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ऐसा लगा कि मैं जंग के मैदान में हूं: अमिताभ

अफगान जनता की मेहमाननवाजी की तारीफ करते हुए बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने नब्बे के दशक की शुरुआत में अपनी फिल्म ‘खुदा गवाह’ के लिये हुई अपनी अफगानिस्तान यात्रा को याद किया.

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अफगान जनता की मेहमाननवाजी की तारीफ करते हुए बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने नब्बे के दशक की शुरुआत में अपनी फिल्म ‘खुदा गवाह’ के लिये हुई अपनी अफगानिस्तान यात्रा को याद किया.

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बच्चन ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति नजीबुल्ला हिंदी फिल्मों के बड़े प्रशंसक थे और उन्होंने भारत सरकार से हमारी यात्रा के इंतजाम करने का अनुरोध किया था.’ उन्होंने कहा, ‘जब हम ‘खुदा गवाह’ की पटकथा पर चर्चा कर रहे थे, मैंने कहा कि आइये शूटिंग के लिये अफगानिस्तान चलते हैं. हम अफगान के स्थान बुजकाशी के लिये मजार..ए..शरीफ पर शूटिंग के लिये गये.’

अमिताभ ने कहा, ‘जब शूटिंग चल रही थी तो (तत्कालीन) राष्ट्रपति ने हमें काफी अच्छी सुरक्षा मुहैया करायी. लड़ाकू विमान आसमान पर नजर रखे हुए थे और फिल्म के सेट के पास सेना के टैंक मौजूद थे. मुझे ऐसा महसूस हुआ कि मैं जंग के मैदान में हूं.’

युद्धग्रस्त देश के लोगों के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए अमिताभ ने कहा, ‘अफगानिस्तान के लोग काफी अच्छे होते हैं. अगर वे आपके दुश्मन बन जायें तो यह दुश्मनी एक निश्चित समय के लिये होती है. लेकिन अगर वे आपके दोस्त बन जायें तो वे आपको इतना प्यार देते हैं कि आप उसे संभाल नहीं पाते.’

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