जानेमाने बॉलीवुड फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर ने सीमा से अधिक बजट को वर्तमान समय के फिल्म निर्माताओं की सबसे बड़ी समस्या करार देते हुए अपनी सभी फिल्मों की वाणिज्यिक सफलता का श्रेय अपने कम बजट को दिया है.
भंडारकर ने यहां इंफोकॉम सम्मेलन में कहा, ‘बजट किसी भी फिल्म की सफलता या असफलता निर्धारत करने का सबसे महत्वपूर्ण तत्व है. मेरी फिल्म की सफलता अनुपात बहुत अच्छा है, ऐसा बजट के कारण ही है.’ उन्होंने वर्ष 2001 की हिट फिल्म ‘चांदनी बार’ से हाल की रोमांटिक कॉमेडी ‘दिल तो बच्चा है जी’ का उदाहरण देते हुए कहा कि फिल्मों की विषयवस्तु बदली है लेकिन उसके बजट पर रोक लगाये रखने की उनकी आदत समय बीतने के बावजूद भी नहीं बदली है.
उन्होंने कहा, ‘मेरी फिल्मों की विषयवस्तु हालांकि तय नहीं होता है लेकिन उसका बजट पहले से तय होता है. मेरी ‘चांदनी बार’ का बजट डेढ़ करोड़ रुपये जबकि ‘ट्रैफिक सिगनल’ का बजट केवल चार करोड़ रुपये था.’ भंडारकर ने कहा कि पिछले महीने प्रदर्शित होने वाली अजय देवगन और इमरान हाशमी अभिनीत ‘दिल तो बच्चा है जी’ को रिलीज से पहले ही लाभ मिलने लगा था.
उन्होंने कहा, ‘मैंने इस फिल्म का संगीत टी सीरीज को मात्र दो करोड़ रुपये में बेच दिया था. यदि मैंने इस फिल्म को 40 करोड़ रुपये खर्च करके बनाया होता तो यह फिल्म फ्लॉप ही रहती.’