'आपने मुझे पैदा ही क्यों किया?' बेरोजगारी के मुश्किल दौर में अमिताभ बच्चन ने अपने पिता हरिवंश राय बच्चन से यह अजीब सवाल पूछ लिया था. हरिवंश कवि थे, चलताऊ जवाब नहीं दे सकते थे. इस पर हरिवंश ने जवाब दिया, 'मेरे पिता ने भी अपने बच्चों से पूछकर उन्हें पैदा नहीं किया था. अब तुम ऐसा कर लेना कि अपने बेटे से पहले पूछना, फिर उसे पैदा करना.'
बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन ने ऐसी ही कई यादें साझा कीं इंदौर मैनेजमेंट एसोसिएशन के इंटरनेशनल मैनेजमेंट कॉन्क्लेव में. अमिताभ ने अपनी तंगहाली के दौर की यादें भी छात्रों के साथ साझा कीं. उन्होंने अपने पिता की लिखी मशहूर कविता 'मधुशाला' भी गाकर सुनाई.
अमिताभ ने कहा कि ऐसा नहीं है कि मैनेजर फेल नहीं होते. उनकी कंपनी के एक समय सारे मैनेजमेंट फेल हो गए थे और उनके बैंक खाते का बैलेंस शून्य हो गया था. उन्होंने कहा, 'उस मुश्किल दौर में यश चोपड़ा जी ने मुझे उस मोरल सपोर्ट दिया. इसके बाद मुझे कौन बनेगा करोड़पति का ऑफर भी मिला.'
अमिताभ को इस मौके पर लाइफ टाइम एक्सीलेंस अवॉर्ड से भी नवाजा गया. उन्होंने कहा, 'बाबू जी ने मुझे सिखाया कि मन का हो तो बहुत अच्छा और जो मन का न हो तो तो वह ईश्वर का.'