अक्षय कुमार को 'रुस्तम' के लिए बेस्ट एक्टर का 64वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार दिया गया. यह अवॉर्ड उन्हें देश के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के हाथ से मिला.
बता दें कि अक्षय कुमार को मिलने वाला यह पहला अवॉर्ड है. हालांकि इसे दिए जाने पर विवाद भी हुआ था जिस पर एक कार्यक्रम में अक्षय ने यह तक कह दिया कि अगर ज्यादा परेशानी है तो उनको यह अवॉर्ड न दिया जाए.
बहरहाल आज अक्षय कुमार को यह अवॉर्ड मिल गया है. तो इस पर खुशी जताने के लिए उनके पास शब्द नहीं हैं. अपनी भावनाओं को उन्होंने ट्विटर पर कुछ इस तरह व्यक्त किया -
No words can do justice to the joy I feel at this moment...sharing with you all my first ever #NationalFilmAward!Thank you for the love 🙏🏻 pic.twitter.com/DdK1FvuK4i
— Akshay Kumar (@akshaykumar) May 3, 2017
वहीं अवॉर्ड सेरेमनी में जाने से पहले अक्षय ने अपने फैन्स को शुक्रिया कहा. साथ ही उन्होंने अपनी फैमिली फोटो शेयर की जिसमें उनके साथ बेटा आरव और पत्नी ट्विंकल खन्ना नजर आ रहे हैं.
देखें यह ट्वीट -
An important day in my life with the most important people in the world to me, my family #NationalFilmAwards pic.twitter.com/nM2RdhnunG
— Akshay Kumar (@akshaykumar) May 3, 2017
पहले शेयर किया था इमोशनल वीडियो
इससे पहले दिन में अक्षय ने एक इमोशनल वीडियो भी शेयर किया था. उन्होंने अपने इस वीडियो को #DirectDilSe के तहत शेयर किया और मिलने वाले सम्मान के प्रति सभी का आभार व्यक्त किया.
अक्षय ने बताया कि हाल ही में एक खबर ने उनको बुरी तरह हिलाकर रख दिया था. उन्होंने पढ़ा था कि IIT के एक स्टूडेंट ने पढ़ाई के दबाव में आकर खुदकुशी कर ली. इसी के साथ अक्षय कुमार ने अपने पुराने दिनों को भी याद किया. अपना वक्त याद करते हुए अक्षय ने शेयर किया कि एग्जाम में उनके नंबर भी कम आए थे और वह फेल हो गए थे.
तब उनके पिता ने उनसे पूछा था कि वह करना क्या चाहते हैं? इस पर अक्षय ने बताया कि उनकी रुचि स्पोर्ट्स में हैं तो उनके पापा ने उनसे कहा कि वह खेलें लेकिन साथ ही थोड़ा ध्यान पढ़ाई पर भी जरूर दें.
अक्षय ने करीब 5 मिनट के इस वीडियो में बताया कि रिपोर्ट के मुताबिक करीब 8 लाख लोग दुनिया भर में आत्महत्या कर लेते हैं और इनमें से करीब डेढ़ लाख मामले सिर्फ भारत में हैं. इसकी बड़ी वजह है पढ़ाई और रिश्तों के टूटने का स्ट्रेस. अक्षय ने वीडियो में एकदम सटीक सवाल उठाया है कि क्या जान मार्क्स शीट से सस्ती है और क्यों ऐसा कदम उठाने वाले कभी अपने मां-बाप के बारे में नहीं सोचते.