ओ भाईसाहब, सीधे बात करो यहां, बदतमीज़ कह दो मैडम, भाईसाहब न कहो. (अक्षय कुमार और भुमि पेडनेकर की बातचीत)... इसी तरह 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' के कुछ शानदार डॉयलॉग इस प्रकार हैं.
ये जो आप गरीबों का पैसा खाते हैं, उसे निकालते कहां हैं. (अक्षय कुमार नेता से)
मर्द तो घर के पीछे बैठ जाते हैं पर हम तो औरतें हैं हमें तो हर चीज़ के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी. (भुमि गांव की औरतों से)
आशिकों ने तो आशिकी के लिए ताजमहल बना दिया और हम एक सन्डास ना बना सके.(अक्षय कुमार)
उन्होंने तो हमारी किस्मत गुसलखाने में लिखी होगी, ऊपर से फ्लश और कर दिया. (अक्षय कुमार और दिवेंदु की बातचीत)
If You Change Nothing, Nothing Will Change (अनुपम खेर)
अपनी पत्नी का सबके सामने प्रदर्शन करना धर्म है या फिर खुले में हगने में मोक्ष होती है. (अक्षय कुमार)
जिस आंगन में तुलसी लगाते हैं वहां शौच करना शुरू कर दें. (अनुपम खेर अक्षय के पिता से)
बीवी पास चाहिए तो घर में सन्डास चाहिए (अक्षय कुमार मीडिया से)