स्नेहा खानवलकर 28 वर्ष
उनका संगीत कुछ हट के है. वह इसलिए क्योंकि संगीत उनके खून में है और वे हमेशा अलग ढंग से सोचना पसंद करती हैं. लव सेक्स और धोखा, ओए लकी लकी ओए और भेजा फ्राइ-2 में उनके काम ने सिनेमा के लोगों को फिल्म उद्योग की इस अकेली महिला संगीत निर्देशक के बारे में बैठकर सोचने को मजबूर कर दिया.
आगाज उन्होंने रामगोपाल वर्मा की फिल्म गो से किया था. उन्हें यकीन ही नहीं हुआ जब इसके बाद सरकार दो में एक गाने का संगीत तैयार करने का उन्हें प्रस्ताव मिला. अपने सपनों के पीछे भागने के लिए व्यक्ति में जज्बा होना ही चाहिए और उनमें वह पर्याप्त था.
जज्बात, कविता और संगीत को एक रचना में ढालने का सपना लेकर वे अपने शहर इंदौर से मुंबई पहुंची थीं. और अपनी उन जड़ों को खंगालते हुए उन्होंने आंचलिक संगीत को एक नया तेवर दिया.
गजब का शोधः संगीत की प्रामाणिकता को लेकर उनमें गजब का जज्बा है. उसी का नतीजा है कि अनुराग कश्यप की आने वाली फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर के संगीत के लिए वे बिहार में तो भटकीं ही, बिहारी मूल के लोगों के चटनी संगीत की प्रामाणिक ध्वनियां जुटाने को वेस्ट इंडीज के द्वीपों में जा पहुंचीं. इसी तरह ओए लकी लकी ओए के लिए कुछ ध्वनियां पकड़ने को वे हरियाणा में शहर-दर-शहर, गांव-गांव घूमीं. तू राजा की राजदुलानी गाने को उन्होंने 11 साल के राजवीर से गवाया.
वे परंपराओं में से ध्वनियां खोजकर ला रही हैं.
स्वानंद किरकिरे, गीतकार