अभिनेता-निर्माता संजय दत्त कहते हैं कि वह अपने दिवंगत पिता सुनील दत्त जैसे बनना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि उनके पिता उनके परिवार के लिए मजबूती के स्तम्भ की तरह थे.
दत्त ने कहा कि मैं अपने पिता जैसा बनना चाहता हूं. मैं अपने बच्चों को बताता हूं कि मैं अपने बचपन के दिनों में कैसा था और वे मेरे जैसे न बनें. दत्त को अपनी नशे की लत के चलते काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था.
उनके तीन बच्चे हैं. पहली पत्नी ऋचा शर्मा से उनकी सबसे बड़ी बेटी त्रिशला है. ऋचा की मस्तिष्क में ट्यूमर से मौत हो गई थी. दत्त के दो जुड़वां बच्चे शाहरान व इकरा हैं. इन्हें उनकी दूसरी पत्नी मान्यता ने जन्म दिया है. दत्त ने 2008 में 52 वर्ष की उम्र में मान्यता से विवाह किया था.
त्रिशला की परवरिश अमेरिका में हुई है, इसलिए दत्त उनके साथ ज्यादा समय नहीं बिता सके. अब वह अपने जुड़वां बच्चों के साथ ज्यादा व अच्छा समय बिताने की कोशिश करते हैं.
उन्होंने कहा कि मैं त्रिशला के साथ कभी पितृत्व का सुख नहीं ले पाया. मैं उन स्वर्णिम पलों की कमी महसूस करता हूं. अब मेरे लिए यह एक अद्भुत अनुभव है. यह एक सुंदर एहसास है.
दत्त बीते दौर के सितारों नर्गिस व सुनील दत्त के बेटे हैं.
उन्होंने कहा कि कोई भी अपने अभिभावकों के चलते अच्छा सितारा नहीं बनता. दत्त ने कहा कि उनके पिता ने 1981 में 'रॉकी' में उन्हें पेश किया था. उन्होंने कहा कि लेकिन बाद में आप अपनी क्षमताओं के आधार पर ही खुद को साबित कर सकते हैं. दत्त ने 'नाम', 'सड़क', 'साजन', 'खलनायक', 'वास्तव' और 'मुन्नाभाई' श्रृंखला जैसी फिल्मों में अभिनय किया है.