बॉलीवुड में कदम रखते ही सोफी चौधरी ने ऐलान कर दिया था कि आइटम सांग के लिए वे हर निर्माता की पहली पसंद बन जाएंगी.
लेकिन अब मुन्नी से लेकर शीला और शालू की जवानी के गीतों के बीच कोई इस कन्या की पुकार सुनने को तैयार नहीं.
लंदन से नंबरवन आइटम सांग बनने के सपने लेकर मुंबई की मायानगरी का सफर तय करने वालीं सोफी को इस बात से कोफ्त होती है कि 'इधर-उधर की' एक्ट्रेसेज को तो आइटम सांग में इस्तेमाल किया जा रहा है, वहीं उन पर कोई ध्यान देने को तैयार नहीं.
इसकी वजह तलाशने के बाद इस हॉट बेब के हाथ सिर्फ मायूसी आती है. वीडियो एल्बमों के धमाके के साथ बॉलीवुड में एंट्री मारने वाली इस पंजाबी कुड़ी को समझ में नहीं आ रहा कि उनके पास आइटम सांग के लिए जरूरी क्या चीज नहीं है.
उनके पास ऐसे सवालों का कोई सीधा जवाब नहीं होता, फिर भी उम्मीद भरे अंदाज में वे कहती हैं कि अब फिल्मों में इस तरह के गानों का फैशन है, तो उनको भी मौका जरूर मिलेगा, पर आखिर कब, इस सवाल के जवाब में उनकी बोलती बंद हो जाती है.