साल 2013 में कई ऐसे सेक्स स्कैंडल सामने आए, जिसने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा. यौन-उत्पीड़न जैसे संगीन आरोप के घेरे में आने वालों में राजनेता भी रहे और पाखंडी गुरु भी. आरोप जर्नलिस्ट पर भी लगे और न्याय के मंदिर के 'पंच-परमेश्वर' पर भी. डालिए ऐसे ही सेक्स स्कैंडलों पर एक नजर...
'तहलका' के पूर्व संपादक तरुण तेजपाल पर उनके ही साथ काम करने वाली एक जूनियर पत्रकार ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया. तेजपाल फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में सलाखों के पीछे हैं.
तरुण तेजपाल सचमुच कसूरवार हैं या बेकसूर, इसका फैसला तो अदालत करेगी, पर इस कांड ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा.
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एके गांगुली पर उनके ही साथ काम कर चुकी एक इंटर्न ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया. इस मामले की जांच करने वाली सुप्रीम कोर्ट की एक कमेटी ने पहली नजर में मामला सही पाया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने आगे कोई भी कार्रवाई करने से इनकार कर दिया. अब दिल्ली पुलिस कथित पीडि़ता का बयान दर्ज करने की कोशिश कर रही है. सच्चाई क्या है, यह तो किसी अदालती फैसले से ही तय हो सकेगा.
देश-दुनिया को अच्छे कर्म करने का प्रवचन देने वाले कथावाचक आसाराम इन दिनों जेल में बंद हैं. उन पर अपने आश्रम की लड़कियों को बहला-फुसलाकर रेप करने का संगीन आरोप है. पुलिस उनकी पोल-पट्टी खोलने में जुटी हुई है.
आसाराम का बेटा नारायण साईं कई दिनों तक फरार रहने के बाद आखिरकार पुलिस की पकड़ में आ गया. आरोप है कि धर्म की आड़ में उसने आश्रम की कई लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया और उनकी जिंदगी तबाह कर डाली. पुलिस धीरे-धीरे सारे राज खोल रही है.
आसाराम और नारायण साईं का मामला जगजाहिर हो चुका है. दोनों ही धर्म की आड़ में पाखंड फैलाकर कई तरह के काले कारनामों को अंजाम देते थे. दोनों का मामला फिलहाल कोर्ट में है.
राजस्थान के पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर पर एक महिला ने बलात्कार करने का आरोप लगाया. पीड़िता ने मुंह खोलने का साहस दिखलाया और पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी. सियासी गलियारे में खूब हो-हल्ला मचने के बाद आखिरकार पुलिस ने नागर को गिरफ्तार कर लिया.
मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री राघवजी पर अपने नौकर से कुकर्म करने का आरोप लगा. आरोप के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.