बॉलीवुड महानायक अमिताभ बच्चन ने गणेश चतुर्थी पर्व का अपना अवकाश ‘द गॉडफादर’ श्रृंखला की फिल्में देखते हुए बिताया. उन्होंने कहा कि ये फिल्में अब भी ताजा और आकर्षक हैं.
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अमिताभ ने अपने ब्लॉग पर लिखा, ‘अवकाश का दिन मुश्किल से ही मिलता है और मैं गुरुवार को बिस्तर पर आलसी और बेफिक्र पक्षी सा रहा. मैंने एक के बाद एक ‘गॉडफादर’ श्रृंखला की फिल्में देखीं. शायद ये निर्देशक द्वारा सम्पादित थीं. इनमें कुछ ऐसे दृश्य थे जो मैंने पहले नहीं देखे थे.’
फ्रांसिस फोर्ड कोप्पोला के निर्देशन में बनी और मार्लोन ब्रैंडो व अल पैसिनो के अभिनय वाली पहली 'गॉडफादर' फिल्म 1972 में प्रदर्शित हुई थी. श्रृंखला की दूसरी फिल्म 1974 में और तीसरी 1977 में प्रदर्शित हुईं.
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उन्होंने कहा, ‘गॉडफादर में कुछ मंत्रमुग्ध कर देने वाली बात है, यही वजह है कि प्रदर्शन के इतने सालों बाद भी यह हर बार ताजगी से भरी और आकर्षक लगती है.’
अमिताभ ने कहा कि दशकों बाद भी इस फिल्म से सीखने के लिए बहुत कुछ है. उन्होंने कहा कि बीते समय के दौरान शिल्प और तकनीक के क्षेत्र में काफी विकास हुआ है लेकिन फिर भी फिल्म के दृश्यों में कहीं पर भी ऐसा नहीं लगता कि वहां बदलाव किया जाना चाहिए.
बिग बी को वे पल भी याद आ गए जब उन्होंने 'शोले' की शूटिंग के दौरान इस फिल्म को पहली बार देखा था.
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उन्होंने कहा, ‘मुझे वह समय याद है जब मैंने पहली बार यह फिल्म देखी थी. प्रदर्शन के लम्बे समय बाद ब्रिटेन में यह फिल्म देखी थी. उन दिनों फिल्म अमेरिका में प्रदर्शित हुई थी और महीनों बाद तक भारत में नहीं आई थी. लंदन में सलीम खान साहब और जावेद अख्तर मेरे साथ थे और हम इस फिल्म को देखने के लिए बहुत उत्सुक थे.’
उन्होंने कहा, ‘इसके प्रदर्शन को कुछ समय बीत गया था और शहर के किसी भी सिनेमाघर में यह फिल्म नहीं थी. हमने पता किया कि नजदीक के एक शहर के एक छोटे से थियेटर में फिल्म चल रही है. हम रेलगाड़ी पकड़कर वहां फिल्म देखने पहुंचे. फिल्म मंत्रमुग्ध कर देने वाली थी.’