अभिनेत्री रानी मुखर्जी का कहना है कि इन दिनों फिल्मों में कुछ नया नहीं हो रहा है. उनका मानना है कि फिल्मों में अब सिर्फ पुराने दौर के सफर को ही दोबारा अंजाम दिया जा रहा है.
रानी ने बताया, ‘हमारी इंडस्ट्री का एक ऐसा दौर रहा है जब शम्मी कपूर जी, राज कपूर जी लुक के मामले में प्रतीक माने जाते थे. मुझे नहीं लगता कि अब कुछ नया हो रहा है.’
उन्होंने कहा कि यह कहा जाना कि आजकल महिला केंद्रित फिल्मों ने जगह बना ली है ,सिर्फ मिथक है. ‘बंदनी’, ‘सुजाता’ और ‘मदर इंडिया’ जैसी फिल्मों का क्या. यह पहले ही आ चुकी हैं. आजकल सिर्फ उस ही तरह की फिल्मों को दोहराया जा रहा है.’
रानी को इस बात की खुशी है कि दर्शकों की पसंद बदल रही है और वह अच्छी फिल्मों को स्वीकार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि युवा अब कुछ अलग शैली की फिल्मों को स्वीकार करने लगे हैं.
रानी की फिल्म ‘अय्या’ इस शुक्रवार पर्दे पर आ रही है. इससे पहले रानी जनवरी 2011 में ‘ नो वन किल्ड जेसिका’ में नजर आयीं थीं.
उन्होंने कहा कि हर किसी के जीवन में ऐसा मौका आता है जब आपको जो भी फिल्म मिले आप वह नहीं कर सकते. आपको सर्वश्रेष्ठ फिल्म चुननी पड़ती है.
रानी ने बताया कि यह फिल्म एक मराठी लड़की और दक्षिण भारतीय लड़के की प्रेम कहानी है. इससे मराठी निर्देशक सचिन कुंदलकर और दक्षिण भारतीय अभिनेता पृथ्वीराज सुकुमारन बॉलीवुड में कदम रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि ‘ड्रीमम वेकपम’ गाना दक्षिण भारतीय गानों को एक समर्पित है जिनके हम सभी प्रशसंक रहे हैं.