मदर इंडिया (1957)
जब किसी 'बाहरी' व्यक्ति को हिन्दी सिनेमा से परिचित कराया जा रहा हो तो उसे जिन फिल्मों को देखने की सलाह दी जाती है, उनमें नरगिस की 'मदर इंडिया' अग्रणी है. कहा जाता है कि अगर आपने 'मदर इंडिया' नहीं देखी तो हिन्दी फिल्में नहीं देखीं.
आंधी (1957)
1975 में बनी गुलजार निर्देशित फिल्म ‘आंधी’ के जरिए विवादो की ऐसी आंधी उठी कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के आदेश पर फिल्म के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया. कथित रूप से गांधी के जीवन पर आधारित फिल्म की नायिका सुचित्रा सेन का पूरा गेटअप उनसे प्रेरित था. बालों के कुछ हिस्सों की सफेदी वाले हेयर स्टाइल और एक हाथ से साड़ी का पल्लू संभालने और दूसरे हाथ से लोगों को देखकर हाथ हिलाने की उनकी शैली को ही नायिका ने अपने अभिनय में उतारा था.
भूमिका (1977)
श्याम बेनेगल द्वारा निर्देशित इस हिंदी फिल्म में मुख्य भूमिका में थे - स्मिता पाटिल, आमोल पालेकर, अनंत नाग, नसीरुद्दीन शाह, अमरीश पुरी. फिल्म 1940 के वक्त की स्क्रीन एक्ट्रेस हंसा वाडकर पर आधारित थी. इस रोल को स्मिता पाटिल ने बेहद खूबसूरती के साथ निभाया.
अर्थ (1982)
1982 में आई फिल्म अर्थ को महेश भट्ट ने निर्देशित किया. फिल्म में शबाना आजमी, कुलभूषण खरबंदा, स्मिता पाटिल मुख्य भूमिका में थे. फिल्म में महेश भट्ट ने परवीन बॉबी के साथ अपने विवाहत्तेर संबंधों को फिल्माया है.
मिर्च मसाला (1987)
1987 में आई केतन मेहता की फिल्म 'मिर्च मसाला' में स्मिता पाटिल, नसीरुद्दीन शाह, ओम पुरी मुख्य भूमिका में हैं.
दामिनी (1993)
राजकुमार संतोषी की फिल्म 'दामिनी' में दामिनी का रोल किया है मीनाक्षी शेषाद्री ने. दामिनी एक ऐसी नारी की गाथा है जो अन्याय के विरुद्ध बीड़ा उठाकर चैन से नहीं बैठते तथा मरते दम तक संघर्ष करते हैं. दामिनी अपने देवर राकेश को नौकरानी के साथ दुष्कर्म करते देख लेती है. अपने परिवार के खिलाफ जाकर दामिनी नौकरानी को इंसाफ दिलाने में जुट जाती है.
चांदनी बार (2001)
मधुर भंडारकर की फिल्म 'चांदनी बार' में बार में काम करने वाली लड़कियों की जिंदगी पर प्रकाश डाला गया है. तबू इस फिल्म में मुख्य भूमिका में हैं.
नो वन किल्ड जेसिका (2011)
राजकुमार गुप्ता द्वारा निर्देशित फिल्म सनसनीखेज जेसिका लाल हत्याकांड पर आधारित थी. सबरीना और मीरा गैटी की भूमिकाओं में विधा और रानी से बेहतरीन दूसरा कोई कलाकार हो ही नहीं सकता था. इन दोनों ऐक्ट्रेसेस ने बेहतरीन परफॉर्मेंस दी है. सबरीना के संघर्ष और उसके अंदर के दर्द को विधा बालन ने अपनी दमदार ऐक्टिंग से जीवंत कर दिखाया है.
द डर्टी पिक्चर (2011)
द डर्टी पिक्चर 2011 में बनी सिल्क स्मिता की जीवनी पर आधारित हिन्दी फिल्म है. फिल्म का निर्देशन मिलन लुथरिया ने किया है और इसकी सह-निर्माता शोभा कपूर और एकता कपूर है. विद्या बालन, नसीरुद्दीन शाह और इमरान हाशमी ने फिल्म में मुख्य किरदारों की भूमिका निभाई है. फिल्म 80 के दशक की कहानी है जो रेशमा (विद्या बालन) के आसपास घूमती है. रेशमा का सपना है एक मशहूर अभिनेत्री बनना. शुरुआत में उसे थोड़ी परेशानी होती है पर वह जल्द ही पर्दे पर 'सिल्क' बन कर धूम मचाने लगती है.
कहानी (2012)
सुजॉय घोष द्वारा निर्देशित फिल्म कहानी फिल्म की हीरोइन विद्या बालन के इर्दगिर्द घूमती है जो कि प्रेग्नेंट होती है. विद्या लंदन से कोलकाता अपने पति अर्णब बागची को ढूंढने के लिए आती है जो दो महीनों से लापता होता है. वह पुलिस स्टेशन जाती है. उस ऑफिस में जाती है जहां अर्णब अपने प्रोजेक्ट के लिए आया था. उस होटल में जाती हैं जहां वह रूका हुआ था, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चलता.
सात खून माफ (2011)
विशाल भारद्वाज की फिल्म ‘सात खून माफ’ रस्किन बांड द्वारा लिखी कहानी ‘सुजैन्स सेवन हस्बैंड्स’ पर आधारित थी. इस फिल् में सुजैन (प्रियंका चोपड़ा) सात शादियां करती हैं और अपने आधा दर्जन पतियों को मौत के घाट उतार देती हैं. कहानी का चयन बहु ही उम्दा था, क्योंकि प्यार, नफरत, सेक्स, लालच जैसे जीवन के कई रंग इसमें नजर आए.