‘टूनपुर का सुपरहीरो’में काम कर रहे अजय देवगन कहते हैं कि वो पिछली नाकामियों से नहीं डरते.
आदित्य के चाहने वालों की संख्या करोडों में है. आदित्य की फैमिली में उसकी बीवी प्रिया (काजोल) और उसके दो बच्चे है.
अदालत ने फ़िल्म के निर्माता और निर्देशक को निर्देश दिया है कि वो फ़िल्म में इस आशय का नोट लगाएं जिसमें ये स्पष्ट किया गया हो कि फ़िल्म में दिखाया गया एक कार्टून किरदार बप्पी लाहिरी पर आधारित नहीं है.
'टूनपुर का सुपरहीरो' के निर्माता अजय देवगन है.
काजोल कहती हैं, "इस फिल्म में काम करना काफी कठिन था. कई दृश्यों को करने में काफी परेशानी हुई. इस तरह की फिल्मों के दौरान बहुत सारी बातें आपको दिमाग में रखनी होती हैं."
'टूनपुर का सुपरहीरो'के निर्देशक किरीट खुराना है.
आदित्य के दोनों बच्चे चाहते है कि उनके पापा सिर्फ फिल्मी पर्दे पर ही नहीं, बल्कि रीयल लाइफ में भी हीरो जैसा काम करें.
'टूनपुर का सुपरहीरो'में एक दिन किसी तरह से आदित्य अपने बच्चों के फेवरेट कार्टून गेम टूनपुर में घुस जाते है.
‘टूनपुर का सुपरहीरो’फिल्म को देश की पहली 3-डी काटरून फिल्म के रूप में प्रचारित किया जा रहा है.
दिल्ली उच्च न्यायालय ने फ़िल्म संगीतकार बप्पी लाहिरी की वह याचिका ख़ारिज कर दी है जिसमें फ़िल्म ‘टूनपुर का सुपरहीरो’ की रिलीज़ पर रोक लगाने की मांग की गई थी.
'टूनपुर का सुपरहीरो'में अजय देवगन (आदित्य कपूर) फिल्म में बॉलीवुड एक्टर बने है.
न्यायालय का ये फ़ैसला जाने-माने संगीतकार और गायक बप्पी लाहिरी की उस याचिका पर है जिसमें उन्होंने फ़िल्म की रिलीज़ पर रोक लगाने और उसके एक किरदार ‘गप्पी’ को हटाने की मांग की थी.
बप्पी ने कहा था कि मैं इतना वरिष्ठ संगीतकार हूं. उन्होंने मेरा मज़ाक बनाया है.
बप्पी ने कहा कि ‘टूनपुर का सुपरहीरो’ के लिए अजय और काजोल को मुझसे माफ़ी मांगनी चाहिए.
किरीट ने कहा, “हमारा किरदार गप्पी उनसे बिल्कुल अलग है. उस किरदार ने एल्विस प्रेस्ली के कपड़े और ज़ेवर पहने हैं, उसके शरीर पर जो बल्ब लगे हैं वो अमिताभ बच्चन की फ़िल्म ‘याराना’ से प्रेरित हैं.
टूनपुर का सुपरहीरो में 1988 का ऑस्कर जीतने वाली फिल्म हू फ्रेम्ड रोजर रैबिट की तरह ही एनिमेटेड और वास्तविक कलाकारों का संगम है.
भारत में एनिमेशन फिल्मों से जुड़े लोग टूनपुर के सुपरहीरो पर उम्मीद लगाए बैठै हैं.
अजय फिल्म के बारे में कहते हैं,"मैं इसमें काम करने पर इसलिए तैयार हुआ क्योंकि मुझे इसकी स्क्रिप्ट बेहद पसंद आई, जब कोई रियल कैरेक्टर आपके आसपास न हो तो एक्टिंग काफी मुश्किल होती है, पहले तो मैं भी घबराया था कि ये क्या कर रहा हूं लेकिन जब फिल्म बन कर तैयार हुई तो मुझे संतोष मिला."
‘टूनपुर का सुपरहीरो’को बनाने का खर्च करीब 40-50 करोड़ रुपये की बीच आने की बात कही जा रही है.
