरु हैं और दुनिया भर के चिकित्सक, वकील, वास्तुकार और संगीतकार. कोयंबतूर स्थित उनके ईशा फाउंडेशन में स्वयंसेवक सेना के हिस्से के रूप में वे अपनी सेवाएं देना चाहते हैं. क्योंकि हिमालय में कटि वस्त्र पहनकर रहने से लेकर दावोस में भाषण देने तक, वह भी लगातार चार वर्षों तक, का परिवर्तन उन्होंने बड़ी आसानी से स्वीकार लिया.
44. परमेश्वर गोदरेज
64 वर्ष, सामाजिक पंच (45)
क्योंकि हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ ने, जो भारत में गोदरेज की योजनाओं में सहायता करना चाहता था और उनमें साझेदार बनना चाहता था, उनसे परामर्श लिया. क्योंकि एलिशिया कीज और लेज ब्लेक ने राष्ट्रपति क्लिंटन की वैश्विक पहल के जरिए भारत में अनेक लोकोपकारी परियोजनाओं पर काम करने के लिए उन्हें चुना.
45. चंदा डी. कोचर
48 वर्ष, बैंकर ( नई)
क्योंकि देश के सबसे बड़े निजी बैंक की प्रमुख के बतौर उन्होंने वैश्विक आर्थिक मंदी के बावजूद आइसीआइसीआइ को उबार लिया. क्योंकि संपत्तियों के रूप में 90 अरब डॉलर और बाजार की पूंजी के रूप में 22 अरब डॉलर के साथ बैंक सभी मानदंडों पर मजबूती से उभर कर सामने आया. क्योंकि फोर्ब्स की विश्व की सबसे ताकतवर 100 महिलाओं की सूची में विश्व भर की महिला नेताओं के बीच उन्हें 20वां स्थान मिला.
46. अमित मित्रा
62 वर्ष, अर्थशास्त्री (नए)
क्योंकि वे अर्थशास्त्र और विकास के बारे में नेताओं की भाषा में बात कर सकते हैं और रेलवे मंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें बतौर सलाहकार नियुक्त किया, जो उन्हें रेलवे मंत्रालय में परियोजनाओं के नवीन वित्तीय और क्रियान्वयन पर सलाह दे सकें. क्योंकि सभी मंचों पर उनकी बात मायने रखती है- एयर इंडिया के पुनर्गठन पर सरकार को सलाह देने के लिए नवगठित पेनल से लेकर जलवायु परिवर्तन पर योजना आयोग के विशेषज्ञ समूह, और फॉरव्न ट्रेड प्रमोशन संस्था से लेकर बड़ी कंपनियों के बोर्ड तक.
47. देवी शेट्टी
57 वर्ष, चिकित्सक (48)
क्योंकि उनकी कम लागत वाली यशस्विनी माइक्रो हेल्थ इंश्योरेंस योजना का अनुकरण आंध्र प्रदेश में राजीव आरोज्ञश्री और तमिलनाडु में कलैंगर इंश्योरेंस के रूप में किया गया. क्योंकि बंगलुरू, कोलकाता, अहमदाबाद, जयपुर और जमशेदपुर में उनके अस्पताल हैं और जल्द ही वे केमन द्वीप पर 2,000 बिस्तरों वाला हार्ट हॉस्पिटल स्थापित करने वाले हैं.
48. अरुणा रॉय
63 वर्ष, सामाजिक कार्यकर्ता(नई)
क्योंकि राष्ट्रीय सलाहकार परिषद के भंग होने के बावजूद आज भी उनकी बात सोनिया गांधी के लिए महत्व रखती है. क्योंकि उनके कारण सरकार 'ओछी' याचिकाओं के लिए दंडित करने से संबंधित परिच्छेद को शामिल करने के लिए सूचना के अधिकार अधिनियम में संशोधन करने के अपने कदम से पीछे हटी.
49. रामचंद्र गुहा
52 वर्ष, इतिहासकार (50)
क्योंकि वे देश के प्रमुख टिप्पणीकार हैं, जिन्होंने मंदी की मार झेल रहे बाजार में पेंग्विन प्रकाशन के साथ 97 लाख रु. का सात किताबों का अपनी तरह का पहला सौदा किया है. क्योंकि नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय का प्रबंधन हो या फिर नोबल शांति पुरस्कार के लिए श्री श्री रविशंकर का नामांकन, वे अपना मत रखने से नहीं घबराते.
50. सुरेश कलमाडी
55 वर्ष, राजनीतिक (नए)
क्योंकि भले ही कैबिनेट के अनेक मंत्री उनके खिलाफ हों लेकिन वे भारत के 8,000 करोड़ रु. के दिखावे वाले खेल आयोजन, राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजक समिति के अध्यक्ष बने हुए हैं. क्योंकि भारतीय ओलंपिक संगठन का अध्यक्ष होने के नाते, वह भी लगातार तीसरी बार, वे भारत में होने वाले किसी भी प्रमुख खेल आयोजन में प्रमुख व्यक्ति होते हैं.