एक्टर अमिताभ बच्चन सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. वो अपने विचार से लेकर पुरानी तस्वीर तक, फैंस के साथ हर चीज शेयर करते हैं. वो अपने ब्लॉग पर भी फैंस को अपनी जिंदगी से जुड़े कई पहलू बताया करते हैं. एक बार फिर अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग के जरिए फैंस को एक जरूरी बात बताई है.
अमिताभ बच्चन को याद आए लैंडलाइन के दिन
अमिताभ ने फोन और उसकी अहमियत पर एक ब्लॉग लिखा है. उन्होंने बताया है कि कैसे एक स्मार्टफोन ने इंसान की जिंदगी बदल दी है. उन्होंने ट्वीट में लिखा है- पहिये को सबसे बड़ी खोज बताया जाता है. लेकिन आज के समय में स्मार्टफोन सबसे बड़ी खोज है. अमिताभ बच्चन ने इसी टॉपिक पर अपना ब्लॉग लिखा है.
T 3497 - The 'wheel' has been dubbed as the greatest invention of all time .. in todays times I would say the 'smart phone' ..
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) April 10, 2020
उनके मुताबिक आज के पीढ़ी उनके वक्त को नहीं समझ सकती जब स्मार्टफोन की जगह लैंडलाइन हुआ करता था. वो कहते हैं- वो बार-बार उंगलियों से नंबर को घुमाना उस समय अलग ही मजा देता था. ये मजा उन लोगों को मिलता था जिनके घर में लैंडलाइन फोन होता था. उस लैंडलाइन को खरीदना भी उस वक्त आसान नहीं होता था. हमने खुद काफी समय तक उसका इस्तेमाल नहीं किया था.
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पिता हरिवंश को किया याद
अमिताभ बच्चन ने ब्लॉग में अपने पिता हरिवंश राय बच्चन को भी याद किया है. उन्होंने बताया है कि उस जमाने में कैसे वो अपने पिता से बात किया करते थे जब वो दूर चले जाते थे. वो लिखते हैं- जब बाबूजी कैम्ब्रिज में PhD कर रहे थे, एक वक्त ऐसा भी आया था जब हम उन से दो साल तक नहीं मिल पाए थे. उन्होंने तब हमे एक चिट्ठी के जरिए बस इतना बताया था कि किस दिन और कितने बजे वो हमे फोन मिलाएंगे. उस समय एक चिट्ठी को पहुंचने में 7 से 10 दिन लग जाया करते थे.
अमिताभ बच्चन ने जिक्र किया कि उस समय उनके पिताजी के वो फोन कॉल काफी मायने रखते थे. उनके मुताबिक वो बेसब्री से पिता के फोन का इंतजार करते थे. वैसे अमिताभ बच्चन ने बड़े ही आसान शब्दों में स्मार्टफोन और लैंडलाइन के बीच अंतर बता दिया है. उनके मुताबिक जब लैंडलाइन बजता था तो पूरा परिवार भागता था ये देखने के लिए किस का फोन है, लेकिन अब स्मॉर्टफोन के जमाने में इंसान के पास आजादी होती है कि उसे फोन उठाना है या नहीं.