बॉलीवुड की अभिनेत्रियों की तरह ही टॉलीवुड यानी दक्षिण भारतीय अभिनेत्रियों का जलवा भी कुछ कम नहीं है. जिस तरह ऐश्वर्या, करीना और कैटरीना उत्तर भारतीय दर्शकों के दिलों पर राज करती हैं उसी तरह दक्षिण भारतीय दर्शकों के लिए नमिता, श्रेया शरन जैसी अभिनेत्रियां उनकी दीवानगी का सबब बनी हुई हैं. पेश है ऐसी ही कुछ दक्षिण भारतीय अभिनेत्रियों के बारे में कुछ दिलचस्प बातें.
अभिनेत्री आरती छाबड़िया का जन्म 21 नवंबर 1982 को मुंबई में हुआ था. आरती ने हिन्दी फिल्मों के साथ ही तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया है.
आरती ने अपने कॅरियर की शुरुआत मॉडल के रूप में की थी और बाद में उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा. हालांकि उनकी पृष्ठभूमि फिल्मी से जुड़ी नहीं रही है.
आरती ने 3 वर्ष की छोटी उम्र से ही मॉडलिंग शुरू कर दी थी. अपने मॉडलिंग कॅरियर में उन्होंने लगभग 200 से 250 विज्ञापनों में काम किया जिनमें से मैगी, पेप्सोडेंट टूथ पेस्ट, इत्यादि.
अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद आरती तब सुर्खियों में आई जब वर्ष 2000 में उन्होंने मिस इंडिया का ताज पहना.
अभिनेत्री के रूप में आरती की पहली फिल्म थी 'तुम सा नहीं देखा' जो वर्ष 2002 में पर्दे पर आई थी. हालांकि उससे पहले वो 1989 की फिल्म आकांक्षा और 2001 में आई फिल्म लज्ज में भी छोटी भूमिकाएं कर चुकी थी.
आरती ने कुछ तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया है. इसके अलावा आरती लगभग 25 फिल्मों में काम किया है.
2007 में बनी फिल्म 'शूट आउट एट लोखंडवाला' में आरती ने एक बार डांसर का किरदार निभाया था जिसे खूब पसंद किया गया था.
तेलुगु फिल्मों की अभिनेत्री अनुष्का शेट्टी का वास्तविक नाम स्वीटी शेट्टी है. अनुष्का का जन्म वर्ष 1981 में बैंगलोर में हुआ था. अनुष्का ने कंप्यूटर एप्लीकेशन में स्नातक की डिग्री हासिल की है.
अनुष्का ने अपने फिल्मी कॅरियर की शुरुआत 2005 में आई फिल्म 'पुरी जगन्नाथ' से की थी जिसमें उनके हीरो थे नागार्जुन. उसी वर्ष उनकी एक और फिल्म 'महानंदी' भी आई लेकिन वो असफल रही.
तेलुगु फिल्मों की एक और अभिनेत्री चार्मी कौर ने भी अपने प्रशंसकों के दिलों तक अच्छी पहुंच बनाई है. चार्मी का पूरा नाम चार्मी कौर है और वह पंजाबी मूल की है.
चार्मी का जन्म मुंबई में हुआ था और उनकी स्कूल भी पढ़ाई भी मुंबई में ही हुई है.
चार्मी के फिल्मी कॅरियर की शुरुआत 2002 में आई तेलुगु फिल्म नी थोडू कावली से हुई थी जिसमें उन्होंने मात्र 15 साल की उम्र में एक गृहणी की भूमिका निभाई थी. हालांकि यह फिल्म फ्लॉप हो गई थी. उनकी अगली तेलुगु फिल्म भी नहीं चली जिसके बाद उन्होंने मलयालम फिल्मों में हाथ आजमाया. हालांकि वहां भी उन्हें कामयाबी नहीं मिली.
चार्मी ने फिल्म श्रीकांत से तेलुगु फिल्मों में फिर से वापसी की लेकिन उनकी लगातार 3 फिल्में फिर से फ्लॉप हो गई. उसके बाद सुमंत के साथ आई फिल्म गौरी ने चार्मी के फिल्मी कॅरियर में मील के पत्थर का काम किया और फिल्म हिट रही. यहां से चार्मी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. उसके बाद नागार्जुन के साथ उन्होंने कुछ और सफल फिल्मों में काम किया.
