1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में शेष सजा काट रहे अभिनेता संजय दत्त 14 दिनों की छुट्टी मिलने पर अपने घर लौटे.
दत्त पिछले चार महीनों से भी अधिक समय से यरवदा केंद्रीय कारागार में बंद थे.
जेल अधीक्षक योगेश देसाई ने बताया कि जेल अधिकारियों ने दत्त का 14 दिनों की छुट्टी का आवेदन स्वीकार कर लिया है.
देसाई ने बताया कि छुट्टी मंजूर किए जाने का एक मानदंड अच्छा आचरण है. ये छुट्टियां कैदी की संचित छुट्टियों में से दी जाती हैं.
इसके बाद दत्त ने बांद्रा में स्थित अपने घर के बाहर एकत्र संवाददाताओं से अपील की कि वे उनकी निजता का सम्मान करें.
उन्होंने कहा कि अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिए उनके पास बहुत कम समय है.
दत्त ने मीडिया से कहा, ‘मैं प्रेस से हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं कि मेरे पास जो भी थोड़ा बहुत समय है, आप मुझे उसे अपने परिवार के साथ व्यतीत करने की अनुमति दें. मैं कानून का सम्मान करता हूं और छुट्टियां समाप्त होने के बाद मैं जेल वापस चला जाउंगा. मैं आपके समर्थन के लिए आपका धन्यवाद करता हूं.’
1993 मुंबई बम विस्फोट मामले में अवैध तरीके से हथियार रखने के दोषी 53 वर्षीय दत्त जेल में शेष 42 महीनों की सजा काट रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने 21 मार्च को सुनाए अपने फैसले में दत्त की कारावास की सजा को छह वर्ष से कम करके पांच वर्ष कर दिया था.
संजय दत्त जेल में 18 महीने की सजा पहले ही काट चुके हैं.
कोर्ट ने दत्त को दोषी ठहराए जाने और उन्हें पांच वर्ष कारावास की सजा सुनाने के फैसले की समीक्षा करने संबंधी अभिनेता की याचिका 10 मई को अस्वीकार कर दी थी.
पुणे की यरवडा जेल से निकलकर अपने घर पहुंचे संजय दत्त.