नरेश अय्यर 30 वर्ष
उन्होंने बॉलीवुड में अपनी उपस्थिति रंग दे बसंती के यूथफुल ट्रैक ऐ साला! के साथ दर्ज कराई. मुंबई का रहने वाला यह युवा गायक अपनी गायकी के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक के राष्ट्रीय पुरस्कार और बॉलीवुड में कदम रखने के पहले ही साल में फिल्मफेयर पुरस्कार जीत चुका है.
अय्यर की प्रतिभा को संगीत निर्देशक ए.आर. रहमान ने चैनल वी के टीवी शो सुपर सिंगर के दौरान पहचाना. रहमान ने तमिल फिल्म अनबे आरुइयरे के एक गीत मेयलिरेज के साथ उन्हें पहला मौका दिया.
वे कहते हैं, ''मैंने अपने माता-पिता से संगीत की शिक्षा स्कूल में किसी विषय की पढ़ाई की तरह ली है, वे खुद शास्त्रीय गायक हैं.'' जाने तू....या जाने ना के पप्पू कांट डांस साला गीत के जरिए युवाओं को अपने सुरों पर थिरकने को मजबूर करने का श्रेय भी उन्हीं की झेली में जाता है.
यह सिर्फ फिल्मी संगीत नहीं है जो उन्हें अपनी ओर खींचता है बल्कि उन्हें जैमिंग से भी बेहद लगाव है. उनके बारे में संगीत निर्देशक कृष्णा कहते हैं, ''उनकी आवाज में भरपूर मस्ती है. उनके गले का अभी तक खुलकर इस्तेमाल नहीं किया गया है. लेकिन मैं चाहूंगा कि मैं उनके साथ इस काम को अंजाम दूं.'' अपनी बेहतरीन और एकदम हटकर गायिकी के चलते यह युवा गायक हिंदी, तमिल, तेलुगु और मलयामल चारों ही भाषाओं की शीर्ष गीतों की सूची में अपनी जगह बनाए हुए है.
जानते हैं: वे मुंबई आधारित फ्यू.जन बैंड ध्वनि में वोकलिस्ट हैं.
''मैंने अपने माता-पिता से संगीत की शिक्षा स्कूल में किसी विषय की पढ़ाई की तरह ली है, वे खुद शास्त्रीय गायक हैं.''