जिस फिल्म में चार्मी के अभिनय को सबसे ज्यादा सराहा गया वो थी 'अनुकोकुंडा ओका रोजू.'
कावेरी झा भी तेलुगु फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री हैं. तेलुगु के साथ ही कावेरी ने हिन्दी फिल्मों में भी काम किया है. कावेरी ने 2005 में मिस इंडिया प्रतियोगिता में मिस पर्सनालिटी का खिताब जीता था.
वर्ष 2007 में प्रियदर्शन की फिल्म भूल भूलैया में मामूली सा रोल करने वाली कावेरी ने मुख्य रूप से 2008 में आई फिल्म हाइजैक से अपने फिल्मी कॅरियर की शुरुआत की. इस फिल्म में कावेरी ने शाइनी आहूजा की पत्नी का किरदार निभाया था. उसके बाद कावेरी ने कुछ और हिन्दी फिल्मों में काम किया.
फिर उन्होंने तेलुगु फिल्मों की ओर रुख किया और उनकी पहली तेलुगु फिल्म थी 'नगरम' जो 2008 में बनी थी और उस फिल्म में उनके हीरो थे श्रीकांत. हालांकि कावेरी ने अभी तक कुल मिलाकर लगभग 7 फिल्मों में ही काम किया है लेकिन फिर भी वो अपनी जगह बनाने में सफल रही हैं.
तेलुगु और तमिल फिल्मों की अभिनेत्री मीरा चोपड़ा का जन्म 8 जुलाई 1982 को दिल्ली में हुआ था. अमेरिका में पढ़ाई पूरी करने के बाद मीरा ने कुछ दिनों तक वहीं काम भी किया.
बाद में उन्होंने दिल्ली में कुछ महीनों तक एक निजी समाचार चैनल में भी काम किया.
फिर उन्हें दक्षिण भारतीय फिल्मों में काम करने का अवसर मिला जहां उन्होंने अपनी खूबसूरती का लोहा मनावाया.
दक्षिण भारत में मीरा को लोग नीला के नाम से जानते हैं.
मीरा की पहली फिल्म तमिल में बनी अनबे आरुयीरी थी जो 2005 में बनी थी.
मीरा ने लगभग 10 फिल्मों में काम किया है जिनमें तमिल, तेलुगु और कन्नड़ तीनों की भाषाओं की फिल्में शामिल हैं.
19 सितंबर 1978 को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में जन्मी मेघना नायडू को ज्यादातर लोग 'कलियों का चमन' गाने से पहचानते हैं.
मेघना ने हिन्दी फिल्मों के साथ ही मलयालम, तमिल और तेलुगु फिल्मों में भी अभिनय किया है.
हालांकि वो बहुत ज्यादा सफलता अर्जित नहीं कर सकी हैं.
2004 में आई फिल्म हवस मेघना की पहली हिन्दी फिल्म थी.
अपने हॉट सीन के लिए हमेशा चर्चा में रहने वाली मेघना नायडू अपने काम से ज्यादा जानी जाती है.
ममेट खान को ज्यादातर उनके आइटम गानों के लिए जाना जाता है.
ममेट ने हिन्दी फिल्मों के साथ-साथ तमिल, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया है.
ममेट के पिता मुस्लिम हैं जबकि मां हिन्दू हैं. घर की हालत ठीक नहीं होने की वजह से ममेट ने केवल 1500 रुपये महीने पर एक डांस ग्रुप ज्वाइन कर लिया था.
फिल्म 'मुन्ना भाई एमबीबीएस' के गाने 'देख ले...' से ममेट को शोहरत हासिल हुई. उसके बाद वो बॉलीवुड के साथ ही तेलुगु और तमिल फिल्में में काफी व्यस्त हो गईं.
तेलुगु फिल्म 'पोक्किरी' में किए गए आइटम गाने ने ममेट को और भी ज्यादा शोहरत दिलाई. ममेट ने कुल मिलाकर लगभग 67 फिल्मों में काम किया है.
