जब फिल्म बनाई जाती है कहां कौन निर्देशक-निर्माता सोचते हैं कि मैं एक फ्लॉप फिल्म बना रहा हूं...सभी फिल्म
ब्लॉकबस्टर ही बनाते हैं लेकिन फिल्म का कंटेंट ऐसा होता है कि रिलीज के बाद शायद फिल्म के अभिनेता-अभिनेत्री भी
फिल्म पैसा लगाकर नहीं देखना चाहते हैं. 2010 में भी कुछ ऐसी ही फिल्में रहीं जिसको केवल फिल्म समीक्षकों ने ही
देखा. दर्शक तो देखने गए नहीं.
अमेरिकी निर्देशक जेनिफर लिंच की फिल्म हिस्स 2010 की उन कुछ हिंदी फिल्मों में हैं जो बुरी तरीके से पिट गई.
फिल्म के प्रोमोशन में फिल्म की अभिनेत्री मल्लिका शेरावत नाग मंदिर में पूजा करने गई थी.
मल्लिका को यह भान नहीं रहा होगा कि सांप सुन नहीं सकते हैं.
मल्लिका के संग इरफान खान और दिव्या दत्ता ने फिल्म मुख्य भूमिका में थे.
कुछ फिल्मों का इंतजार लोग सालों पहले से करते हैं और जब वो आती है तो लोग टूट पड़ते हैं. रितिक रोशन की काईट्स के शोशे भी ऐसे ही थे.
फिल्म की खबरें फिल्म के आने से साल भर पहले ही फिल्मी अखबारों और पत्रिकाओं में आने शुरू हो गए थे लेकिन एक बार जैसे ही फिल्म रिलीज हुई रितिक का पतंग कट गई और फिल्म हुई फ्लॉप. 2010 में बॉलीवुड की फिल्मों में टॉप 10 में यह फिल्म रही.
कई तो इस फिल्म का नाम भी नहीं सुन पाए. फिल्म है पाठशाला.
शाहिद कपूर, नाना पाटेकर और आयशा टाकिया अभिनीत पाठशाला को बच्चे भी देखने नहीं गए.
डांस डायरेक्टर अहमद खान इस फिल्म के निर्माता थे.
फिल्म समीक्षकों ने इसे एक अच्छे नीयत से बनाई गई बुरी फिल्म कहा.
कार्तिक कालिंग कार्तिक भी बुरी तरीके से पिटी. फिल्म के प्रोमो लोगों को लुभा रहे थे लेकिन थियेटर में जाने पर पता चला कि इस फिल्म में तो रीढ़ की हड्डी ही नहीं है यानि फिल्म में स्क्रीनप्ले जैसी चीज नदारद है.
फरहान अख्तर और दीपिका पादुकोन की फिल्म कार्तिक कालिंग कार्तिक लोगों के बीच अपनी पहचान बनाने में नाकाम रही.
फिल्म के निर्माता थे खुद फरहान अख्तर. अभिनेता के रूप में फरहान की यह तीसरी फिल्म थी.
फरहान ने अपनी पहली फिल्म रॉक ऑन में निर्माता तो थे ही उन्होंने गाना भी गाया था.
ऐश्वर्या और अभिषेक की फिल्म रावण भी बॉक्स ऑफिस पर कोई कमाल नहीं कर सकी. फिल्म को जो तारीफ मिली वो सिनेमेटोग्राफी के लिए.
मणिरत्नम द्वारा निर्देशित फिल्म रावण का संगीत तो हिट हुआ लेकिन संगीत की तरह फिल्म चल नहीं सकी.
100 करोड़ की लागत वाली फिल्म रावण की कमाई महज 30 करोड़ रही.
एक और राम गोपाल वर्मा की फिल्म रक्त चरित्र भी फ्लॉप हो गई.
लोगों को रक्त चरित्र तब पसंद आती जब लोग उसे देखने जाते, आजकल लोग रामू के नाम से ही दूर दूर रहने लगे हैं.
शत्रुघ्न सिन्हा और विवेक ओबरॉय अभिनीत फिल्म रक्त चरित्र के बाद फिल्म की दूसरी पार्ट भी एक महीने बाद रिलीज हुई वो भी फ्लॉप रही.
रण अगर अपने गानों को लेकर विवादों में नहीं आती तो शायद दर्शक फिल्म का नाम भी नहीं सुन पाते. वैसे भी राम गोपाल वर्मा के सितारे गर्दिश में चल रहे हैं. और सितारों की चाल को अमिताभ बच्चन भी ठीक नहीं कर पा रहे हैं.
मीडिया के काम को लेकर पर बनी फिल्म रण में अमिताभ बच्चन के अलावा रितेश देशमुख और परेश रावल ने अभिनय निभाया था.
हिंदुजा घराने ने फिल्म बनाने सोची और फिल्म बनाई तीन पत्ती.
अमिताभ बच्चन, बेन किंग्सले और आर माधवन बने तीन पत्ती.... पत्ते की तरह उड़ गई फिल्म. कब आई, कब गई.... शायद अमिताभ को भी पता नहीं चला.
फिल्म की निर्देशक थी लीना यादव.
दबंग सलमान खान ने अपने भाई अरबाज खान की फिल्म में वो एक्टिंग की कि दबंग साल की सबसे बड़ी हिट फिल्म रही लेकिन सलमान खान वीर नहीं बन पाए.
सुपर हिट फिल्म गदर के निर्देशक अनिल शर्मा की फिल्म वीर में नवोदित कलाकार जरीन खान के साथ मिथुन चक्रवर्ती ने काम किया था.
फिल्म की कहानी सलमान खान ने लिखी थी.
2010 में वी आर फैमिली काजोल की दूसरी फिल्म थी. पहली फिल्म माई नेम इज खान, जो सुपर हिट रही थी के बाद काजोल, करीना और अर्जुन रामपाल की 'फैमिली' बनते ही टूट गई.
लोगों ने ऐसी फैमिली से दूर ही रहना ठीक समझा. करण जौहर फिल्म के निर्माता थे.