लक्ष्मीनिवास मित्तल (60 वर्ष) उद्योगपति
क्योंकि पिछले साल कैमेरून के जीडीपी के बराबर रकम 23 अरब डॉलर का घाटा खाने के बावजूद दुनिया के आठवें और ब्रिटेन के सबसे धनी व्यक्ति की उद्योग और राजनीति के वैश्विक दिग्गजों तक निर्बाध पहुंच बनी रही. अध्यक्ष और सीईओ, आर्सेलर मित्तल, जिसने 7.32 करोड़ टन कच्चे इस्पात का उत्पादन किया और 65.1 अरब डॉलर की कमाई की.
अजित जैन (59 वर्ष) बिजनेस एक्जीक्यूटिव
क्योंकि आर्थिक कष्टों से भरी दुनिया में सामाजिक न्याय के प्रति उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता इस कदर प्रासंगिक कभी नहीं लग पाई. बर्कशायर हाथवेज़ रीइंश्योरेंस डिवीजन का यह अध्यक्ष वारेन बफेट का उत्तराधिकारी बन रहा बताया गया है.
अमर्त्य सेन (77 वर्ष) अर्थशास्त्री और दार्शनिक
क्योंकि उनकी गिनती दुनिया के सर्वाधिक प्रसिद्ध लेखकों में होती है. अंतरराष्ट्रीय प्रकाशन जगत में फतवे से बचने के लिए 20 साल के अज्ञातवास को लेकर पुस्तक लिखने की उनकी योजना सर्वाधिक चर्चित घटना बन गई है. हाल ही में उन्होंने द आइडिया ऑफ जस्टिस लिखी, जिसे अब तक की उनकी सर्वाधिक 'महत्वाकांक्षी और व्यापक श्रेणी वाली पुस्तक' घोषित किया गया है.
इंदिरा कृष्णमूर्ति नूई (55 वर्ष) उद्यमी
क्योंकि पेप्सीको की सीईओ पिछले महीने वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम में सितारा बनकर उभरीं, जहां उन्होंने समिति में अधिक महिलाओं के होने की मांग रखी, क्योंकि उससे 'दावोस का पूरा चरित्र ही बदल जाएगा.' पेप्सीको की इस सीईओ को फोर्ब्स 2009 की सूची में 100 'सर्वाधिक शक्तिशाली महिलाओं' में तीसरे नंबर पर रखा गया है.
सर सलमान रुश्दी (63 वर्ष) उपन्यासकार, निबंधकार
क्योंकि उनकी गिनती दुनिया के सर्वाधिक प्रसिद्ध लेखकों में होती है. अंतरराष्ट्रीय प्रकाशन जगत में फतवे से बचने के लिए 20 साल के अज्ञातवास को लेकर पुस्तक लिखने की उनकी योजना सर्वाधिक चर्चित घटना बन गई है. ब्रिटिश भारतीय लेखक, जिनकी पुस्तक मिडनाइट्स चिल्ड्रन (1981) ने 2008 में बेस्ट ऑफ द बुकर पुरस्कार जीता.
हिंदुजा बंधु, उद्योगपति
क्योंकि हिंदुजा ग्रुप विश्व में ताकतवर समूह बना चला आ रहा है. चार महाद्वीपों के 42 देशों में विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ती हिस्सेदारी सत्ता के विविध गलियारों में खासा सामूहिक असर रखती है. अगले पांच साल में वे भारत के बुनियादी ढांचे में 10 अरब डॉलर (46,200 करोड़ रु.) का निवेश करने की योजना बना रहे हैं. श्रीचंद, प्रकाश, गोपीचंद और अशोक छह क्षेत्रों में फैले हिंदुजा समूह को चलाते हैं.
संत सिंह चटवाल (58 वर्ष) होटल व्यवसायी
क्योंकि उन्हें अब पद्मभूषण पुरस्कार मिल गया है, जिसके लिए प्रधानमंत्री कार्यालय ने उनका नाम चलाया था और वह भारत-अमेरिका एटमी करार के लिए वाशिंगटन के सत्ता केंद्रों में ताकतवर पैरवी का ही पुरस्कार था. अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन से भी उनकी घनिष्ठता है. हैंपशायर होटल्स ऐंड रिजॉर्ट्स के इस सीईओ को ह्ढधानमंत्री कार्यालय से आगे बढ़ाए जाने पर अब पद्मभूषण पुरस्कार मिल गया है.
