एक्ट्रेस आकांक्षा शिवहरे ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को पछाड़कर परदे पर वापसी के लिए तैयार हैं. अपनी पहली हिंदी फिल्म ‘टू बी ऑर नॉट टू बी’ की शूटिंग के लिए दिल्ली आई अकांक्षा कहती हैं कि एक्ट्रेस कंगना रानोट उन्हें जिंदगी में एक मकाम हासिल करने की प्रेरणा देती हैं.
आकांक्षा कहती हैं, 'कंगना फिल्मी पृष्ठभूमि की नहीं थीं, लेकिन अपने आत्मविश्वास और लगन के कारण उन्होंने फिल्मी दुनिया में एक अलग मकाम हासिल किया. ऐसे लोगों पर गर्व होता है.'
आकांक्षा ने 2008 में टीवी शो 'आत्मजा' से एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद उन्होंने तेलुगु फिल्मों की तरफ रूख कर लिया और 'इडिआसलू कथा' और 'नीलू कानू' जैसी फिल्मों में काम किया.
...तब लगा सारे सपने चकनाचूर हो गए
ग्वालियर की रहने वाली आकांक्षा ने बताया कि जिंदगी में सब कुछ आसान चल रहा था. तभी करीब दो साल पहले पता चला कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर हो गया है. इसके बाद ऐसा लगा जैसे सारे सपने चकनाचूर हो गए.
कैंसर के इलाज के दौरान मेरे सारे बाल झड़ गये थे, मैं बेहद चिड़चिडी हो गई थी. तब मैं फिल्मों में वापसी के बारे में सोच भी नहीं सकती थी.
'सभी ने कहा शादी करके घर बसा लो'
आकांक्षा बताती हैं कि मेरे रिश्तेदारों ने सलाह दी कि मैं शादी कर लूं. लेकिन परिवार के प्रोत्साहन के चलते उन्होंने फिर से फिल्मों में काम करने के लिए खुद को तैयार किया. इसी दौरान उन्हें अंग्रेजी और हिन्दी में बनने वाली फिल्म 'टू बी आर नाट टू बी' का ऑफर मिला.
महिला-पुरुष के रिश्तों पर आधारित है 'टू बी ऑर...'
अपनी फिल्म के बार में आकांक्षा बताती हैं कि यह महिला और पुरुष के रिश्तों और दोनों के दृष्टिकोण को लोगों के सामने रखती है. आगे की योजना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह किसी बड़े बैनर की फिल्म का इंतजार नहीं करेंगी बल्कि अच्छे विषय पर बनने वाली फिल्म में काम करना पसंद करेंगी।