शिवसेना सांसद संजय राउत अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं. सुशांत मामले में ज्यादा कुछ ना बोलने वाले संजय राउत ने अब ऐसा बयान दे दिया है कि सुशांत केस में सारे समीकरण बदल गए हैं. संजय राउत का एक बयान इस समय काफी चर्चा में है. उन्होंने अपने मुखपत्र सामना के जरिए ये दावा कर दिया है कि सुशांत के पिता ने दूसरी शादी की थी इसलिए एक्टर के अपने पिता संग ज्यादा अच्छे रिश्ते नहीं थे.
संजय राउत लिखते हैं- सुशांत का परिवार मतलब पिता पटना में रहते हैं. पिता से उसके संबंध अच्छे नहीं थे. पिता द्वारा किया गया दूसरा विवाह सुशांत को स्वीकार नहीं था. इसलिए पिता से उसका भावनात्मक संबंध शेष नहीं बचा था.
सांसद यहां तक कह रहे हैं कि सुशांत के पिता को किसी ने गुमराह किया है इसलिए उन्होंने बिहार में रिया चक्रवर्ती के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है. संजय के मुताबिक के के सिंह को बरगलाकर बिहार में FIR दर्ज करवाई गई है.
अब संजय राउत का ये बयान अपने आप में काफी अहम माना जा रहा है. अब कहने को राउत ने अपने इस बयान के सबूत में ज्यादा कुछ नहीं बोला है, लेकिन उनका ये कहना कि सुशांत के अपने पिता से अच्छे संबध नहीं थे, कई तरह के सवाल पैदा करता है.
वैसे उस लेख में संजय राउत सिर्फ सुशांत के पिता तक सीमित नहीं रहे. उन्होंने तो एक्टर की एक्स गर्लफ्रेंड अंकिता लोखंडे को भी इस मामले में घसीट लिया है. वे लिखते हैं- सुशांत की जिंदगी में दो लड़कियां आई थीं. अंकिता लोखंडे और रिया चक्रवर्ती. अंकिता ने तो सुशांत को छोड़ दिया था, लेकिन जिस रिया पर अभी आरोप लग रहे हैं, वो उनके साथ थीं.
संजय राउत ने मांग कर दी है कि इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि आखिर क्यों सुशांत और अंकिता अलग हुए थे. ऐसा क्या हुआ था कि अंकिता ने सुशांत को छोड़ दिया था. ये सवाल संजय राउत ने अपने लेख में कई बार उठाया है.
सासंद सिर्फ यहीx रुक गए हों तो ऐसा नहीं है. उन्होंने इस बात पर भी नाराजगी व्यक्त की है कि सुशांत मामले में सीबीआई जांच करवाई जा रही है. उनकी नजरों में इस केस का राजनीतिकरण हो चुका है.
वे लिखते हैं- मुंबई पुलिस दुनिया का सर्वोच्च जांच तंत्र है. मुंबई पुलिस दबाव का शिकार नहीं होती. यह पूरी तरह प्रोफेशनल है. इसलिए सुशांत जैसे मामले में केंद्र द्वारा हस्तक्षेप करना मुंबई पुलिस का अपमान है.
सुशांत केस में बिहार डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे भी सुर्खियों में रहे हैं. उन्होंने मुंबई पुलिस की जांच पर कई बार सवाल खड़े किए हैं. उनको लेकर राउत ने बड़ी बात लिखी है. वो कहते हैं- बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे बीजेपी के आदमी हैं और उनपर 2009 में कई चार्ज लगे थे.
सुशांत केस में इस समय सीबीआई जांच भी हो रही है, ईडी भी जांच पड़ताल कर
रही है और नेता भी बयानबाजी लगातार कर रहे हैं. ऐसे में इस केस में जल्दी
कोई परिणाम देखने को मिलेगा, ऐसा मुश्किल लग रहा है.