सुप्रसिद्ध संगीतकार एवं प्रतिष्ठत ऑस्कर पुरस्कार विजेता ए.आर रहमान ने दिवंगत फिल्मकार यश चोपड़ा के साथ काम करने के अनुभव को याद किया. उन्होंने उनके देहांत पर अपना शोक भी प्रकट किया.
मध्यप्रदेश के 64वें स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में अपनी संगीतमय प्रस्तुति देने बुधवार को आए रहमान ने कहा, 'यश चोपड़ा के साथ काम कर उन्हें बहुत अच्छा लगा. वह बहुत अच्छे और रूचिपूर्ण इंसान थे, उनके साथ काम कर मुझे ऐसा महसूस हुआ, जैसे अब मेरे करियर ने पूर्णता पाई है.'
उल्लेखनीय है कि रहमान ने यश चोपड़ा की अंतिम फिल्म ‘जब तक है जान’ में संगीत दिया है, जो सिनेमाघरों में दीवाली पर प्रदर्शित होने वाली है. रहमान ने पहली बार यश चोपड़ा के साथ इस फिल्म में काम किया है. ऑस्कर पुरस्कार के बारे में पूछने पर उन्होने कहा कि उन्हें ये पुरस्कार और अकादमी पुरस्कारों में पांच बार नामांकन प्राप्त कर बेहद प्रसन्नता का अनुभव हुआ है. इसके साथ ही उन्होने साफ किया, 'मैं पुरस्कारों की अधिक चिंता नहीं करता हूं.'
रहमान ने कहा कि मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर यहां ऐतिहासिक लाल परेड मैदान पर मंगलवार शाम आयोजित होने वाले मुख्य समारोह में अपनी प्रस्तुति को लेकर वह काफी उत्साहित हैं. भोपाल आगमन पर उनका जिस गर्मजोशी से स्वागत हुआ, उससे वह बेहद अभिभूत हैं. वह इससे पहले इंदौर में राज्य सरकार के प्रतिष्ठिापूर्ण लता मंगेशकर पुरस्कार लेने आ चुके हैं और मध्यप्रदेश के लोगों से काफी प्रभावित हैं.
यह पूछने पर कि उनकी संगीत रचनाओं में सूफी संगीत का कितना प्रभाव होता है, उन्होने कहा कि ऐसा हर फिल्म में नहीं होता, लेकिन जहां उसकी जरूरत होती है, वह इस विधा का उपयोग जरूर करते हैं, क्योंकि यह भारतीय संगीत की वह विधा है, जो लोगों के दिलों को छूती है.