मुंबई स्थित सलमान खान के घर से हजारों किलोमीटर दूर दक्षिण कश्मीर में भी सलमान का एक परिवार बसता है. रविवार को 75 साल की जायना बेगम की खुशी देखते ही बनती है. सर्द सुबह के बावजूद जायना के अंदर इस खास दिन गजब की स्फूर्ति दिखती है. वह कहती हैं कि सलमान का जन्मदिन है और उनके पास 'बजरंगी भाईजान' के लिए सिर्फ दुआएं हैं.
दरअसल, जायना बेगम वही बूढ़ी और विधवा महिला हैं, जिनके छह सदस्यीय परिवार को सलमान खान ने अपनी फिल्म 'बजरंगी भाईजान' की शूटिंग के दौरान गोद लिया था. जायना अनंतनाग के छोटे से गांव अशमुकाम की रहने वाली हैं. आज उनके पास अपना एक घर है और उनका पोता गौहर अहमद अब नौकरी भी करने लग गया है. कहने की जरूरत नहीं है कि यह सब 'प्रेम दिलवाले' के स्नेह का ही नतीजा है.
खत पढ़कर मिलने पहुंचे थे सलमान
गौरतलब है कि अप्रैल-मई के महीने में अपनी कानूनी मुसीबतों के बीच अभिनेता सलमान खान कश्मीर घाटी में फिल्म की शूटिंग कर रहे थे. तब जायना बेगम ने सलमान से मुलाकात की थी और उसके परिवार की आर्थिक सहायता करने की अपील की थी. इस महिला ने इससे पहले सलमान को एक खत भी लिखा था और अपने परिवार की समस्याओं जिक्र किया था.
जायना अपने 40 साल की विधवा बेटी और उसके 4 बच्चों के साथ रहती हैं. बताया जाता है कि जायना के खत को पढ़कर सलमान ने इस परिवार से मिलने की इच्छा जाहिर की थी और घाटी में शूटिंग के दौरान समय निकालकर सलमान उनसे मिलने पहुंचे थे. खास बात यह रही कि सलमान ने न सिर्फ जायना के परिवार की आर्थिक मदद की, बल्कि परिवार को गोद ले लिया और घर बनवाने से लेकर जायना के 18 साल के पोते गौहर अहमद को नौकरी भी दिलवाई.
सलमान को अपने बेटे की तरह मानने वाली जायना की आंखें तब नम हो गई थीं, जब हजारों किलोमीटर दूर सलमान को सेशन कोर्ट ने हिट एंड रन मामले में दोषी करार दिया था और जेल की सजा सुनाई थी. तब दुआओं के लिए हाथ उठे थे और रहमत ऐसी बरसी कि सलमान को हाई कोर्ट ने सभी आरोपों से बरी कर दिया.