बिजॉय नांबियार 32 वर्ष
फिल्म शैतान के साथ उन्होंने बॉलीवुड में बतौर निर्देशक अपनी पारी शुरू की है. खास यह कि उनकी इस फिल्म को बॉलीवुड में कोई प्रोड्यूस करना नहीं चाहता था. लेकिन अनुराग कश्यप ने इस समस्या का हल निकाला. इससे पहले वे गुरु में मणि रत्नम के साथ असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम कर चुके थे.
उनकी योजना शैतान को पहले अंग्रेजी में बनाने की थी लेकिन परिस्थितियां बदलने पर उन्होंने इसे हिंदी में ही बनाने का फैसला किया. वे फिलहाल ऐसी फिल्म बनाते हुए खुद को नहीं देखना चाहते जिसमें बैकग्राउंड में ढेर सारे डांसर हों. वे उसी तरह की फिल्में बनाएंगे जिन्हें वे बेहतर ढंग से बना सकते हैं.
वे मणि रत्नम के अपने अनुभव को किसी यूनिवर्सिटी में सीखने जैसा बताते हैं. उन्होंने शैतान में पुलिस अधिकारी की भूमिका के लिए अमिताभ बच्चन और संजय दत्त से भी बात की थी, लेकिन बातचीत रंग नहीं ला सकी. वे अलग ढंग की फिल्म बनाने में यकीन करते हैं इसलिए उन्होंने सारे स्टुडियो के बजाए वास्तविक लोकेशंस पर सारे दृश्य फिल्माने का फैसला लिया. .
आने वाली फिल्मः वे गैंगस्टर को लेकर एक नए किस्म की कॉमेडी फिल्म बनाने पर काम कर रहे हैं
''फिल्मों को सिर्फ रोमांस पर आधारित रखने के बजाए उनमें संवेदनशील मुद्दों का भी पुट देना होगा.''
इंडस्ट्री युवा प्रतिभा पर ध्यान नहीं देती, इसलिए मैं प्रयास करता हूं कि उन्हें योग्यता के मुताबिक सही मौका मिल सके.
अनुराग कश्यप, निर्देशक