अभिषेक बच्चन ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2018 में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि वे अपने पिता अमिताभ और मां जया भादुड़ी की फिल्मों के बारे में क्या सोचते हैं.
अभिषेक बच्चन ने कहा कि बचपन में वे अपनी मां की फिल्में ये सोचकर देखते थे कि ये उनकी मां हैं, जबकि पिता की फिल्में वे अमिताभ के फैन के रूप में देखते थे. उन्हें अपनी मां की फिल्में बचपन में देखना पसंद नहीं था. उन्होंने उनकी फिल्म तब देखी, जब वे एक्टिंग की ट्रेनिंग ले रहे थे. उन्होंने कहा कि उनकी बहन श्वेता मां को रोता देख रोने लगती थी, तब उनकी मां कमरे में ये सोचकर आती कि वे उससे झगड़ा कर रहे हैं.
अभिषेक ने कहा, "जब मैं अपना करियर शुरू कर रहा था, तब लोगों ने मेरे प्रति उस परिवार से होने के कारण समर्पण दिखाया, जिसमें मैं जन्मा हूं. मुझे इसके कारण काफी प्रिवलेज मिला. आलोचना होने पर मुझे अपने पेरेंट्स के लिए बुरा लगता है. मैं ये तो तय नहीं कर सकता था कि मैं कहां जन्मूंगा. मैं खुद को अपने पेरेंट्स के बराबर टैलेंटेड नहीं बनाने जा रहा हूं."
नहीं कर रहे युवराज की बायोपिक
सेशन के दौरान अभिषेक बच्चन ने उन खबरों का खंडन किया, जिसमें बताया जा रहा है कि वे युवराज सिंह की बायोपिक कर रहे हैं. उन्होंने वह पूरा वाकया शेयर किया, जहां से ये अफवाह उड़ी. अभिषेक ने बताया कि उनसे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछा गया था कि यदि उन्हें किसी स्पोर्ट्स पर्सन की बायोपिक करनी हुई तो वे किसकी करेंगे. अभिषेक ने युवराज सिंह का नाम लिया. वे युवराज को काफी पसंद करते हैं. उनके करियर से काफी प्रभावित हैं. एक अन्य पत्रकार ने अभिषेक से यह भी कहा कि उनकी नाक युवराज सिंह के जैसी है.
पहली कोलकाता यात्रा
बातचीत के दौरान अभिषेक ने अपनी पहली कोलकाता यात्रा का जिक्र किया. अभिषेक ने कहा कि उनके पिता अमिताभ उन्हें कोलकाता लेकर गए थे. ये 80 के दशक की बात है. इस दौरान जब वे सत्यजीत रे के घर गए तो उन्होंने देखा कि वे शतरंज खेल रहे हैं. आसपास किताबें और फिल्मों के पोस्टर बिखरे हुए हैं. जब उन्होंने अभिषेक से शतरंज पर बात की तो उन्होंने पापा अमिताभ से पूछा कि ये कौन हैं. इसके बाद अभिषेक को पता चला कि ये महान फिल्मकार सत्यजीत रे हैं. इस दौरान अभिषेक ने विक्टोरिया पैलेस की भी सैर की.