‘टूनपुर का सुपरहीरो’भारत की पहली थ्रीडी एनिमेशन फिल्म हैं जिसमें वास्तविक कलाकारों ने भी काम किया है.
हॉलीवुड में एक एनिमेशन फिल्म बनाने का खर्च 400-460 करोड़ रुपये तक आता है पर भारत में इसके काफी कम लागत में ही फिल्म बन जता ही है.
छोटे बजट की फिल्म हनुमान की जबर्दस्त सफलता के बाद. इसी सफलता को भुनाने के लिए हनुमान का पार्ट 2 भी आया.
पांच साल पहले भारत में एनिमेशन फिल्मों को आने वाले दौर की बड़ी चीज कहा गया. इस दौर में फिल्मकारों ने एनिमेशन का विदेशी निर्देशकों की तरह अपने यहां भी एनिमेशन का इस्तेमाल शुरू किया.
‘टूनपुर का सुपरहीरो’में सुपरहीरो का गुणगान करती कविताएं बोरिंग हैं.
टूनपुर का सुपरहीरो में 1988 का ऑस्कर जीतने वाली फिल्म हू फ्रेम्ड रोजर रैबिट की तरह ही एनिमेटेड और वास्तविक कलाकारों का संगम है.
‘टूनपुर का सुपरहीरो’फिल्म फर्स्ट हाफ में फिल्म बहुत डल है. सेकेंड हाफ में थोड़ी बहुत जान आती है.
अजय देवगन ‘टूनपुर का सुपरहीरो’में बच्चों के साथ वह एनर्जी का एहसास नहीं करा पाए जो ऐसे रोल में शाहरुख़ दिखा पाते हैं.
फिल्म के ट्रेलर ने ही दो चीज़ें बता दी थी. एक तो कहानी बहुत साधारण है. दूसरी एनिमेशन अच्छे होंगे.
‘टूनपुर का सुपरहीरो’में अजय का बेटा उसे यह कहकर धिक्कारता है कि वह तो नकली हीरो है क्योंकि सारे स्टंट तो उसके डुप्लीकेट करते हैं.
लीवुड एक्टर अजय देवगन और काजोल स्टारर एनिमेशन फिल्म "टूनपुर का सुपरहीरो" से मशहूर संगीतकार बप्पी लहरी इन दिनों नाराज चल रहे हैं.
अजय ने कहा ‘टूनपुर का सुपरहीरो’एक शानदार कहानी है जो पूरी फिल्म के दौरान आपका भरपूर मनोरंजन करेगी.
अजय देवगन ने कहा आज के बच्चे बहुत ही तेज हैं क्योंकि उन्हें बाहरी दुनिया के बारे में ज्यादा देखने और समझने को मिलता है.
अजय ने कहा कि एनिमेशन फिल्म बच्चों को ध्यान में रखकर बनाई जाती है लेकिन ज्यादातर बच्चों के साथ-साथ व्यस्क भी उसका आनंद उठाते है.
अपनी फिल्म में थ्री डी एनिमेशन के इस्तेमाल पर अजय देवगन ने कहा कि इस फिल्म में एनिमेशन (कम्प्यूटर पर बनाया गया गतिशील चित्र) के बावजूद मनोरंजन को भी उसी अनुपात में रखा गया है.
अजय देवगन की आगामी नई फिल्म टूनपुर का सुपरहीरो भारतीय सिनेमा के इतिहास में पहली वैसी फिल्म होगी जिसमें त्रिआयामी एनिमेशन का इस्तेमाल सामान्य फीचर फिल्म के साथ किया गया है.
आदित्य को अफसोस है कि वह अपने बच्चों कबीर (अमय पांडे) और राइमा (चिंकी जायसवाल) की नजरों में सुपर स्टार नहीं है.
कार्टून कैरेक्टर्स का इस्तेमाल होते हुए 'टूनपुर का सुपरहीरो'बच्चों को नहीं बल्कि पारिवारिक फिल्म कही जाएगी.
बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन ने इस बार एनिमेशन और लाइव कैरेक्टर्स को लेकर ऎसी फिल्म बनाई है जो सिर्फ बच्चों की पसंद को ध्यान में रखकर बनाई गई है.
'टूनपुर का सुपरहीरो' ना तो ये देखने में उतनी अच्छी लगती है और ना ही स्टोरी टेलिंग के नज़रिए से ये ऑडियंस को एंगेज कर पाती है.
