अमृतसर के रहने वाले सुखविंदर सिंह उर्फ सुखी सिंह लुबाना बॉलीवुड के मशहूर प्लेबैक गायकों में से हैं. बुलंद आवाज के मालिक सुखविंदर को फिल्म 'दिल से' के 'छैयां छैयां' गाने के लिए 1999 में फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था. बाद में इस गाने को हॉलीवुड की फिल्म 'इनसाइड मैन' में भी इस्तेमाल किया गया. फिल्म 'स्लमडॉग मिलिनेयर' के 'जय हो' गाने से सुखविंदर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिली.
सुखविंदर ने शुरुआत 'कर्मा' फिल्म से हुई. इसमें उन्हें कुछेक लाइनें ही गाने को मिलीं. फिर उन्होंने माधुरी दीक्षित की फिल्म 'खिलाफ' में 'आ जा सनम' गाया, जो सफल नहीं हो पाया. सुखविंदर को लगा कि उनकी आवाज में कुछ मिसिंग है और इसके लिए उन्हें ब्रेक लेना चाहिए. संगीत की अलग-अलग शैलियों से रूबरू होने वह मुंबई छोड़ इंग्लैंड और अमेरिका के दौरे पर चले गए. फिर मुंबई लौटे और सफलता की नई इबारत लिख दी.
'दिल से' के अलावा उन्होंने 'ताल', 'बीवी नंबर 1', '1947 अर्थ','दाग', 'जानवर', 'दिल्लगी', 'मोक्ष', 'तक्षक', 'तेरे नाम', 'अपना सपना मनी मनी', 'शादी से पहले', 'शब्द', 'मुसाफिर', 'चक दे इंडिया', 'ओम शांति ओम', 'ब्लैंक एंड व्हाइट' जैसी फिल्मों में गाने गाए.
शाहरुख खान के लिए उन्होंने कुल 6 गाने गाए, जो सुपरहिट रहे. ये हैं, 'छैयां छैयां', 'दर्दे डिस्को', 'चक दे इंडिया', 'हौले हौले', 'रब ने बना दी जोड़ी' और 'मरजानी'. दिग्गज भारतीय कंपोजर ए. आर. रहमान के साथ सुखविंदर ने कई सुपरहिट गाने दिए हैं. 'छैयां छैयां'के अलावा 'रमता जोगी', 'नी मैं समझ गई', 'ताल से ताल मिला', 'रुत आ गई रे', 'ये जो जिंदगी है', 'जाने तू मेरा क्या है', 'चिन्नम्मा चिलकम्मा' और 'जय हो' उनके मशहूर गानों में से हैं.