दक्षिण भारतीय अभिनेत्री नमिता तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम फिल्मों के साथ ही हिंदी फिल्मों में भी अपने अभिनय और रूप का जलवा दिखा चुकी हैं.
नमिता का जन्म 10 मई 1980 को पंजाबी बोलने वाले कपूर परिवार में हुआ था. नमिता का पूरा नाम नमिता मुकेश वंकावाला है.
नमिता सबसे पहले उस समय चर्चा में आई जब 1998 में उन्होंने मिस गुजरात का ताज पहना.
उन्होंने 2001 में मिस इंडिया प्रतियोगिता में भी हिस्सा लिया.
इसके बाद नमिता चर्चित हो गई और उनके लिए शोहरत के दरवाजे खुल गए.
पहले तो नमिता ने कुछ विज्ञापनों जैसे हिमानी क्रीम, माणिकचंद गुटखा और नाइल हर्बल शैम्पू में काम किया.
नमिता के अभिनय कॅरियर की शुरुआत तेलुगु फिल्म सोंथम से हुई. उसके बाद उनकी तमिल फिल्म 'आई' पर्दे पर आई.
26 अक्टूबर 2010 को नमिता के एक प्रशंसक ने तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में उनका अपहरण करने की कोशिश भी की.
नमिता की एक मात्र हिन्दी फिल्म है 'लव के चक्कर में.'
फिल्म ‘ब्लैक स्टालिन’ में नमिथा ने एक बार फिर दर्शकों को अपने ग्लैमरस अवतार से चकाचौंध करने की कोशिश की है.
लोगों का कहना है कि इस फिल्म के जरिए नमिथा एक बार फिर धमाल मचा ही देंगी.
दक्षिण भारत की मशहूर अभिनेत्री श्रेया शरण का जन्म 11 सितंबर 1982 को हुआ.
श्रेया ने अपने अभिनय कॅरियर की शुरुआत कुछ म्यूजिक वीडियो में काम करके किया.
2001 में 'इस्थम' फिल्म से अपने फिल्मी कॅरियर की शुरुआत करने वाली श्रेया ने 2002 में फिल्म 'संतोषम' में अपने अभिनय से तेलुगु सिनेमा का ध्यान अपनी ओर खींचा.
उसके बाद श्रेया ने कुछ और तेलुगु फिल्मों काम किया जो सफल रहीं.
वर्ष 2007 में रजनीकांत के साथ फिल्म 'शिवाजी: द बॉस' में काम करने के बाद श्रेया को खूब शोहरत मिली.
जिसके बाद उन्होंने न सिर्फ कुछ तमिल फिल्में साइन की बल्कि एक हॉलीवुड फिल्म के लिए भी उन्हें साइन किया गया.
अपनी कई सफल फिल्मों के साथ श्रेया दक्षिण भारत की चोटी की अभिनेत्रियों में शुमार हैं.
हिन्दी फिल्मों में श्रेया को पहला ब्रेक फिल्म 'आवारापन' में मिला जिसके लिए उन्हें वर्ष 2007 में सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार के भी नामित किया गया. उनकी दूसरी हिन्दी फिल्म थी 'मिशन इस्तांबुल.'
विमला रमन भी दक्षिण भारत की प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं.
विमला रमन भी फिल्म 'आम्रपाली' से बॉलिवुड में एंट्री का प्लान बना रही हैं.
फिल्म की रिलीज से पहले ही न्यूड सीन को लेकर चर्चित विमला इसे अपने लिए आइडियल लॉन्च मानती हैं.
ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली विमला रमन ने जब मिस इंडिया ऑस्ट्रेलिया का खिताब जीता, उसके बाद से उन्होंने फिल्मों का रुख किया.
'मिस वर्ल्ड' का खिताब पा चुकीं अभिनेत्री युक्ता मुखी अभिनय से दर्शकों का दिल भले ही जीत न पाई हों, लेकिन अब वे फिल्म निर्माण और निर्देशन में उतरने की तैयारी कर रही हैं.