फरीद ज़कारिया (46 वर्ष) संपादक एवं पत्रकार
क्योंकि विदेशी मामलों के पंडित के तौर पर उनकी वैश्विक छवि का लगातार विस्तार होता जा रहा है और अभी हाल ही में भारत सरकार ने उन्हें पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया है. ज़कारिया न्यूजवीक इंटरनेशनल के संपादक और सीएनएन पर प्रसारित होने वाले एक टॉक शो के प्रस्तोता हैं.
लॉर्ड स्वराज पॉल (79 वर्ष) उद्यमी और परोपकारी
क्योंकि ब्रिटिश प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन व्यक्तिगत आयोजनों के अवसर पर उनके घर अक्सर आते-जाते रहते हैं. उनके कपारो समूह ने एक गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी बनाकर अगले दो साल के भीतर पांच करोड़ डॉलर के पूंजी निवेश से भारतीय वित्त सेवा क्षेत्र में प्रवेश करके बहुत भिन्न रास्ता चुन लिया है. हाउस ऑफ लार्ड्स के डिप्टी स्पीकर पद से इस्तीफा देने के बावजूद ब्रिटेन के राजनैतिक हलकों में उनकी उपस्थिति बनी हुई है.
विनोद खोसला (55 वर्ष) जोखिम पूंजीपति
क्योंकि जोखिम के मामले में दुनिया का यह अगुआ पूंजीपति अब पर्यावरण की लड़ाई लड़ रहा है और 'द चिंडिया टेस्ट' का मुहावरा उन्होंने ही गढ़ा है, जिसका आशय उस कीमत से है, जिसका भुगतान कर चीन और भारत बिना सब्सिडी के टेक्नोलॉजी ग्रहण करेंगे. अनुमानित 1.1 अरब डॉलर की उनकी संपत्ति उन्हें निरंतर फोर्बेस की 400 सबसे धनी लोगों की सूची में रखती है. इस साल वे 347वें स्थान पर रहे.
संजय गुप्ता (40 वर्ष) न्यूरोसर्जन और टीवी शख्सियत
क्योंकि वे समाचार टेलीविजन के मॅकड्रीमी हैं, जिन्होंने हैती की सड़कों पर, जहां वे भूकंप के बाद डॉक्टरों के एक दल को लेकर गए थे, एक बच्चे का ऑपरेशन करके टीवी के सर्वाधिक करिश्माई सर्जन की ख्याति अर्जित की है. सीएनएन का यह चीफ मेडिकल कारेसपांडेंट टाइम पत्रिका के लिए लिखता है और सीबीएस न्यूज का विशेष संवाददाता है.
ज़ुबिन मेहता (74 वर्ष) संगीतकार
क्योंकि चाहे तीन स्कूलों में इज्राएली अरबों के लिए संगीत शिक्षा कार्यक्रम मिफनेह (हिब्रु में जिसका अर्थ है 'बदलाव') को स्थापित कर इज्राएलियों और अरबों के बीच बेहतर संबंध बनाने हों या अमेरिका के 40 साल पुराने प्रतिबंध से छूट प्राप्त कर क्यूबा में न्यूयॉर्क फिलहार्मोनिक ऑर्केस्ट्रा को ले जाना हो, वे हमेशा शांति का पक्ष लेते हैं. यह जाना-माना कंडक्टर (संगीतकार) इज्राएल फिलहार्मोनिक आर्केस्ट्रा का पिछले 40 साल से संगीत निर्देशक रहा है.
सोनी मेहता (67 वर्ष) प्रकाशक
क्योंकि वे उद्योग के क्षेत्र में एक किंवदंती हैं और प्रकाशन गृह नॉफ डबलडे के प्रमुख के बतौर बिल क्लिंटन को उनके संस्मरणों के लिए एक करोड़ डॉलर अग्रिम देने के अलावा टोनी ब्लेयर को भी उनके आगामी संस्मरणों के लिए 50 लाख डॉलर की पेशगी दे चुके हैं. नॉफ डबलडे का यह अध्यक्ष आंद्रे अगासी के संस्मरण और डान ब्राउन की सर्वाधिक बिक चुकी द लॉस्ट सिंबल प्रकाशित कर चुका है.
