अभिनय की गाड़ी रुकी तो फिल्म बनाने का काम शुरू किया, लेकिन यहां भी दीया मिर्जा की दाल गलती नहीं दिख रही.
सालभर पहले जब दीया ने फिल्म निर्माण का फैसला किया था, तो सोचा नहीं था कि यह डगर इतनी कठिन होगी. लेकिन अब उनके सामने परेशानियों के इतने लंबे-चौड़े पहाड़ खड़े हैं, जिनसे पार पाने में दीया को दिन-रात एक करना पड़ रहा है.
फिल्म उद्योग में आम तौर पर ज्यादातर निर्माताओं को जिन परेशानियों का सामना करना पड़ता है, दीया भी उनसे ही दो-चार हो रही हैं. दरअसल मार्केटिंग कंपनियां दीया की फिल्म में कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखा रही हैं.
दीया की मानें तो उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि फिल्म बनाना इतनी टेढ़ी खीर होती है. मार्केटिंग की बड़ी कंपनियों की बेरुखी की वजह से उन्हें फिल्म को प्रदर्शित करने की योजनाएं बार-बार बदलनी पड़ रही हैं. वे समझ नहीं पा रहीं क्या करें, क्या ना करें और आखिर ये मुश्किलें खत्म कब होंगी.
परेशान दीया से किसी ने पूछ लिया कि इसके बाद अगली फिल्म के बारे में उनका क्या खयाल है? कानों पर हाथ रखकर तौबा-तौबा करती दीया के मुंह से बेसाख्ता निकला ''हरगिज नहीं.''