हाल ही की बात करें तो अबतक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली बॉलीवुड फिल्म 'पीके' पर विरोध जारी है. देश के कई हिन्दू संगठनों की और से
लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. दिल्ली, हरियाणा, अहमदाबाद समेत कई राज्यों में फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है. इन संगठनों का कहना है कि इस फिल्म में हिन्दुओं की भावनों को आहत किया गया है और देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक दृश्य फिल्माए गए हैं.
इस साल रिलीज हुई प्रियंका चोपड़ा स्टारर फिल्म 'मैरी कॉम' की स्क्रीनिंग पर मणीपुर में रोक लगा दी गई. हालांकि पांच बार बॉक्सिंग चैम्पियन मैरी कॉम मणीपुर की रहने वाली हैं तब भी फिल्म से बैन नहीं हटाया गया. लेकिन इस फिल्म को बैन करने की वजह इसका कंटेंट नहीं बल्कि 'रिवॉल्यूशनरी पीपल्स फ्रंट' की और से जारी किया गया फरमान था. 'रिवॉल्यूशनरी पीपल्स फ्रंट' ने सितंबर 2000 से यहां हिंदी फिल्मों और टीवी शो के प्रदर्शन पर बैन लगा रखा है.
2013 में रिलीज हुई फिल्म 'मद्रास कैफे' के खिलाफ भी खूब विरोध हुआ. श्रीलंका वॉर पर बेस्ड इस फिल्म में तमिल टाइगर्स की छवी को गलत दिखाए जाने पर कई समुदायों ने विरोध प्रर्दशन किया. इसलिए इस फिल्म को तमिलनाडू में बैन कर दिया गया था.
2008 में रिलीज हुई फिल्म 'जोधा अकबर' पर राजस्थान में बैन लगाने की मांग की गई थी. राजस्थान के राजपूत समुदाय ने राज्य में फिल्म की रिलीज पर रोक लगाए जाने के लिए प्रदर्शन भी किया. राज्य के राजपूतों का मनना था कि इस फिल्म में दिखाया गया है कि जोधाबाई मुगल शहंशाह जलालुद्दीन अकबर की पत्नी थीं, जो कि गलत है. इसके अलावा कई थिएटर मालिकों को एक समुदाय की ओर से खून से लिखे धमकी भरे खत भी मिले, जिसके चलते इस फिल्म को कई जगहों पर बैन कर दिया गया था.
2006 में रिलीज हुई फिल्म 'फना' पर गुजरात में बैन लगाया गया. इस साल आमिर खान ने किसानों और सोशल वर्कर के साथ मिलकर 'नर्मदा बचाओ अभियान' के तहत गुजरात के सरदार सरोवर डैम के खिलाफ अभियान का समर्थन किया था. जिसके चलते आमिर खान का विरोध किया गया. इस घटना के चलते मल्टिप्लेक्स मालिकों ने दर्शकों को सुरक्षा प्रदान करने से मना कर दिया. पुलिस सिक्योरिटी ना देने के चलते थियेटर मालिकों ने भी फिल्म की स्क्रीनिंग से मना कर दिया था.
आंध्र प्रदेश, पंजाब और यूपी राज्यों में अमिताभ की फिल्म 'आरक्षण' पर भी बैन लगा. देश में जाती पर आरक्षण के विषय पर बेस्ड इस फिल्म को लेकर कई विवाद हुए, लेकिन यूपी और अन्य राज्यों में SC द्वारा इस बैन को हटा दिया गया था.
माधुरी दीक्षित की 2007 में रिलीज हुई फिल्म 'आजा नचले' के एक गाने को लेकर यूपी राज्य में दलित समाज द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया. इस गाने में दलितों पर टिप्पणी की गई थी, जिसके चलते फिल्म को बैन करने की मांग हुई. इस राज्य के कई जगहों पर फिल्म को बैन कर दिया गया, लेकिन प्रोड्यूसर के माफी मांगने और गाने के बोल बदलने के बाद इस बैन को हटा दिया गया था.
महाराष्ट्र सरकार ने फिल्म 'देशद्रोही' की स्क्रीनिंग पर राज्य में प्रतिबंध लगा दिया था. 2008 में रिलीज हुई इस फिल्म के खिलाफ महाराष्ट्र पुलिस ने सरकार को रिपोर्ट सौंपी थी कि फिल्म के प्रदर्शन से राज्य के हालात बिगड़ सकते हैं. क्योंकि फिल्म मराठी बनाम गैर-मराठी जैसी स्टोरीलाइन पर आधारित है.
गोधरा कांड पर बेस्ड फिल्म 'परजानिया' पर भी गुजरात में रोक लगा दी गई थी. गुजरात के बजरंग दल ने थिएटर मालिकों को फिल्म की स्क्रीनिंग
ना करने के लिए राजी कर लिया था. बजरंगी दल के कार्यकर्ता बाबू बजरंगी का मानना था कि इस फिल्म को दिखाने से प्रदेश में दंगे हो सकते हैं, इसलिए इस पर रोक लगाई जाए.
फूलन देवी पर आधारित शेखर कपूर की फिल्म 'बैंडिट क्वीन' को भी लंबे अरसे तक देशभर में बैन किया गया. इस फिल्म में अभद्र भाषा और बोल्ड सीन को दिखाने के चलते मामला कई महीनों तक न्यायालयों में चलता रहा और काफी लंबे अरसे बाद सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म की स्क्रीनिंग की मंजूरी दी.