बॉलीवुड के 'मिस्टर परफेक्शनिस्ट' आमिर खान ने गोरे होने की क्रीम का विज्ञापन करने वाले अभिनेताओं की तल्ख तेवरों के साथ आलोचना की है. उन्होंने कहा, 'जब मैं ऐसे विज्ञापन देखता हूं तो डर से चौंक जाता हूं. मैं ऐसे विज्ञापन करने वाले सेलेब्रिटीज के लिए शर्म महसूस करता हूं.'
जाहिर है, आमिर खान ने यह टिप्पणी ऐसे विज्ञापन करने वाले सभी सेलेब्रिटीज के लिए की, लेकिन इसे सबसे ज्यादा शाहरुख खान से जोड़कर देखा जा रहा है. शाहरुख फेयरनेस क्रीम का विज्ञापन करते रहे हैं. दोनों अभिनेताओं के बीच बयानबाजी भी काफी पहले चलती रही है. एक बार आमिर ने एक कुत्ते का जिक्र सोशल साइट पर किया था, जिसका नाम शाहरुख था. उन्होंने लिखा था, 'शाहरुख मेरे पांव चाट रहा है.'
'किसी भी पार्टी की गुंडागर्दी ठीक नहीं'
सत्यमेव जयते का दूसरा सीजन होस्ट कर रहे आमिर खान ने कई सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर भी
खुलकर बात की. धारा 377 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ, दुर्भाग्यपूर्ण था.
अब समय है कि हम आगे बढ़ें और समानता के लिए काम करें.
आमिर खान से राज ठाकरे की पार्टी 'मनसे' की गुंडागर्दी के बारे में भी सवाल किया गया. उन्होंने कहा, 'देश भर में कहीं भी कोई पार्टी अपनी ताकत का इस्तेमाल करती है या गुंडों का इस्तेमाल करती है तो वह ठीक नहीं है. राजनीतिक पार्टियों की गुंडागर्दी के चलते बुलाए जाने वाले बंद भी गलत हैं.'
'पॉलिटिक्स में नहीं जा पाऊंगा'
अपने सामाजिक रोल के बारे में पूछे जाने पर आमिर ने कहा कि वह खुद को सामाजिक कार्यकर्ता नहीं,
एंटरटेनर और रचनात्मक आदमी मानते हैं. लेकिन लगे हाथ वह यह भी जोड़ते हैं कि एंटरटेनर का काम
सिर्फ एंटरटेन करना नहीं, बल्कि समाज का नैतिक ताना-बाना बनाना भी होता है. आमिर ने कहा, 'मुझे
नहीं लगता कि मैं पॉलिटिक्स में जा पाऊंगा. मैं अपने काम से खुश हूं.'
कोका कोला विवाद पर भी बोले आमिर
कोका कोला पर जब अपने प्रॉडक्ट में कीटनाशक का इस्तेमाल करने का आरोप लगा तो आमिर को ब्रांड
एंबेसडर बनाया गया और 'पियो सिर उठाकर' पीते हुए आमिर सारे आरोपों को भी पी गए. आमिर से इस
पर भी सवाल पूछा गया. उन्होंने कहा, 'जब मुझे पता चला तो मैंने कोका कोल के लोगों से बात की.
उन्होंने मुझे एक रिपोर्ट दी, जिसमें दावा किया गया था कि कोक में दूसरी कोल्ड ड्रिंक्स के मुकाबले
बहुत कम कीटनाशक होते हैं. मैंने अपने वकील से अलग-अलग 25 प्रॉडक्ट लैब में जांच के लिए भेजने
को कहा. चाय, दूध जैसे उत्पादों में अविश्वसनीय स्तर तक कीटनाशक थे. मुझे लगा कि किसी का
विज्ञापन छोड़ने के लिए यह पर्याप्त वजह नहीं थी.'
आम आदमी पार्टी स्वराज की बात करती है
आमिर से खरे-खरे राजनीतिक सवाल भी किए गए. किसे प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं, सवाल के
जवाब में उन्होंने कहा, 'यह एक डेमोक्रेसी है और मैं इस बारे में नहीं बोलना चाहूंगा. कब तक हमारी
सोच ऐसी रहेगी कि यह आदमी हमारे बारे में कुछ करेगा, तब तक कुछ नहीं बदलेगा. जब तक
हिंदुस्तान नहीं बदलेगा जब तक हर हिंदुस्तानी ये न मानने लगे कि वो खुद मसीहा है.'
पूछे जाने पर आमिर ने आम आदमी पार्टी के बारे में भी अपनी राय दी. उन्होंने कहा कि पार्टी 'स्वराज' के कंसेप्ट की बात करती है और ऐसा करने वाली वह इकलौती पार्टी है. मैं इसे नई विचारधारा के तौर पर देखता हूं. हालांकि अभी आप पार्टी को भी टेस्ट किया जाना है. मैं जल्दबाजी नहीं करना चाहता. मुझे लगता है कि हर शख्स में कुछ न कुछ अच्छा होता है. मैं किसी पॉलिटिकल पार्टी को एंडोर्स नहीं करता, तो मैं किसी की राय को प्रभावित क्यों करूं.'