कभी बॉलीवुड में सिर्फ अपनी गायकी के लिए मशहूर कहे जाने वाले शानदार सिंगर सोनू निगम के गानों से ज्यादा इनदिनों बयानों पर गौर किया जाने लगा है. कई दशकों से दर्शकों को अपनी आवाज
के कायल बनाने वाले इस फनकार के जन्मदिन पर आइए जानें आखिर कैसे ऐसे मामले में फंस गए कि उनके खिलाफ गले में जुते पहनाकर और गंजा कर पूरे देश में घुमाने का फतवा तक जारी कर
दिया गया.
सोनू निगम की जिंदगी में अबतक के सबसे बड़े विवाद की बात की जाए तो आजान को लेकर हुए बवाल की घटना का ही जिक्र होगा. इस साल महज एक ट्वीट को लेकर सोनू निगम जिस पचड़े में
फंस गए उसकी उम्मीद नहीं थी. दरअसल सोनू निगम ने एक सुबह एक के बाद एक चार ट्वीट किए जिसमें उन्होंने मस्जिद में रोज सुबह लाउडस्पीकर पर बजने वाले 'अजान' को शोर बताया और कहा
कि अजान की वजह से रोज उनकी नींद खराब होती है. इस ट्वीट को लेकर उन्हें मुस्लिम विरोधी बताकर खूब ट्रोल किया गया.
हालांकि आजान वाले मामले को लेकर उन्होंने सफाई भी देते हुए कहा भी कि वह धर्मनिरपेक्ष हैं और उनकी मंशा किसी भी धर्म की आलोचना करना नहीं था. उन्होंने कहा मैं न हिंदूवादी हूं और न
मुस्लिम-परस्त. उनका कहना था कि 'उन्होंने ट्वीट पर मंदिरों और गुरुद्वारे की भी बात कही थी लेकिन उस बात को छोड़ दिया गया.' लेकिन सोनू के ट्वीट से भड़के पश्चिम बंगाल के एक मौलवी सैयद
शाह आतिफ अली अल कादरी ने उनके बाल मुंडवाने वाले के लिए 10 लाख रुपये का इनाम रखा था. यहां तक की इस मौलवी ने सोनू निगम में पुराने जूते की माला पहननाकर देश में घूमाने का फतवा
भी जारी कर दिया.
सैयद शा कादिरी के फतवे पर सोनू निगम ने इस खबर को रीट्वीट करते हुए लिखा- क्या ये धार्मिक गुंडागर्दी नहीं है. इसके बाद उन्होंने फिर एक ट्वीट किया कि मीडिया भी उनके सिर गंजा करने
के प्रोग्राम में शामिल हो सकती है. सोनू ने मौलवी के फतवे उनकी इस बात पर खुद ही बाल मुंडवाने का फैसला किया और कहा कि वह बाल मुंडवाने के लिए तैयार हैं बस मौलवी इनाम की रकम
तैयार रखें.
सोनू निगम अपनी बात के पक्के निकले और उन्होंने इस मामले को आगे बढ़ाते हुए अपना सिर मुंडवा लिया और मौलवी से इनाम की रकम उन्हें सौंपने को कहा. लेकिन सोनू निगम के इस कदम
पर मौलवी सैयद शा कादिरी ने कहा कि जिन बातों को करने के लिए उन्होंने फतवा जारी किया था, सोनू निगम ने पूरी नहीं कीं. तीन बातों में से दो बातें अभी भी पूरी नहीं हुईं.
ईनाम के पैसे देने पर मौलवी ने कहा, 'हम 10 लाख रुपये तभी देंगे, जब वो बाकी दो बातों पर भी अमल करेंगे. एक पुराने जूते की माला पहनना और दूसरी पूरे देश में घूमना.