पाकिस्तानी सिंगर अदनान सामी के लिए नए साल का जश्न और भी मजेदार हो गया है क्योंकि उन्हें आखिरकार गृहमंत्रालय से भारतीय नागरिकता का सर्टिफिकेट मिल गया है.
अदनाना सामी को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने भारतीय नागरिकता का सर्टिफिकेट सौंपा. बॉलीवुड सिंगर अदनानसामी ने अपनी जिंदगी के इस खास लम्हे को ट्विटर पर शेयर करते हुए गृहमंत्रालय का शुक्रिया अदा किया.
Receiving my Indian Citizenship Certificate of Naturalisation frm MOS Home Affairs @KirenRijiju ji! Huge Thanks!🙏💖😊 pic.twitter.com/yEnMyWJTJe
— Adnan Sami (@AdnanSamiLive) January 1, 2016
अदनाना सामी ने उन्हे देश की नागरिकता का तोहफा देने पर ट्वीट कर पीएम नरेंद्र मोदी को शुक्रिया कहा. अदनाना ने लिखा, मैं पीएम मोदी का मेरी भारतीय नागरिकता को स्वीकृति देने के लिए तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं. एक नया जन्म.
My Profound thanks to Honourable
Prime Minister @narendramodi ji for approving my Indian Citizenship.A New birth!
🙏💖😊 pic.twitter.com/jvM8vu5Zit
— Adnan Sami (@AdnanSamiLive) January 1, 2016
अदनान गृहमंत्रालय से नागरिकता का सर्टिफिकेट पाकर बोले, यह मुझे जिंदगी का सबसे कीमती तोहफा मिलाहै.
A New Beginning... A
New Feeling... A New Belonging... A New Love Affair... A New Country... JAI HIND!!!🙏💖😍🇮🇳 pic.twitter.com/3wxoJFSJEf
— Adnan Sami (@AdnanSamiLive) January 1, 2016
पाकिस्तान के लाहौर में जन्मे अदनान सामी ने 26 मई 2015 को गृह मंत्रालय से अपील की थी कि मानवीय आधार पर उन्हें भारत में रहने की इजाजत दी जाए. एक साल की वैधता वाले पर्यटक वीजा पर 13 मार्च, 2001 को अदनान पहली बार भारत आए थे. यह वीजा उन्हें इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायुक्त ने जारी किया था.
अदनान सामी अपनी गायकी के कारण भारतीय दर्शकों के बीच काफी चर्चित कलाकार हैं. अदनान सामी पिछलों दिनों अपना वजन घटाकर भी चर्चा में बने हुए हैं. हाल ही में आई सलमान खान की फिल्म बजरंगी भाईजान में उन्होंने एक कव्वाली गाई जिसे दर्शकों ने बहुत पसंद किया. अदनान सामी को 'कभी तो नजर मिलाओ' और अमिताभ बच्चन के साथ गाए गाने 'मुझको भी तो लिफ्ट करा दे' से पहचान मिली थी.
आज तक के एजेंडा 2015 में आए अदनान सामी ने दिल खोलकर बातें की थीं. अदनान एक ने जहां एक ओर भारत-पाकिस्तान के संबंधों पर चर्चा की थी वहीं दूसरी ओर उनके गाने सुनकर लोग झूमने पर मजबूर हो गए थे.