अजय देवगन इन दिनों अपनी फिल्म दे दे प्यार दे के प्रमोशन में व्यस्त हैं, वहीं सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने फिल्म को U/A सर्टिफिकेट देने से पहले दो डबल मीनिंग डायलॉग और एक सीन पर कैंची चला दी है. बोर्ड ने मेकर्स को सुझाव दिया है कि फिल्म के एक सीन में रकुल प्रीत, हाथ में शराब की बोतल लिए नजर आ रही हैं, इस सीन में शराब की बोतल को गुलदस्ता से रिप्लेस किया जा सकता है. इस मामले को लेकर जब अजय देवगन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस बारे मे उन्हें कोई आइडिया नहीं है.
सेंसर बोर्ड के फैसले को लेकर IndiaToday.in ने अजय देवगन और रकुल प्रीत से बात की. अजय देवगन ने कहा, ''जो भी किया जा रहा है हमें उस बारे में कोई जानकारी नहीं है. हम लोग फिल्म के प्रमोशन में व्यस्त हैं. मैं सोचता हूं कि कि एक शराब की एक बोतल को फूलों के गलुदस्ता से कैसे रिप्लेस किया जा सकता है? जो भी चीजें हो रही हैं इसे जानने के लिए हमें भी फिल्म देखनी होगी.''
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दरअसल, Vaddi Sharaban सॉन्ग में रकुल प्रीत हाथ में व्हिस्की की बोतल लिए डांस करती दिख रही हैं. इस सीन पर सेंसर बोर्ड ने आपत्ति जताई है. इसके साथ ही बोर्ड ने 'परफॉर्मेंस बेटर होती है' और 'मंजू जी के आलू ओ हो हो वही अच्छे हैं और कि ये सब झूठ है' को सीन सहित डिलीट करने के लिए कहा है.
बता दें कि दे दे प्यार दें में अजय, रकुल, तब्बू के अलावा आलोक नाथ, जिमी शेरगिल जैसे सितारे नजर आएंगे. फिल्म का निर्देशन अकीव अली ने किया है. फिल्म इसी शुक्रवार को रिलीज हो रही है. फिल्म में 50 साल के अजय देवगन और 26 साल की रकुल प्रीत का अफेयर दिखाया जाएगा. यह एक कॉमेड्री ड्रामा है.