बॉलीवुड सिनेमा में 80-90 के दशक में जानी-मानी एक्ट्रेस रह चुकीं रीता भादुड़ी की आज पुणतिथि है. 17 जुलाई को रीता ने अपनी आखिरी सांस ली थी. इस खास दिन पर आइए जानें इंडस्ट्री की दिग्गज एक्ट्रेस रह चुकी रीता भादुड़ी के बारे में, जिसे अक्सर लोग जया भादुड़ी की बहन समझ बैठते थे.
रीता ने 70 के दशक में फिल्मों में काम करना शुरू किया था. छोटे रोल्स कर उन्हें इंडस्ट्री में काम तो मिल गया लेकिन पहचान नहीं मिल रही थी. 1979 में राजश्री प्रोडक्शंस के बैनर तले बनी फिल्म 'सावन को आने दो' के बाद उन्हें पॉपुलैरिटी मिली.
1975 में आई जूली में रीता ने लीड एक्ट्रेस की बेस्ट फ्रेंड का रोल निभाया था. वहीं मलयालम फिल्म कन्याकुमारी में कमल हासन के अपोजिट काम करने के बाद हिंदी सिनेमा से अलग भी लोगों ने उन्हें नोटिस करना शुरू किया. यह उनके करियर का लैंडमार्क रोल था.
रीता भादुड़ी ने कई गुजराती फिल्मों में भी काम किया है. वे उन चुनिंदा एक्ट्रेसेज में से एक हैं जिसने गुजराती मूल की नहीं होने के बावजूद गुजराती सिनेमा में अपनी छाप छोड़ी.
लंबे समय तक उन्होंने अपने काम को यूं ही जारी रखा. 1995 में फिल्म राजा में दोबारा रीता ने अपनी शानदार एक्टिंग से लोगों का दिल जीत लिया. इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड में बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस की कैटेगरी के लिए चुना नॉमिनेट किया गया था.
उन्होंने कई टीवी सीरियल्स में भी काम अपनी अदाकारी का जलवा बिखेरा है. बनते बिगड़ते, मंजिल, संजीवनी, साराभाई वर्सेज साराभाई, कोई दिल में है, एक महल हो सपनों का, थोड़ा है थोड़े की जरुरत है, अमानत, गृहलक्ष्मी, छोटी बहू, हसरतें, कुमकुम, खिचड़ी, बानी, मिसेज कौशिक की पांच बहुएं, रिश्ते आदि सीरियल्स में उन्होंने मजबूत किरदार निभाए हैं. उन्हें आखिरी बार निमकी मुखिया सीरियल में देखा गया था.
अब बात करें कि क्यों रीता भादुड़ी को अक्सर जया भादुड़ी अब जया बच्चन की बहन समझ लिया जाता था. तो इसकी वजह है दोनों का सरनेम. भादुड़ी सरनेम होने की वजह से लोगों में उनके बहन होने की गलतफहमी थी. हालांकि रीता ने इस बारे में मीडिया को एक बार सफाई दी थी कि दोनों का कोई कनेक्शन नहीं है.
बात करें रीता के जन्म की तो उनका जन्म 4 नवंबर 1955 में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था. लखनऊ से मुंबई आकर उन्होंने ग्लैमर इंडस्ट्री में अपना करियर बनाया. वे मां के किरदार के लिए सबसे ज्यादा जानी जाती हैं.
रीता लंबे समय से किडनी की समस्या को लेकर परेशान थीं. उनका इलाज चल रहा था. मरने से 15 दिन पहले भी वे काम कर रही थीं. वे निमकी मुखिया सीरियल में इमरती देवी का किरदार निभा रही थीं.