महात्मा गांधी की जिंदगी पर कई
फिल्में बनीं. इन फिल्मों की मदद से दर्शकों को गांधी जी के बारे में करीब से जानने का
मौका मिला. आजादी के दौर में दूसरे देशभक्तों पर बनीं फिल्मों में भी गांधी जी की
शख्सियत का प्रभाव दिखा. यहां जानिए गांधी जी की जिंदगी पर बनीं 10 महत्वपूर्ण फिल्मों
के बारे में.
महात्मा गांधी की जिंदगी पर बनी सबसे बेहतरीन फिल्म 'गांधी' को रिचर्ड एटनबरो ने साल
1982 में बनाया. इस फिल्म में हॉलीवुड कलाकार बेन किंस्ले ने गांधी जी का किरदार
निभाया. गांधी फिल्म को ऑस्कर अवॉर्ड भी मिला. हाल ही में फिल्म के डायरेक्टर रिचर्ड
एटनबरो का निधन हो गया है.
महात्मा गांधी और उनके बेटे हरि लाल के रिश्तों पर साल 2007 में फिरोज अब्बास
मस्तान की डायरेक्शन में गांधी माइ फादर फिल्म रिलीज हुई. इस फिल्म में गांधी जी का
किरदार दर्शन जरीवाला ने निभाया. इस किरादर के लिए दर्शन को राष्ट्रीय पुरस्कार भी
मिला.
कमल हसन ने भारत के बंटवारे और महात्मा गांधी की हत्या की पृष्ठभूमि पर हे राम
फिल्म बनाई. फिल्म साल 2000 में रिलीज हुई. फिल्म में महात्मा गांधी का किरदार
नसीरुद्दीन शाह ने निभाया.
डॉ. भीमराव अंबेडकर की जिंदगी पर साल 2000 में जब्बर पटेल ने डॉ. बाबा साहब अंबेडकर
फिल्म बनाई. इस फिल्म में अंबेडकर की जिंदगी को बेहतर तरीके से बताया गया. लेकिन
जिन मुद्दों पर गांधी जी और अंबेडकर के रिश्तों को समझने में मदद मिल सकी. फिल्म
में मोहन गोखले ने गांधी जी का किरदार निभाया.
आज के दौर में गांधी जी के उसूलों के मायनों पर मस्ती भरे अंदाज में 2006 में राजकुमार
हिरानी ने लगे रहो मुन्नाभाई फिल्म बनाई. फिल्म में गांधी जी का किरदार दिलीप
प्रभावलकर ने निभाया. फिल्म में संजय दत्त को महात्मा गांधी दिखाई देते हैं.
'द लीजेंड ऑफ भगत सिंह' फिल्म को राजकुमार संतोषी ने 2002 में बनाया. फिल्म में
पहले भगत सिंह को गांधी जी से प्रेरित और विचारों में मतभेद होने के चलते अलग होने
के पीछे की कहानी को बखूबी दिखाया गया. फिल्म में गांधी का किरदार सुरेंद्र रंजन ने
निभाया.
सरदार वल्लभ भाई पटेल की जिंदगी पर बनी फिल्म 'सरदार' को 1993 में केतन मेहता ने
बनाया. गांधी जी और सरदार पटेल के विचारों में थोड़ा मतभेद था. इस फिल्म में गांधी
और सरदार पटेल के रिश्तों के बारे में जानने को मिला. फिल्म में गांधी जी का किरदार
अन्नू कपूर ने निभाया था. जबकि सरदार पटेल का किरदार परेश रावल ने निभाया था.
श्याम बेनेगल ने महात्मा गांधी की जिंदगी पर 'द मेकिंग ऑफ गांधी' फिल्म बनाई. फिल्म
में गांधी का किरदार रजित कपूर ने निभाया. फिल्म में मोहनदास कर्मचंद गांधी के महात्मा
बनने की कहानी को बखूबी दिखाया गया. फिल्म 1996 में रिलीज हुई थी.
अमित राय की डायरेक्शन में 'रोड टू संगम' फिल्म साल 2010 में रिलीज हुई. ये फिल्म
एक मुस्लिम मैकेनिक की जिंदगी पर बनी है, जिसे एक बार एक पुरानी फोर्ड वी8 इंजन
कार को रिपेयर करने की जिम्मेदारी दी गई. पर उसे ये नहीं पता था कि इसी गाड़ी में
महात्मा गांधी की अस्थियों को त्रिवेणी संगम ले जाकर प्रवाह किया गया था. इस दौरान
गांधी के उसूलों के आज के दौर में मायनों को भी दिखाया गया.
'मैंने गांधी को नहीं मारा' फिल्म में एक ऐसे इंसान की मनोस्थिति को दिखाने की कोशिश
की गई. इस फिल्म में अनुपम खेर को यह वहम हो जाता है कि उन्होंने ही गांधी जी को
मारा है. फिल्म को साल 2005 में जहनु बरुआ ने बनाया.