'टूनपुर का सुपरहीरो' फिल्म से भारत में एनिमेशन जगत को काफी उम्मीद है.
'टूनपुर का सुपरहीरो' काजोल की यह पहली कार्टून फिल्म होगी.
‘टूनपुर का सुपरहीरो’में हर चीज़ के आगे टून लगा दिया गया है जैसे टूनास्त्र देव, टून टूनासुर, टूनेश्वर.
फिल्म बनाते समय इस बात का बेहद ख्याल रखा गया है कि बच्चों को फिल्म दिखाने ले जाने वाले बडे कहीं बोर ना हो जाएं.
मालूम हो कि एनीमेशन फिल्म 'टूनपुर का सुपरहीरो' के माध्यम से काजोल और अजय कार्टून की दुनिया में कदम रख रहे हैं.
बप्पी का आरोप है कि ‘गप्पी’ को उनके जैसा बनाया गया है तथा इसके मार्फत उनकी छवि खराब की जा रही है.
काजोल का कहना है कि वह अजय के साथ काम करने में काफी सहज महसूस करती हैं.
समीक्षकों द्वारा इस फिल्म की काफी सराहना की गई थी लेकिन बॉक्स आफिस पर कोई खास सफलता नहीं मिली.
काजोल इसके अलावा अंतिम बार 'यू मी और हम' में अजय के साथ नजर आईं थीं, जो अजय द्वारा ही निर्देशित थी.
काजोल 'हलचल', 'प्यार तो होना ही था', 'इश्क', 'दिल क्या करे' में अपनी अदाकारी का जलवा दिखा चुकी हैं.
बप्पी की याचिका पर जस्टिस एस रवींद्र भट्ट ने फिल्म के निर्माता तथा निर्देशक को नोटिस जारी किया है. फिल्म में अजय देवगन तथा काजोल कलाकार हैं.
काजोल ने अजय के साथ वर्ष 1999 में शादी रचाई थी, जिसे बॉलीवुड की सबसे बेहतरीन जोड़ियों में शुमार की जाती है.
काजोल कहती हैं, "ऐसा कभी कभार ही होता है कि हम दोनों को एक ही पटकथा पसंद आती है और हम काम करने के लिए सहमत हो जाते हैं."
काजोल ने बताया कि अजय और मैं एक साथ पर्दे पर दिखने पर काफी समय लेते हैं क्योंकि हम जल्दी किसी पटकथा पर काम करने के लिए सहमत नहीं होते.
शाहरुख को जब ये बातें पता चली हैं तब टूनपुर का सुपरहीरो तो रिलीज हो रही है इसलिए अब सारी टेंशन शाहरुख की है कि वह अपनी फिल्म को अनोखा बनाने के लिए अब क्या करेंगे.
दो वर्ष के लम्बे अंतराल के बाद पति और बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन के साथ एनिमेशन फिल्म 'टूनपुर का सुपरहीरो' में दिखने वाली अभिनेत्री काजोल का कहना है कि वह और अजय आसानी से किसी फिल्म की पटकथा पर सहमत नहीं होते.
इस फिल्म में एक लंबे समय बाद काजोल की मम्मी और जानी-मानी अभिनेत्री तनूजा ने भी काम किया है.
इस फिल्म में अजय की दो साल की मेहनत और पैसा दोनों ही लगे हुए हैं.
कहा जा रहा है कि ये फिल्म भारत की पहली 3D एनीमेटेड फिल्म है.
'टूनपुर का सुपरहीरो' में अजय-काजोल एनीमेटड कैरेक्ट्रर्स के साथ मिल कर एक अनोखा कारनामा अंजाम जेने जा रहे हैं.
अजय देवगन की फिल्म 'टूनपुर का सुपरहीरो' उनकी होम प्रोडक्शन है.
बात ये है कि अजय देवगन की 'टूनपुर का सुपरहीरो' और शाहरुख खान की 'रा-वन' में इतनी समानताएं निकल आई हैं कि दोनों फिल्म लगभग एक ही विषय और थीम पर बनी मालूम दे रही हैं.
बप्पी का आरोप है कि इसमें ‘गप्पी’ नामक पात्र के जरिए उनका अपमानजनक चित्रण किया गया है.
