'बद्रीनाथ की दुल्हनिया' बॉक्स ऑफिस पर तेजी से कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ रही है और इसने अभी तक 93.94 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है. वरुण धवन और आलिया भट्ट की यह लगातार तीसरी हिट फिल्म है. इससे पहले दोनों स्टुडेंट ऑफ द ईयर (2012) और हम्प्टी शर्मा की दुलहनिया (2014) में एक साथ नजर आ चुके हैं, और दोनों ही फिल्में हिट रही थीं. अब कई प्रोड्यूसर्स की नजर इस जोड़ी पर होगी. नरेन्द्र सैनी की रिपोर्ट...
बिकाऊ जोड़ी - बॉलीवुड में समय के साथ कई ऐसी जोड़ियां रही हैं जिन्हें बॉक्स ऑफिस पर सफलता की गारंटी माना जाता रहा है. जिनमें शाहरुख-काजोल और गोविंदा-करिश्मा कपूर का नाम ध्यान में आता है. गोविंदा के साथ आम आदमी के जायके वाली फिल्में सिनेमाघर पर लाने का श्रेय वरुण के पिता डेविड धवन को ही जाता है. अब उनका बेटा भी ऐसी ही फिल्में कर रहा है जो आम आदमी कनेक्शन वाली हैं और आलिया के साथ उनकी जोड़ी कुछ वैसा ही रंग दिखा रही है जो करिश्मा और गोविंदा (राजा बाबू, कुली नं.1, हीरो नं.1) ने दिखाया था.
कामयाबी की गारंटी - वरुण धवन ने 2012 में स्टूडेंट ऑफ द ईयर से करियर की शुरुआत की थी और उसके बाद मैं तेरा हीरो (2014), हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया (2014), बदलापुर (2015), एबीसीडी-2 (2015), दिलवाले (2015), ढिशूम (2016) और बद्रीनाथ की दुल्हनिया (2017) फिल्में कर चुके हैं. साथ वे बॉलीवुड की युवा पीढ़ी में सबसे भरोसेमंद सितारे के तौर पर उभरे हैं.
नए गोविंदा है वरुण धवन - वरुण धवन का सितारा जोरों पर हैं, और वे बिल्कुल उसी राह पर चल रहे हैं, जिस पर गोविंदा चला करते थे. यानी एंटरटेनमेंट की राह पर. उनकी अभी तक रिलीज हुई आठ फिल्मों में से अधिकतर पूरी तरह से आम आदमी के मनोरंजन की श्रेणी में आती हैं. जिनमें मस्त संगीत और टेंशन फ्री एंटरटेनमेंट रहता है. हालांकि बद्रीनाथ की दुल्हनिया में उन्होंने दहेज और बेटी पढ़ाओ को लेकर संदेश देने की कोशिश भी की है.
सधे हुए कदम आलिया के - स्टूडेंट ऑफ द ईयर के साथ बॉलीवुड में कदम रखने वालीं आलिया भट्ट अभी तक नौ फिल्में कर चुकी हैं और वे प्योर एंटरटेनिंग मूवी के साथ ही बीच-बीच में कुछ हटकर भी करती रही हैं. 2016 में उन्होंने उड़ता पंजाब और डियर जिंदगी जैसी संदेशपरक फिल्मों के जरिये दर्शकों को चौंकाया. हालांकि कहा जाता है कि उनकी फिल्मों के चयन में करण जौहर की अहम भूमिका रहती है.
लकी स्टार किड्स - अक्सर सितारों के बच्चे बड़े स्टार बने इसके पीछे कई बार कई तरह का जोखिम जुड़ा रहता है. लेकिन वरुण और आलिया के बारे में एक अच्छी बात यह रही कि उनके पिता डायरेक्टर थे. इस तरह कम्पेरिजन के लिए दर्शकों के पास कुछ नहीं था. फिर दोनों ने ऐसी फिल्मों का चयन किया जो युवाओं को छू रही थीं. इस तरह उनका स्टार किड होने ने उन्हें करण जौहर जैसा मेंटॉर दिलाया तो उनकी फिल्मों को लेकर अच्छी पसंद ने उन्हें जनता के दिलों में जगह बनाने का मौका भी दिया.