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असली रोमांस कहीं खो सा गया है: सोनम कपूर

अभिनेत्री सोनम कपूर महसूस करती हैं कि शुद्ध रोमांस न केवल फिल्मों से बल्कि वास्तविक जीवन से भी गायब हो गया है. वह मानती हैं कि उनकी नई फिल्म 'मौसम' रोमांस के पुराने आकर्षण को दोबारा लाने में मदद करेगी.

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सोनम कपूर, शाहिद कपूर
सोनम कपूर, शाहिद कपूर

अभिनेत्री सोनम कपूर महसूस करती हैं कि शुद्ध रोमांस न केवल फिल्मों से बल्कि वास्तविक जीवन से भी गायब हो गया है. वह मानती हैं कि उनकी नई फिल्म 'मौसम' रोमांस के पुराने आकर्षण को दोबारा लाने में मदद करेगी.

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सोनम ने कहा, 'शुद्ध रोमांस कहीं खो गया है और इसीलिए हम उसे वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं. मैं जानती हूं कि लोग इससे जुड़ सकेंगे क्योंकि मेरे जैसे वे लोग जो इस पीढ़ी के हैं, आश्चर्य करते हैं कि अब रोमांटिक फिल्में क्यों नहीं बनतीं.'

अभिनेता अनिल कपूर की बेटी सोनम ने चार साल पहले संजय लीला भंसाली की फिल्म 'सांवरिया' से बॉलीवुड में अभिनय की शुरुआत की थी. 'मौसम' उनकी छठी फिल्म है. उन्होंने कहा, 'मैंने एक व्यक्ति के रूप में विकास किया है और इन चार सालों में लोगों के साथ बेहतर रिश्ते बनाए हैं लेकिन मुझे अभी एक लम्बा रास्ता तय करना है.'

सोनम ने कहा, 'मैं एक बेहतर अभिनेत्री, बेहतर नर्तकी और एक बेहतर वक्ता हो सकती हूं. मुझे लगता है कि यह सब आपके विकास की प्रक्रिया है. मैं जानती हूं कि मैं सुधार कर सकती हूं और उम्मीद है कि मैंने हर फिल्म के साथ सुधार किया है.' 'मौसम' में सोनम ने एक परम्परागत कश्मीरी लड़की की भूमिका निभाई है, जिसे एक पंजाबी लड़के (शाहिद कपूर) से प्यार हो जाता है.

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पंकज कपूर ने फिल्म का निर्देशन किया है. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि इस दुनिया में जहां आतंकवाद है, राजनीतिक अस्थिरता है, भ्रष्टाचार है और यहां तक कि प्रकृति भी हमारे खिलाफ हो रही हैं वहां सब कुछ गलत लगता है. मुझे लगता है कि एक चीज है जो सकारात्मक है और वह प्यार है. यह वह अकेली चीज है जो लोगों को बदल सकती है.

फिल्म में सोनम और शाहिद की कहानी 60 या 70 के दशक की पृष्ठभूमि में परोसी गई है. फिल्म में दोनों मिलते हैं और उन्हें एक-दूसरे से प्यार हो जाता है लेकिन सामाजिक, राजनीतिक स्थितियां दोनों को अलग कर देती हैं. वैसे फिल्म का अंत सुखद होता है.

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