फिल्म अभिनेत्री रेखा और उनकी खूबसूरती की चर्चा होती रहती है, लेकिन इन दिनों एक किताब इन बातों से परे जाकर उनकी जिंदगी के ऐसे वाकयों
पर चर्चा करवा रही है, जो इससे पहले ना पता थे, ना सुर्खियां बने थे. यासिर उस्मान की लिखी बायोग्राफी 'रेखा: द अनटॉल्ड स्टोरी ने कई हैरान करने
वाली घटनाएं सामने रखी हैं. गौर कीजिए:
15 साल की रेखा से छेड़छाड़
मुंबई के महबूब स्टुडियो में पहली फिल्म 'अंजाना सफर' की शूटिंग के वक्त फिल्म के डायरेक्टर राजा नवाठे और एक्टर विश्वजीत चटर्जी ने मिलकर
साजिश रची. राजा के एक्शन कहते ही विश्वजीत ने रेखा को पकड़ा और उन्हें एकतरफा चुंबन देने लगे. रेखा को किस के बारे में इससे पहले कुछ नहीं
बताया गया था. कैमरा रोल करता रहा और पूरा क्रू चिल्ला रहा था. डायरेक्टर ने पांच मिनट बाद कट बोला. रेखा ने आंखें बंद कर रखी थीं, लेकिन उनमें
कई आंसू थे.
जब रेखा को चप्पल से मारा गया
एक फिल्म निर्माता के मुताबिक जब रेखा के कथित पति विनोद मेहरा उन्हें अपने घर ले गए, तो विनोद की मां ने रेखा को बाहर निकाल दिया. रेखा
दरवाजे पर खड़ी थीं और विनोद की मां उन्हें भला-बुरा कह रही थीं. विनोद ने मामला संभालने की कोशिश की, लेकिन रेखा की सास नहीं मानी. उन्होंने
अपना सैंडल उतारा और रेखा को मारने के लिए आगे बढ़ीं. इस पूरे मामले से दुखी रेखा वहां से चली गई और विनोद उन्हें मनाने के लिए पीछे दौड़े.
रेखा का सिंदूर, जया के आंसू
ऋषि कपूर और नीतू सिंह की शादी का मौका था, जहां रेखा सिंदूर और मंगलसूत्र के साथ पहुंचीं. इस शादी में अमिताभ बच्चन, उनकी पत्नी जया बच्चन
और उनके माता-पिता समेत फिल्म जगत के सारे दिग्गज मौजूद थे. अचानक वहां रेखा पहुंची, जिन्होंने सफेद साड़ी पहनी थीं. माथे पर लाल बिंदी और
सिंदूर था. जया काफी देर तक खुद को संभाले रहीं, लेकिन बाद में रोने लगीं. रेखा ने बाद में कहा कि वो शूटिंग से सीधे शादी में पहुंची थीं, इसलिए
सिंदूर-मंगलसूत्र था. उन्होंने एक बार ये भी कहा, 'मैं जिस शहर से आती हूं, वहां सिंदूर लगाना फैशन का हिस्सा है'.
रेखा के पति मुकेश की खुदकुशी
एक महीने की मुलाकात और रेखा ने मुकेश अग्रवाल से शादी कर ली. लेकिन जल्द ही रिश्ता बिखरने लगा. मुकेश डिप्रेशन के शिकार थे और दिल्ली में
काम छोड़कर बम्बई में रेखा की शूटिंग देखा करते थे. दोनों के बीच रिश्ते बेहद खराब हो चले थे और साल 1990 में 2 अक्टूबर को शादी के सात महीने
बाद मुकेश ने रेखा का दुपट्टा गले में बांधकर आत्महत्या कर ली. उस वक्त ना केवल अग्रवाल परिवार, बल्कि फिल्म जगत के दिग्गजों ने रेखा को खूब
कोसा था. कोसने वालों में सुभाष घई और अनुपम खेर जैसे नाम थे.