सर वी.एस. नायपॉल (78 वर्ष) लेखक
क्योंकि वे दुनिया में सर्वाधिक सराहना पाने वाले और सर्वाधिक विवादास्पद लेखकों में से एक हैं, भले ही वे उपन्यास को अब मृत घोषित कर चुके हैं. पिछले साल द टाइम्स ने उन्हें '1945 के बाद 50 महानतम ब्रिटिश लेखकों' की सूची में सातवें स्थान पर रखा था.
जगदीश भगवती (76 वर्ष) अर्थशास्त्री
क्योंकि वे दुनिया में वैश्विकरण के जाने-माने समर्थक हैं और कोलंबिया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर तथा काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस में अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्र के वरिष्ठ अध्येता होने से उनकी बात हर देश की राजधानी में मायने रखती है. मुक्त व्यापार की लड़ाई में नेता भगवती विश्व में सरकारी अहस्तक्षेप के समर्थक अर्थशास्त्रियों का मानवीय चेहरा हैं.
रघुराम राजन (47 वर्ष) अर्थशास्त्री
क्योंकि वे दुनिया भर में सराहे जाने वाले ऐसे अर्थशास्त्री हैं, जो अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में सबसे कम उम्र के मुख्य अर्थशास्त्री बने और इस पद पर प'ंचने वाले किसी विकासशील देश के पहले नागरिक हैं. वे शिकागो यूनिवर्सिटी के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस में एरिक जे. ग्लीचर डिस्टिनगुश्ड प्रोफेसर ऑफ फाइनेंस हैं.
मीरा नायर (53 वर्ष) निर्देशक और निर्माता
क्योंकि ऑस्कर पुरस्कार विजेता हिलेरी स्वैंक का कहना है कि वे उन सर्वश्रेष्ठ निदेशकों में से हैं, जिनके साथ वे (अमेलिया में) काम कर चुकी हैं. उक्त फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर मिली ठंडी प्रतिक्रिया के बावजूद वे द रिलक्टेंट फंडामेंटलिस्ट के फिल्मी रूपांतरण को लेकर व्यस्त हैं. मीराबाई फिल्म्स की यह प्रमुख ‘रिल्कटेंट फंडामेंटलिस्ट’ और ‘शांताराम’ सरीखी दो परियोजनाओं के काम में व्यस्त हैं.
रजत गुप्ता (62 वर्ष) कारोबारी
क्योंकि दुनिया की नामी मॅकिन्से ऐंड कंपनी का यह पूर्व ह्ढबंध निदेशक अब स्वदेश में लौटकर इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस हो या पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन, इन दोनों का विस्तार करके स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में प्रमुख भूमिका निभा रहा है. मॅकिंन्से ऐंड कंपनी के पूर्व एमडी गुप्ता 37 देशों में अपने 80 कार्यालयों में कारोबारी परामर्श के प्रभारी हैं.
झुंपा लाहिड़ी (43 वर्ष) लेखक
क्योंकि अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें कला एवं मानविकी से संबंधित अपनी समिति में नियुक्त किया है, जिससे जानी-मानी लेखिका के रूप में उनकी प्रतिष्ठा को चार चांद लगे हैं और सोने में सुहागा यह कि द न्यूयॉर्क टाइम्स ने उन्हें न्यूयॉर्क की 50 सर्वाधिक शक्तिशाली महिलाओं में गिना है. पुस्तक ‘अनएक्सटम्ड अर्थ’ के लिए उन्हें 2009 के कॉमनवेल्थ लेखक पुरस्कार की क्षेत्रीय विजेता घोषित किया गया है.
सी.के. प्रह्लाद (69 वर्ष) अर्थशास्त्री
क्योंकि द टाइम्स की वार्षिक '50 चिंतकों' की सूची में उन्हें दुनिया का सर्वाधिक प्रभावशाली कारोबारी चिंतक, बिजनेस वीक में अमेरिका में चोटी का बिजनेस प्रोफेसर और द वॉल स्ट्रीट जर्नल में दुनिया में चोटी के 10 शिक्षकों में से एक बताया गया है. वे मिशिगन यूनिवर्सिटी में पॉल ऐंड रुथ मॅकक्रेकन डिस्टिनगुश्ड यूनिवर्सिटी प्रोफेसर ऑफ कार्पोरेट स्ट्रेटजी हैं.