अपनी फिल्मों के व्यापक और प्रचार में नयापन के लिए आमिर खान को जाना जाता है लेकिन इस बार उन्होंने दूसरा तरीका अपनाया है. उनकी फिल्म ‘तलाश’ 30 नवंबर को प्रदर्शित होने जा रही है जिसमें सिर्फ एक हफ्ता बचा है. लेकिन इस फिल्म का प्रचार फिलहाल फीका नजर आ रहा है. फिल्म की निर्देशक रीमा कागती का कहना है कि ऐसा जानबूझकर किया जा रहा है.
उन्होंने कहा, 'हम जब तक है जान' और 'सन ऑफ सरदार' के बीच फंसे हुए हैं और अगले शुक्रवार 'खिलाड़ी 786' प्रदर्शित हो रही है. तीनों फिल्में बहुत अधिक चर्चित हैं. हमारे पास दो विकल्प थे, या तो हम इन फिल्मों से बड़ा प्रचार करें या फिर हम अपने प्रतिद्वंद्धियों से कम प्रचार करें. अधिक प्रचार करना असम्भव था. इसलिए हमने बाद वाला विकल्प चुना.’ उन्होंने कहा, ‘ऐसा इसलिए भी है क्योंकि हम फिल्म का सस्पेंस तोड़े बिना बहुत अधिक नहीं बोल सकते थे.’
वैसे काफी सारे झूठे एसएमएस के जरिए फिल्म के सस्पेंस को खत्म करने की कोशिश हो रही है. कुछ एसएमएस में दावा किया गया है कि फिल्म में पुलिस अफसर की भूमिका निभा रहे आमिर ही हत्यारे हैं. लेकिन कागती का कहना है कि इन सबसे फिल्म पर कोई असर नहीं होगा.
उन्होंने कहा, ‘मुझे चिंता तब होती, अगर ये झूठे एसएमएस थोड़ा भी सच्चाई के करीब होते. लेकिन ये असल कहानी से बहुत दूर हैं. इसलिए मैं वास्तव में परेशान नहीं हूं.’ ‘तलाश’ में रानी मुखर्जी और करीना कपूर भी महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आएंगी.