'नो वन किल्ड जेस्सिका' में बेहतरीन अदाकारी के बाद रानी मुखर्जी अब फिल्म 'अय्या' में अभिनय के जलवे दिखाने जा रही हैं.
विक्रम भट्ट की 14 साल पहले रिलीज फिल्म ‘गुलाम’ से दर्शकों को अपनी सेक्स अपील का गुलाम बना लेने वाली रानी मुखर्जी अब 'अय्या' बनने जा रही हैं.
अनुराग कश्यप की लिखी कहानी पर सचिन कुंडालकर की फिल्म ‘अय्या’ में रानी मध्यमवर्गीय मराठी महिला की भूमिका कर रही हैं.
अनुराग कश्यप और वायकॉम 18 इस फिल्म के निर्माता हैं. सचिन कुंदलकर ने फिल्म का निर्देशन किया है और 12 अक्टूबर को यह फिल्म रिलीज होगी.
'नो वन किल्ड जेसिका' की रिलीज होने के करीब पौने दो साल बाद रानी मुखर्जी की यह पहली फिल्म है.
12 अक्टूबर को रिलीज हो रही 'अय्या' में रानी मुखर्जी ऐसी मराठी लड़की बनी हैं, जिसकी शादी के लिए परिवार लड़का ढूंढ रहा है.
हल्के-फुल्के हास्य से भरपूर इस फिल्म में रानी का कैरेक्टर मलयाली आर्टिस्ट से प्रेम करने लगता है.
‘अय्या’ भारत के मध्यवर्गीय परिवारों को समर्पित फिल्म है, जिसमें मां को हर समय अपने परिवार, अपने बच्चों की चिंता लगी रहती है.
रानी के लिए उनका परिवार अच्छा वर ढूंढना चाहता है. इसमें उत्तर और दक्षिण की संस्कृति का हास्य से भरपूर चित्रण किया गया है.
रानी कहती हैं कि मुझे इस फिल्म से मध्यमवर्गीय परिवारों से जुड़ने का मौका मिलेगा. मैं खुद मध्यवर्गीय परिवार से हूं और इतनी ऊंचाई तक पहुंची हूं.
रानी मुखर्जी के साथ 'अय्या' में अभिनय कर बॉलीवुड में शुरुआत करने वाले दक्षिण भारतीय अभिनेता पृथ्वीराज सुकुमारन का दावा है कि वह उनके सबसे बड़े प्रशंसक हैं.
अनुराग कश्यप के निर्माण में बनी 'अय्या' में रानी एक मराठी लड़की की भूमिका में हैं. रानी ने अपने बेली नृत्य पर आधारित आइटम सॉंग के लिए बेली नृत्य सीखा.
सचिन कुंडालकर के निर्देशन में बनी 'अय्या' 12 अक्टूबर को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी.
गाने के बोल 'ड्रीमम वाकेउप्पम' हैं और इसमें रानी के साथ साउथ के स्टार पृथ्वीराज नजर आये हैं जिनके साथ रानी ने जमकर साउथ स्टाइल में ठुमके लगाए हैं.
सूत्रों के मुताबिक, यह गाना कमल हसन की 80 के दशक की फिल्मों के गानों से प्रेरित है. न सिर्फ यह गाना बल्कि इस गाने में दिखाये गये कई डांस मूव्स भी कमल हसन के गानों के डांस से प्रभावित हैं.
इस गाने के लिए रानी मुखर्जी ने अपनी दोस्त व कोरियोग्राफर वैभवी मर्चेट से खासतौर से ट्रेनिंग ली है.
खुद वैभवी मानती हैं कि इस गाने के लिए उन्हें खास प्रैक्टिस करनी पड़ी है और उन्होंने खुद भी काफी रिसर्च किया है.
इस गाने की एक खास बात यह भी है कि इस गाने की कुछ पंक्तियां रानी के स्पॉट ब्वॉय पी अमोस ने लिखी हैं.
ये तीनों गीत अलग-अलग नृत्य शैलियों पर आधारित हैं. इनमें एक दक्षिण भारतीय नृत्य पर आधारित है. दूसरा मराठी ‘लावणी’ नृत्य पर आधारित है, जबकि तीसरे में रानी बेली नृत्य करती दिखेंगी. ये सभी गीत कहानी को आग बढ़ाते हैं.
'अय्या' फिल्म में रानी का किरदार उनके अब तक के निभाए किरदारों से एकदम अलग होगा.
रानी ने बताया कि इस तरह का रोल को चुनने के की एक बड़ी वजह यह भी थी कि वे करियर के इस पड़ाव पर कुछ अलग किस्म के किरदार निभाना चाहती थीं.
फिल्म ‘अय्या’ में वह एक नहीं बल्कि तीन-तीन आइटम सॉंग में हैं. इन तीन आयटम सॉंग में से एक में वह बेली डांस करती दिखेंगी.
रानी मुखर्जी इस परिवार की बड़ी बेटी की भूमिका निभाएंगी जो अपनी दादी की लाडली हैं. पूरे परिवार को रानी की शादी की चिंता है.
रानी मुखर्जी इस फ़िल्म को लेकर बेहद उत्साहित हैं क्योंकि इस फ़िल्म के ज़रिये उन्हें कई परिवारों से जुड़ने और उनके दिल में घर कर जाने का मौका मिलेगा.
स्क्रिप्ट की डिमांड के अनुसार उन्हें फिल्म में कुछ तमिल शब्द भी बोलने थे और इससे पहले रानी ने कभी तमिल भाषा का प्रयोग नहीं किया था.
ऐसे में रानी थोड़ी नर्वस थी कि वे इस फिल्म में किस तरह तमिल भाषा का प्रयोग करेंगी. किस तरह बोलेंगी. ऐसे में उनकी परेशानी का समाधान किया दक्षिण के सुपरस्टार पृथ्वीराज ने. पृथ्वीराज ने इस फिल्म के लिए रानी को तमिल सिखाया है.
उन्होंने रानी को फिल्म में तमिल के उच्चारण पर खास काम करवाया. रानी मुखर्जी ने मराठी भी 'अय्या' के निर्देशक सचिन कुंदालकर से सीखी थी.
पृथ्वीराज तमिल व मलयालम दोनों फिल्मों में अभिनय करते रहे हैं. इसलिए उन्हें इस भाषा का बेहतरीन ज्ञान है.
रानी इस बारे में कहती हैं कि, उनके लिए यह फिल्म एक तरह से कई भाषाओं की पाठशाला बन गयी.
बॉलीवुड में आइटम सांग के बढ़ते प्रचलन के बीच अभिनेत्री रानी मुखर्जी भी अपनी फिल्म ‘अय्या’ में आइटम सांग में नाचती दिखेंगी.
फिल्म के एक गाने में वह किसी साउथ की अभिनेत्री की तरह लटके-झटके मारती नजर आ रही हैं. गाने के बोल 'ड्रीमम वाकेउप्पम' हैं .
यानी एक ऐसी मां है जिसे हर वक़्त अपने बच्चों और परिवार की चिंता लगी रहती है.
एक खुले विचारों वाले पिता, मस्तमौला भाई और एक दादी जो इस दुनिया से परे हैं.
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