टूनासुर और देवाटून के बीच युद्ध होता है और देवाटून की तरफ से अजय देवगन इस युद्ध में हिस्सा लेता है.
अब इसे शाहरुख का दुर्भाग्य कह लें या फिर अजय देवगन के सितारे बुलंदी पर कह लें दोनों बातों में अजय देवगन का फायदा और हर हाल में शाहरुख का नुकसान होना तय ही है.
जानकारों का मानना है कि मुख्यधारा के कलाकारों का एनिमेशन फिल्मों से जुड़ना एनिमेशन इंडस्ट्री के लिए मुनाफे का सौदा साबित होगा.
टूनपुर का सुपरहीरो में 1988 का ऑस्कर जीतने वाली फिल्म हू फ्रेम्ड रोजर रैबिट की तरह ही एनिमेटेड और वास्तविक कलाकारों का संगम है.
दुनिया भर में हिट हो रही एनिमेशन फिल्में भारत में नहीं चल पा रहीं.
एनिमेशन से जुडे़ लोगों को अजय देवगन और काजोल की इस फिल्म से काफी आस है.
भारत में एनिमेशन फिल्मों से जुड़े लोग टूनपुर के सुपरहीरो पर उम्मीद लगाए बैठै हैं.
'टूनपुर का सुपरहीरो'में अजय के दोनों बच्चों के रूप में अमय और चिंकी ने अच्छा काम किया है.
अजय देवगन शुरू से अंत तक फिल्म में छाए हुए है. काजोल के लिए फिल्म में करने लायक कुछ खास नहीं था.
'टूनपुर का सुपरहीरो'में एक पिता की अपने बच्चों का भरोसा जीतने के खातिर की गई हजार कोशिशें उसे सचमुच का सुपरहीरो बना देती है.
'टूनपुर का सुपरहीरो'में आदित्य के सिर पर जुनून सवार है कि उसे देवटूनों की मदद से दूनासुरों को हरा कर अपने बच्चों की निगाह में सच का सुपरहीरो बनाना है.
फिल्म का व्यंग भी खुद अजय देवगन की गोलमाल फिल्मों से कुछ ख़ास अलग नहीं होकर काफी सड़कछाप लगता है.
अक्सर एनिमेशन फिल्में काफी शानदार लगती है लेकिन 'टूनपुर का सुपरहीरो' को बर्दाश्त करना मुश्किल हो जाता है.
डिस्को किंग बप्पी लहरी ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका लगाकर ‘टूनपुर का सुपरहीरो’ के रिलीज होने पर स्थगन देने की मांग की थी.
'टूनपुर का सुपरहीरो' में शामिल है गुजराती हाउसवाइफ बिग बेन, म्यूजिक ऑबसेस्ड मोटा सा आदमी गप्पी, हिंदी फिल्मों रीमिक्स का दीवाना सरदार बॉली और विलेन की ख़ास मोनिका.
'टूनपुर का सुपरहीरो' फिल्म के ज़्यादातर सभी एनिमेटिड किरदार बहुत ही पारंपरिक लगते हैं.
कृत खुराना निर्देशित 'टूनपुर का सुपरहीरो' में सबसे शर्मनाक बात है इस फिल्म में इमैजिनेशन की कमी होना.
अजय देवगन के बेटा उनसे इसलिए नाराज है क्योंकि वो अपनी फिल्मों में अपने खतरनाक एक्शन स्टंट सीन के लिए बॉडी डबल का इस्तेमाल करता है.
आदित्य के लिए ये एक मौका है जिससे वो अपने बेटे की नज़रों में हीरो साबित हो सकता है.
अजय देवगन को टूनपुर में अच्छे टून्स या फिर यूं कहे देव टून्स की मदद करनी है बुरे टून्स को हराकर.
अजय देवगन मूवी स्टार आदित्य के किरदार में है जिसे किडनैप कर कार्टून की दुनिया में भेज दिया जाता है.
'टूनपुर का सुपरहीरो' की ओपनिंग होती है संजय दत्त के अजीब वॉइस ओवर के साथ जहां वो इस बोरिंग सी लाइव एक्शन बनी एनिमेशन फिल्म के अहम किरदारों को इंट्रोड्यूस कराते हैं.