शिल्पा राव 27 वर्ष
बेहद खूबसूरत आवाज की मलिका शिल्पा राव अपने पहले गीत फिल्म अनवर के तोसे नैना लागे रे से ही लोगों के दिलोदिमाग पर छा गई थीं. झारखंड के जमशेदपुर की शिल्पा ने बॉलीवुड में पारी शुरू करने से पहले कई कार्यक्रमों में प्रस्तुतियां दी हैं और विज्ञापनों में जिंगल भी गाए हैं.
उनकी गायिकी और आवाज से वरिष्ठ गायक हरिहरन इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने शिल्पा को अपने खुद के संगीत शिक्षक गुलाम मुस्तफा खान से प्रशिक्षण दिलवाया. आज शिल्पा के खाते में फिल्म सलाम-ए-इश्क का सैंया रे, आमिर का इक लुक, देव डी का ढोल यारा ढोल और गुलाल का ऐसी सजा जैसे बेहतरीन गीत शामिल हैं.
है जबरदस्त दमः वैसे तो उन्होंने पार्श्व गायन 2006 से ही शुरू किया है लेकिन इतने कम समय में भी वे एक बेहद सशक्त गायिका के रूप में पहचान बना चुकी हैं. शुरुआती कॅरियर में ही वे पा, बचना ए हसीनो और नो वन किल्ड जैसिका जैसी चर्चित और अलग अंदाज की फिल्मों में अपनी आवाज दे चुकी हैं.
राहें खोलीः फिल्म आमिर के संगीतकार अमित त्रिवेदी के लिए बॉलीवुड के रास्ते खोलने का श्रेय शिल्पा को ही जाता है. उन्होंने ही अमित को अनुराग कश्यप से मिलवाया था.
''मैं रोजाना कम से कम तीन घंटे रियाज करती हूं. अगर आप इतना समय गायकी को नहीं देते हैं तो आपकी आवाज काफी कर्कश हो सकती है.''
शिल्पा होनहार गायिका हैं. वे अलग छाप छोड़ने में निश्चित ही कामयाब होंगी.
केके, गायक