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अक्षय कुमार की फिल्म 'सूर्यवंशी' के टाइटल के पीछे छिपी दिलचस्प कहानी

इस फिल्म के टाइटल को पहले विजय गलानी से हासिल किया गया. विजय की इस फिल्म में सलमान खान ने काम किया था. पहले विजय इस फिल्म के टाइटल को देने से हिचकिचा रहे थे

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अक्षय कुमार
अक्षय कुमार

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रोहित शेट्टी ने फिल्म सिंघा और सिंबा के द्वारा दो बैक टू बैक सुपरहिट फिल्में दी हैं. इन दोनों फिल्मों में पुलिस अफसर की भूमिका में अजय देवगन और रणवीर सिंह ने खूब वाहवाही लूटी. अब इस फिल्म के तीसरे भाग में अक्षय कुमार की एंट्री हुई है. फिल्म का नाम सूर्यवंशी है. इसे साल 2020 की सबसे बहुप्रतीक्षित फिल्मों में शुमार किया जा चुका है. सिनेब्लिट्ज की लेटेस्ट रिपोर्ट में फिल्म के टाइटल से जुड़ी दिलचस्प कहानी को बयां किया गया है.

इस फिल्म के टाइटल को सूर्यवंशी के मेकर्स ने विजय गलानी से हासिल किया था. विजय की इस फिल्म में सलमान खान ने काम किया था. पहले विजय इस फिल्म के टाइटल को देने से हिचकिचा रहे थे लेकिन बोनी कपूर से बात होने के बाद उन्होंने इन राइट्स को रोहित शेट्टी को दे दिया. हालांकि टाइटल हासिल करने के बाद इस शीर्षक में बदलाव भी किए गए यही कारण है कि इस शीर्षक की इंग्लिश की स्पेलिंग में यू की जगह डबल ओ को दो बार लगाया गया है.

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Literally, all fired up for my association with @primevideoin’s THE END (working title). Trust me, this is only the beginning 😉 @abundantiaent

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Hello Ahmedabad, team #Kesari has dropped in for a quick hello 🙋🏻‍♂️🙋🏻‍♀️ @parineetichopra

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Privileged to have started the day with such a heartfelt interview at my favourite place in #Delhi , the Red Fort with @sudhirchaudhary72. This is a special one for #Kesari, coming up tonight at 9 pm on @zeenews

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सिनेब्लिट्ज़ से बातचीत में मशहूर एस्ट्रोलॉजिस्ट संजय बी जुमानी ने कहा कि 'हर शब्द के साथ वैल्यू अटैच होती है और अगर आपका नाम और बर्थ डेट एक दूसरे के साथ तालमेल में नहीं है तो आपके रोजमर्रा के संघर्षों में बढ़ोतरी हो जाती है. एस्ट्रोलॉजिकल और न्यूमरोलॉजिकल तौर पर ये एक माना हुआ साइंस है. उन्होंने आगे कहा जब भी हम अपने क्लाइंट्स को बदलाव के लिए कहते हैं तो हम उनकी डेट ऑफ बर्थ को टाइटल के साथ या कंपनी के नाम को उनके नाम के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश करते हैं और उसे एक लकी नंबर में तब्दील करने की कोशिश करते हैं. ऐसा करने से प्रोजेक्ट के सफल होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.'

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