बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान ने आखिरकार इस बात का खुलासा कर ही दिया कि वह फिल्मों में 80 प्रतिशत की हिस्सेदारी क्यों लेते हैं. पांचवीं इंडियन स्क्रीनराइटर्स कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया कि लोगों को ऐसा लगता है कि उन्हें ही बहुत सारा प्रॉफिट मिलता है तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. मुझे फिल्म की कमाई का फायदा सबसे बाद में मिलता है. आमिर ने फिल्म की कमाई से होने वाले प्रॉफिट की पूरी चेन को डिटेल में लोगों को समझाया.
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उन्होंने कहा, "अगर कोई फिल्म 100 करोड़ रुपये में बनती है तो राइटर्स, टेक्नीशियंस, एक्टर्स के अलावा काम कर रहे हर शख्स को फीस फिल्म के उस 100 करोड़ रुपये में से मिल जाती है. जबकि मेरा पैसा मुझे शुरू में नहीं मिलता. ऐसा इसलिए क्योंकि मैं उस फिल्म का प्रॉफिट पार्टनर हूं." आमिर ने बताया कि यदि फिल्म के विज्ञापन में 25 करोड़ रुपये खर्च हुए तो सबसे पहले उस पैसे की रिकवरी की जाएगी.
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एक्टर ने बताया कि इस तरह से उस फिल्म की 125 करोड़ रुपये की कमाई के बाद उसके ऊपर जो कुछ कमाई होती है उसमें से तय किया हुआ 80 प्रतिशत हिस्सा मुझे दिया जाता है. आमिर ने बताया कि यही वजह है कि फिल्म निर्माता मेरे साथ काम करने में घबराते नहीं हैं. उन्हें मेरी फीस भारी नहीं पड़ती है. वास्तव में मुझे ही सबसे बाद में पैसा मिलता है. इसमें एक बड़ा रिस्क भी है कि यदि फिल्म नहीं चली तो मेरा नुकसान सबसे पहले होता है.