फिल्म अभिनेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा ने गांधीवादी अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान का समर्थन करते हुए कहा है कि इस अभियान में 1974 के उस जेपी आंदोलन की झलक मिलती है, जिससे देश में ऐतिहासिक बदलाव हुआ था.
पटना साहेब से भाजपा सांसद सिन्हा ने कहा, ‘लोकपाल विधेयक के लिए अन्ना हजारे का अभियान और संप्रग सरकार की ओर से भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज को दबाना 1974 के आंदोलन की याद दिलाता है. लोकनायक जयप्रकाश नारायण के उस आंदोलन ने पूरे विपक्ष को एकजुट कर दिया था और देश में ऐतिहासिक बदलाव लाया था.’
सिन्हा ने हजारे को तिहाड़ जेल भेजे जाने के कदम की निंदा की. उन्होंने कहा, ‘अन्ना हजारे को मिल रहा आम लोगों का समर्थन आपातकाल के समय जेपी को मिले समर्थन की तरह है.’
उन्होंने कहा, ‘पहले रात में सोते हुए बाबा रामदेव के समर्थकों पर अचानक हमला किया गया और अब हजारे को भ्रष्टाचार के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है.’ सिन्हा ने दावा किया कि फिल्मी जगत के अधिकांश लोग हजारे की ओर से उठाए गए मुद्दे का समर्थन कर रहे हैं और सरकार की ‘असहिष्णुता’ की आलोचना कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘बिहार और अन्य स्थानों से हजारे को जिस तरह का समर्थन मिल रहा है, उससे संकेत मिलता है कि मनमोहन सिंह सरकार की लोकप्रियता अब तक के सबसे निचले स्तर तक चली गई है.’